जयपुर ग्रामीण / गढ़वाडी
ब्यूरो – रमाकांत भारद्वाज
जीवन दान मिले रामगढ़ बांध को
पिछले कई वर्षों से सूखे के बाद रामगढ़ बांध मे पानीकी आवक के लिए बाणगंगा नदी की अमियत बढ गई है। लेकिन प्रशासन की अनदेखी और अवरोधों ने इस नदी को भी प्यासी बना दिया है। बाणगंगा के 48 किमी . लंबे बहाव क्षैत्र का दौरा मे देखने को मिला जहाँ 2 4 किमी. मे खेती और 25 से ज्यादा चेक डेम व एनिकट मिले।दोलाज गाँव मे वन विभाग और ग्राम पंचायत ने मनरेगा योजना के तहत कई छोटे चैक डेम बनवाए है, जो नदी के प्रवाह को रोक रहे है। इसके अलावा सार्वजनिक निर्माण विभाग ने पिछले वर्ष पुलिया निर्माण करवाया, जिस से स्थिति और बिगड़ गई। किसानो ने भी नादी के मुख्य बहाव क्षैत्र पर कब्जा कर लिया है। कई जगहों पर नदी का बहाव एक छोटे नाते मे तब्दील हो गया है। अर्वेध मिट्टी खन्न भी एक बडामुद्दा है। हाईकोर्ट मानिटरिंग कमेटी की और से रोक बाबजूद कई गांवों मे मिट्टी का खन्न जारी है। इसके कारण, बारिश का पानी का संचयन नही हो पा रहा है।
जल ग्रहण विकाश एवं भू संरक्षण विभाग ने बिना किसी जानकारी के बाबगंगा नदीसे जुड़े नालों में तीव जगहो . चैक डेम का निर्माण करवाया है। पंचायत को किसी प्रकार की नही दी गई है।
प्रकाश चंद गोडल्या,
सरपंच
ग्राम – पंचायत घोला
हाईकोर्ट कमेटी ने जगह – जगह चैक डेम निर्मण कार्य को रोकने के . निर्देश दिये थे लेकिन कार्य नही रोका गया । हम अधिकारियों को पत्र जारी करेगे ।
रविकुमार खोलिया
ए ई एन जल संसाधन विभाग
जमवारामगढ