सवांददाता नरसीराम शर्मा बीकानेर श्रीडूंगरगढ
पंचांग का अति प्राचीन काल से ही बहुत महत्त्व माना गया है।शास्त्रों में भी पंचांग को बहुत महत्त्व दिया गया है और पंचाग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना गया है।पंचांग में सूर्योदय सूर्यास्त, चद्रोदय-चन्द्रास्त काल, तिथि, नक्षत्र, मुहूर्त, योगकाल, करण, सूर्य-चंद्र के राशि, चौघड़िया मुहूर्त दिए गए हैं।
🙏जय श्री गणेशाय नमः🙏
🙏जय श्री कृष्णा🙏
🌄 *श्री सनातन हिंदू पंचांग-22.09.2024* 🌄
🌞 *आज का पंचांग एवं राशिफल* 🌞
🕉️ *शुभ रविवार -* 🌞- *शुभ प्रभात्* 🕉️
74-30💥मध्यमान💥75-30
( *केतकी चित्रापक्षीय गणितानुसारेण निर्मितम्)*
___________________
____________आज विशेष____________
शीघ्र मनोकामना सिद्धि के लिए जप अनुष्ठान
साथ ही मंत्र का जाप करने के नियम ______________________
*_________दैनिक पंचांग विवरण______* ________________
आज दिनांक………………….22.09.2024
कलियुग संवत्…………………………5126
विक्रम संवत्………………………….. 2081
शक संवत्……………………………..1946
संवत्सर………………………….श्री कालयुक्त
अयन………………………………दक्षिणायन
गोल…………………………………….. उत्तर
ऋतु………………………………………शरद्
मास………………………………….. आश्विन
पक्ष………………………………………कृष्ण
तिथि……….पंचमी. अपरा. 3.43 तक / षष्ठी
वार…………………………………… रविवार
नक्षत्र… कृतिका. रात्रि. 11.03 तक / रोहिणी
चंद्रराशि………………वृषभ. संपूर्ण (अहोरात्र)
योग………….. हर्षण. प्रातः 8.16 तक / वज्र
करण………………तैत्तिल. अपरा. 3.43 तक
करण………..गर. रात्रि. 2.41* तक / वणिज _________________________________
*नोट-जिस रात्रि समय के ऊपर(*) लगा हुआ हो
वह समय अर्द्ध रात्रि के बाद सूर्योदय तक का है _________________________________*
*विभिन्न नगरों के सूर्योदय में समयांतर मिनट*
🌞श्री सनातन हिंदू पंचांग के अनुसार🌞
दिल्ली -10 मिनट———जोधपुर +6 मिनट
जयपुर -5 मिनट——अहमदाबाद +8 मिनट
कोटा – 5 मिनट————-मुंबई +7 मिनट
लखनऊ – 25 मिनट——बीकानेर +5 मिनट
कोलकाता -54 मिनट–जैसलमेर +15 मिनट _______________________________
– *सूर्योंदयास्त दिनमानादि-अन्य आवश्यक सूची- ________________________________*
सूर्योदय…………………. प्रातः 6.21.15 पर
सूर्यास्त…………………. सायं. 6.26.26 पर
दिनमान-घं.मि.सै…………………12.05.11
रात्रिमान-घं.मि.सै……………….. 11.55.11
चंद्रास्त………………….10.47.17 AM पर
चंद्रोदय……………………9.33.30 PM पर
राहुकाल…सायं. 4.56 से 6.26 तक(अशुभ)
यमघंट..अपरा 12.24 से 1.54 तक (अशुभ)
गुलिक…………..अपरा. 3.25 से 4.56 तक
अभिजित……..मध्या.11.59 से 12.48 तक
पंचक…………………………………. नहीं है
हवन मुहूर्त(अग्निवास)…………. आज नहीं है
दिशाशूल……………………….. .पश्चिम दिशा
दोष परिहार……… घी का सेवन कर यात्रा करें _________________________________
🌄 *विशिष्ट काल-मुहूर्त-वेला परिचय* 🌄________
अभिजित् मुहुर्त – दिनार्द्ध से एक घटी पहले और एक घटी बाद का समय अभिजित मुहूर्त कहलाता है,पर बुधवार को यह शुभ नहीं होता. _________________________________
ब्रह्म मुहूर्त – सूर्योदय से पहले का 1.30 घंटे का समय ब्रह्म मुहूर्त कहलाता है.. _________________________________
प्रदोष काल – सूर्यास्त के पहले 45 मिनट और
बाद का 45 मिनट प्रदोष माना जाता है… _________________________________
गौधूलिक काल सूर्यास्त से 12 मिनट पहले एवं
12 मिनट बाद का समय कहलाता है _________________________________
*भद्रा वास शुभाशुभ विचार _________________________________*
भद्रा मेष, वृष, मिथुन, वृश्चिक के चंद्रमा में स्वर्ग में व कन्या, तुला, धनु, मकर के चंद्रमा में पाताल लोक में और कुंभ, मीन, कर्क, सिंह के चंद्रमा में मृत्युलोक में मानी जाती है यहां स्वर्ग और पाताल लोक की भद्रा शुभ मानी जाती हैं और मृत्युलोक की भद्रा काल में शुभ कार्य वर्जित होते हैं इसी तरह भद्रा फल विचार करें.. ________________________________
* *दैनिक सूर्योदय कालीन लग्न एवं ग्रह स्पष्ट **
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लग्न ……. कन्या 4°52′ उत्तर फाल्गुनी 3 पा
सूर्य …….. कन्या 5°19′ उत्तर फाल्गुनी 3 पा
चन्द्र ………………. वृषभ 0°8′ कृत्तिका 2 ई
बुध ^ …….. सिंह 27°52′ उत्तर फाल्गुनी 1 टे
शुक्र …………………..तुला4°31′ चित्रा 4 री
मंगल …………….मिथुन 15°49′ आद्रा 3 ङ
बृहस्पति …….. वृषभ 26°37′ मृगशीर्षा 1 वे
शनि * ………कुम्भ 20°52′ पूर्वभाद्रपद 1 से
राहू * ………मीन 12°43′ उत्तरभाद्रपद 3 झ
केतु * ……………..कन्या 12°43′ हस्त 1 पू _________________________________
*दिन का चौघड़िया* _________________________________
चंचल……………..प्रातः 7.52 से 9.23 तक
लाभ…………….प्रातः 9.23 से 10.53 तक
अमृत………….पूर्वा. 10.53 से 12.24 तक
शुभ……………..अपरा. 1.54 से 3.25 तक
___________________________________
*रात्रि का चौघड़िया*
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शुभ……….सायं-रात्रि. 6.26 से 7.56 तक
अमृत…………….रात्रि. 7.56 से 9.25 तक
चंचल…………. रात्रि. 9.25 से 10.55 तक
लाभ…. रात्रि. 2.53 AM से 3.23 AM तक
शुभ…..रात्रि. 4.52 AM से 6.22 AM तक _________________________________
( *विशेष – ज्योतिष शास्त्र में एक शुभ योग और एक अशुभ योग जब भी साथ साथ आते हैं तो शुभ योग की स्वीकार्यता मानी गई है )*
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*शुभ शिववास की तिथियां*
शुक्ल पक्ष-2—–5—–6—- 9——-12—-13.
कृष्ण पक्ष-1—4—-5—-8—11—-12—-30.
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*दिन नक्षत्र एवं चरणाक्षर संबंधी संपूर्ण विवरण*
संदर्भ विशेष -यदि किसी बालक का जन्म गंड नक्षत्रों (रेवती, अश्विनी, अश्लेषा, मघा, ज्येष्ठा और मूल) में होता है तो सविधि नक्षत्र शांति की आवश्यक मानी गयी है और करवाना चाहिये..
आज जन्मे बालकों का नक्षत्र के चरण अनुसार राशिगत् नामाक्षर..
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11.44 AM तक—–कृतिका—-2——इ
05.21 PM तक—–कृतिका—-3——उ
11.03 PM तक—–कृतिका—-4——ए
04.44 AM तक—–रोहिणी—–1—-ओ
उपरांत रात्रि तक—–रोहिणी—–2—–वा
_________राशि वृष – पाया स्वर्ण_______
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____________आज का दिन___________
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व्रत विशेष…………………………….. नहीं है
अन्य व्रत……………………………… .नहीं है
दिन विशेष……………………………. नहीं है
श्राद्ध विशेष…………. . पंचमी एवं षष्ठी श्राद्ध
पर्व विशेष…………………………….. नहीं है
समय विशेष…… पवित्र चातुर्मास विधान जारी
दिवस विशेष………………. . विश्व गैंडा दिवस
पंचक…………………………………. . नहीं है
विष्टि(भद्रा)…………………………….. नहीं है
हवन मुहूर्त……………………… आज नहीं है
खगोलीय… . मृगशिरायां 2 गुरु अप. 4.06 पर
खगोलीय…….. तुलायां.भानु. सायं. 6.13 पर
खगोलीय……. रवि दक्षिण गोलीय गति प्रारंभ सर्वा.सि.योग………………………….. . नहीं है अमृत सि.योग…………………………. नहीं है
सिद्ध रवियोग….. . रात्रि. 11.03 से रात्रि पर्यंत
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*__अगले दिन की प्रतीकात्मक जानकारी___*
दिनांक………………………..23.09.2024 तिथि……………आश्विन कृष्णा षष्ठी सोमवार
व्रत विशेष…………………………….. नहीं है
अन्य व्रत………………………………. नहीं है
दिन विशेष………. राष्ट्रीय आश्विन मास प्रारंभ
श्राद्ध विशेष………………….. सप्तमी श्राद्ध
पर्व विशेष…………………………….. नहीं है
समय विशेष……पवित्र चातुर्मास विधान जारी
दिवस विशेष….. विश्व सांकेतिक भाषा दिवस
पंचक………………………………….. नहीं है
विष्टि(भद्रा).अपरा. 1.50 से रात्रि 1.10* तक
हवन मुहूर्त………………………. . . आज है
खगोलीय……………………………… नहीं है
सर्वा.सि.योग………………. संपूर्ण (अहोरात्र) अमृत सि.योग…………………………. नहीं है
सिद्ध रवियोग…… . उदयात् रात्रि. 10.08 तक
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✴️आज की विशेष प्रस्तुति✴️
💥धर्म ज्योतिष आध्यात्म वास्तु राशिफल 💥
**शीघ्र मनोकामना सिद्धि के लिए जप अनुष्ठान
साथ ही मंत्र का जाप करने के नियम**
हमारे पुराणों में मंत्रों की असीम शक्ति का वर्णन किया गया है। यदि साधना काल में नियमों का पालन न किया जाए तो कभी-कभी इसके बड़े घातक परिणाम सामने आ जाते हैं। प्रयोग करते समय तो विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
मंत्रों का प्रभाव मंदिर में प्रतिष्ठित मूर्ति के प्रभाव का आधार मंत्र ही तो है क्योंकि बिना मंत्र सिद्धि यंत्र हो या मूर्ति अपना प्रभाव नहीं देती। मंत्र आपकी वाणी, आपकी काया, आपके विचार को प्रभावपूर्ण बनाते हैं। मंत्र उच्चारण की जरा-सी त्रुटि हमारे सारे करे-कराए पर पानी फेर सकती है।
मंत्र-साधक के बारे में यह बात किसी को पता नहीं चलना चाहिए कि वो किस मंत्र का जप करता है या कर रहा है। यदि मंत्र के समय कोई पास में है तो मानसिक जप करना चाहिए।
भगवान राम ने माता शबरी के निवेदन पर उन्हें भक्ति का ज्ञान देते हुए कहा है कि ‘मंत्र जप मम दृढ़ विश्वासा! पंचम भजन सो वेद प्रकाशा!
अर्थात् मंत्र जप करना भी मेरी पांचवीं प्रकार की भक्ति है, ऐसा वेद भी कहते हैं। तात्पर्य यह है कि कोई भी प्राणी कल्याण कारक मंत्रों को उस मंत्र के योग्य जपनीय माला द्वारा सविधि जप करके अपने कार्य को सिद्ध करके इष्ट को प्राप्त कर सकता है।
मंत्रों का जप करने पर भी अगर सफलता नहीं मिलती है तो इसका एक बड़ा कारण यह होता है कि लोग जिस मनोकाना की पूर्ति के लिए जप करते हैं उसके अनुकूल माला का प्रयोग नहीं करते। इसलिए जप में माला का बड़ा महत्व बताया गया है।
मंत्र जप शुरु करने से पहले करें यह काम
