पिता के वचन को निभाने वन गए श्रीराम
श्रीराम वनगमन लीला का मंचन देखकर श्रद्धालु हुए भावविभोर
रिपोर्ट जयचन्द्र कासगंज 9410827115
कासगंज जनपद के अमांपुर। कस्बे के कालेज रोड पर चल रामलीला में वनगमन, राम-केवट मिलन की लीला का मनोहारी मंचन किया गया। वनगमन का प्रसंग देख लोगों की आंखे भर आई। रामलीला महोत्सव में शनिवार रात रामलीला कमेटी के अध्यक्ष रूदप्रताप सिंह, जगदीश सोलंकी, विनय प्रताप सिंह, हिदेश सर्राफ, दीपक सोलंकी, आकाश गुप्ता सर्राफ, शिवम सोलंकी, राहुल राघव, सोनू गुप्ता, सौरभ गुप्ता ने भगवान के स्वरूपों का पूजन कर आरती उतारी। आदर्श राशेस्वरी श्रीराम लीला मंडल के आचार्य योगेश कुमार के तत्वावधान में श्रीधाम वृन्दावन के कलाकारों ने बहुत ही मनमोहक दृश्यों के बीच वन गमन की लीला का मंचन किया गया। गणेश जी की वंदना के साथ रामलीला शुरू हुई। अयोध्या का सिंहासन भगवान श्रीराम को सौंपने की तैयारी चल रही थी।

सभी अयोध्यावासी इस निर्णय से काफी खुश थे। लेकिन कैकयी की दासी मंथरा को यह बात गले नहीं उतरी। वह कैकयी को समझाती है। वह राजा दशरथ के दो वचनों की याद कैकयी को कराती है। इसके बाद कैकयी राजा दशरथ से राम को चौदह वर्ष का वनवास और भरत के राजतिलक का वचन मांग लेती हैं। पिता की आज्ञा से श्रीराम वन को चल देते हैं। उनके साथ में लक्ष्मण, माता सीता भी वन को चल देती हैं। इसे देख दर्शकों की आंखों से आंसू निकल पड़े और मन बहुत ही द्रवित था। इस मौके सुधीर गुप्ता, हरिकिशोर मिश्रा, कमल गुप्ता,रामौतार गुप्ता, बंटी गुप्ता,नरायन साहू, संजीव माहेश्वरी, संतोष पालीवाल, आयुष गुप्ता, कैलाश शाक्य, पर अध्यक्ष दलीप सिंह, कमल गुप्ता, रामौतार गुप्ता, बंटी गुप्ता, बालक राम, शनि गुप्ता, शिवम सोलंकी, पिदूल ठाकुर, मनु गुप्ता, आयुष गुप्ता, प्रियांशू गुप्ता आदि रामभक्त मौजूद रहे।















Leave a Reply