सवांददाता मीडिया प्रभारी रमाकान्त झंवर बीकानेर श्रीडूंगरगढ
अखरोट का सेवन सभी के लिए फायदेमंद माना जाता है लेकिन जब महिलाओं के लिए इसके फायदे की बात कि जाएं तो अखरोट महिलाओं की प्रजनन क्षमता को बेहतर करता है। कई ऐसे जरूरी न्यूट्रिएंट्स होते हैं, जो महिलाओं के शरीर में हार्मोनल बैलेंस को बनाए रखते हैं और उन्हें कई करह के डिसऑर्डर से भी बचाते हैं। इनमें कद्दू के बीज सूरजमुखी के बीज,बादाम और भी कई ऐसे सीड्स व नट्स हैं, जिन्हें अगर महिलाएं अपनी डाइट में शामिल करें,तो उन्हें एक नहीं,बल्कि कई फायदे मिल सकते हैं।
आज हम बात करेंगे महिलाओं को अखरोट (Walnut benefits) खाने से क्या फायदे होते हैं। यदि महिलाएं अखरोट का नियमित सेवन करती है तो उनके लिए यह वरदान साबित होगा। अखरोट में कई पोषक तत्व पाएं जाते हैं जिसमें कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, जिंक आदि शामिल है।
क्या है महिलाओं के लिए अखरोट के फायदे-
अखरोट का सेवन करने से महिलाओं के शरीर में ओमेगा-3 और ओमेगा-6 का संतुलन बना रहता है। इससे एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का स्तर सामान्य रहता है,जिससे हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है। महिलाओं में थायरॉइड से जुड़ी समस्याएं आजकल बहुत सामान्य हो गई हैं। अखरोट थायरॉइड हार्मोन के स्तर को सुधारने और संतुलित करने में मदद करता है। अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स की प्रचुरता होती है। ये फैटी एसिड्स पीसीओडी के उपचार में सहायक होते हैं। यदि आप अखरोट खाते हैं तो इससे आपके एग्ज की क्वालिटी बेहतर होती है, जिससे कंसीव करने में आसानी होती है। यदि किसी हार्मोनल कंडीशन की वजह से महिलाओं को नींद आने में समस्या हो रही है तो अखरोट का सेवन उनके लिए फायदेमंद साबित होता है। यह मेलाटोनिन हार्मोन के लेवल को सही कर, नींद आने में मदद करता है। अखरोट (Walnut benefits) का सेवन आपके गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए भी सही माना जाता है। अखरोट (Walnut Benefits) का नियमित सेवन आपकी त्वचा और बालों के लिए अत्यंत लाभकारी हो सकता है। यह आपके शरीर को वातावरण में मौजूद फ्री रेडिकल्स से बचाने में सहायक होता है। इसके उपयोग से त्वचा की सू dryness कम होती है। अखरोट इन फ्री रेडिकल्स के खिलाफ लड़ाई में मदद करता है। इसके अलावा, अखरोट के सेवन से आंखों के नीचे के काले घेरे भी कम हो सकते हैं।
डिसक्लेमरः
इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी