सवांददाता मीडिया प्रभारी मनोज मूंधड़ा बीकानेर
Tips to prevent motion sickness : मोशन सिकनेस, जिसे यात्रा बीमारी भी कहा जाता है,एक सामान्य समस्या है जिसका सामना बहुत से लोग वाहन,जहाज या विमान में सफर करते समय करते हैं। इसे समझना और इसके लक्षणों को पहचानना आवश्यक है ताकि इसे प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया जा सके।
क्या है मोशन सिकनेस?
Tips to prevent motion sickness : मोशन सिकनेस (Motion sickness) एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति को चलती वस्तुओं में बैठने पर चक्कर,मतली,उल्टी जैसी परेशानियां होती हैं। इसका मुख्य कारण हमारे मस्तिष्क और इंद्रियों के बीच तालमेल का असंतुलन है। जब हम वाहन में होते हैं, तो हमारी आंखें स्थिरता महसूस करती हैं,लेकिन शरीर के अन्य हिस्से जैसे कान गति को महसूस करते हैं। यह विरोधाभास मस्तिष्क को भ्रमित करता है,जिससे मोशन सिकनेस (Motion sickness) उत्पन्न होती है।
किन लोगों में अधिक होता है मोशन सिकनेस?
1. छोटे बच्चे
मोशन सिकनेस (Motion sickness) का प्रभाव छोटे बच्चों में अधिक देखा जाता है क्योंकि उनके मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र का विकास जारी रहता है। उनकी संवेदनाएं और मस्तिष्क गति के बीच तालमेल बैठाने में कमजोर होते हैं।
2. महिलाएं
महिलाओं में,खासकर गर्भावस्था के दौरान,हार्मोनल बदलावों के कारण मोशन सिकनेस (Motion sickness) की संभावना अधिक होती है। इसके अलावा, मासिक धर्म या हार्मोनल असंतुलन के कारण भी यह समस्या बढ़ सकती है।
3. माइग्रेन ग्रसित लोग
वो लोग जो माइग्रेन से पीड़ित होते हैं,उनमें मोशन सिकनेस (Motion sickness) का खतरा अधिक होता है। माइग्रेन और मोशन सिकनेस में मस्तिष्क के तंत्रिका संकेतों का असंतुलन देखा जाता है।
4. वृद्ध लोग
उम्र बढ़ने के साथ तंत्रिका तंत्र की संवेदनशीलता में कमी आती है,जिससे वृद्ध लोगों में मोशन सिकनेस के लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
मोशन सिकनेस के प्रमुख लक्षण
1.मतली और उल्टी – सफर के दौरान अचानक मतली का अनुभव होना और उल्टी आने का मन होना।
2. चक्कर आना – वाहन की गति के कारण सिर घूमने जैसा महसूस होना।
3. पसीना आना – बिना किसी अन्य शारीरिक गतिविधि के अचानक पसीने का आना।
4. थकान और बेचैनी – सफर के दौरान थकान और बेचैनी का अनुभव होना।
मोशन सिकनेस से बचने के उपाय
1. सही स्थान पर बैठें
सफर के दौरान ड्राइवर के पास बैठना या विमान में पंखों के पास बैठना मोशन सिकनेस से बचने में मदद कर सकता है। इससे आपके शरीर की गति और दृष्टि के बीच तालमेल बेहतर होता है।
2. ताजा हवा लें
यदि आप कार में सफर कर रहे हैं,तो खिड़की खोलें या एसी चलाएं। ताजगी भरी हवा आपके मस्तिष्क को आराम देती है और उल्टी या चक्कर की संभावना को कम करती है।
3. किताबें पढ़ने से बचें
सफर के दौरान किताबें पढ़ना या मोबाइल पर गेम खेलना आपकी आंखों और कानों के बीच तालमेल को और बिगाड़ सकता है, जिससे मोशन सिकनेस बढ़ सकती है। इसके बजाय हल्का संगीत सुनें या दोस्तों से बातचीत करें।
4. हल्का भोजन करें
सफर से पहले हल्का और संतुलित भोजन करें। भारी या मसालेदार भोजन से बचें,क्योंकि ये पेट की समस्याओं को बढ़ा सकते हैं। अदरक की चाय पीना भी अच्छा उपाय है क्योंकि यह प्राकृतिक रूप से मस्तिष्क को शांत करने में मदद करता है।
5. चिकित्सकीय सलाह लें
यदि मोशन सिकनेस की समस्या बार-बार होती है,तो डॉक्टर से परामर्श करें। वे आपको कुछ दवाइयों का सुझाव दे सकते हैं जो यात्रा के दौरान राहत प्रदान करेंगी।
मोशन सिकनेस कोई गंभीर बीमारी नहीं है,लेकिन सफर को असहज और तनावपूर्ण बना सकती है। इसे नियंत्रित करने के लिए सही उपायों को अपनाना और अपनी शारीरिक सीमाओं को समझना आवश्यक है। कुछ सरल उपायों के साथ आप मोशन सिकनेस से बच सकते हैं और अपनी यात्रा का आनंद ले सकते हैं।