जिस माला से जाप करना है उसका संस्कार व शुद्धि करना भी जरूरी है। एक पात्र में पंचगव्य (गाय का दूध, दही, घी, गोबर और गोमूत्र) लें। उसमें थोड़ी-सी कुशा डालें दें और इससे माला को शुद्ध करें। फिर गायत्री मंत्र बोलते हुए माला को हिलाएं। इसके बाद पीपल के पत्तों पर माला को रखकर गंगाजल से स्नान कराएं।
मंत्र जाप अथवा साधना करते समय सर्वप्रथम स्नानादि से निवृत होकर आसन स्थापित करें। उसके बाद पूर्व या उत्तर की ओर मुंह करके दीप प्रज्ज्वलित करते हुए यह मंत्र पढ़ें-`दीपो ज्योतिः परं ब्रह्म दीपो ज्योतिर्जनार्दनः। दीपो हरतु मे पापं, पूजा दीप नमोऽस्तुते। शुभं करोतु कल्याणं आरोग्यं सुखसम्पदाम्। शत्रु बुद्धि विनाशाय पूजा दीप नमोऽस्तुते।’
इसके बाद अपने इष्ट देव की पंचोपचार या षोडशोपचार पूजा करके जपनीय माला के सुमेरु को दोनों नेत्रों के मध्य ब्रह्मरंध्र पर स्पर्श कराते हुए इस मंत्र को बोलते हुए माला को अभिमंत्रित करें-
`ऊं मां माले महामाये सर्वशक्ति स्वरूपिणी। चतुर्वर्गस्त्वयि न्यस्तस्तस्मान्मे सिद्द्धिदा भव। ॐ अविघ्नम् कुरु माले त्वं गृह्णामि दक्षिणे करे। जपकाले च सिद्ध्यर्थं प्रसीद मम सिद्धये। ॐ अक्षमालाधिपतये सुसिद्धिं देहि देहि सर्वमंत्रार्थसाधिनि साध्य-साध्य सर्वसिद्धि परिकल्पय परिकल्पय मे स्वाहा।’
जब जप पूर्ण हो जाए, तो पुनः उसी माला को ब्रह्मरंध्र के मध्य रखें और यह मंत्र ‘ ॐ गुह्याति गुह्यगोप्त्री त्वं गृहाणास्मत्कृतं जपं। सिद्धिर्भवतु मे देव त्वत प्रसादान्महेश्वरि।’ पढ़ते हुए प्रणाम करें। ऐसा करने से आपके सभी इच्छित मनोरथ पूर्ण होंगे।
मनकों को अनामिका और अंगूठे के अग्र भाग को मिला कर उस के ऊपर रखें और मध्यमा अंगुली से आगे चलाते रहें। अन्य किसी भी अंगुली का प्रयोग जप में निषेध है।
*मनोकामना अनुसार चुनें माला*
कमलगट्टे की माला धन प्राप्ति, पुत्रजीवा की माला संतान प्राप्ति तथ्ा मूंगे की माला गणेश और लक्ष्मी की प्रसन्नता के लिए है। लाल चंदन की माला गणेशजी, मां दुर्गा और लक्ष्मीजी की साधना के लिए प्रयुक्त होती है। वहीं तुलसी की माला वैष्णव भक्तों, राम और कृष्ण की उपासना हेतु उत्तम मानी गई है।
स्फटिक माला सौम्य प्रभाव से युक्त होती है। इसे धारण करने से चंद्रमा और शिवजी की कृपा शीघ्र प्राप्त हो जाती है। हल्दी की माला का प्रयोग बृहस्पति ग्रह की शांति तथा मां बगलामुखी के मंत्र जप के लिए श्रेष्ठ है। कमल के बीजों की माला से मां लक्ष्मी की आराधना करें।
हनुमानजी का मंत्र जप करने के लिए मूंगे की माला या तुलसी माला का प्रयोग श्रेयस्कर है। चंद्रमा की पूजा के लिए मोती की माला प्रयोग करें। शिव मंत्र जाप के लिए रुद्राक्ष की माला निश्चित की गई है। सूर्य की पूजा करने के लिए माणिक्य की माला ही सिद्ध है।
माला जप को लेकर लोगों में मन में कई धारणाएं हैं। कुछ लोगों का मानना है कि महिलाओं को माला नहीं जपनी चाहिए। जबकि यह सत्य नहीं है। महिलाएं भी अपने इष्ट देव का ध्यान करते हुए माला से मंत्र जप कर सकती हैं।
*आज का राशिफल*
मेष-(चू चे चो ला ली लू ले लो अ)
आज स्वास्थ्य का ध्यान रखें और चीज़ों को व्यवस्थित करें। आपके माता पिता आपकी फिजूलखर्ची को देखकर आज चिंतित हो सकते हैं और इसलिए आपको उनके गुस्से का शिकार भी होना पड़ सकता है। आपके जीवन-साथी की सेहत चिंता का कारण बन सकती है और उसे चिकित्सकीय देखरेख की ज़रूरत है। आज आप सारे रिश्तों और रिश्तेदारों से दूर होकर अपना दिन किसी ऐसी जगह पर बिताना पसंद करेंगे जहां जाकर आपको शांति प्राप्त होती है। आपके जीवनसाथी का आन्तरिक सौन्दर्य बाहर भी पूरी तरह महसूस होगा। आपकी खूबियां आज लोगों को बीच आपको प्रशंसा का पात्र बनाएंगी।
वृषभ-(इ उ एओ वा वी वू वे वो)
आज आपके पास अपनी सेहत से जुड़ी चीज़ों को सुधारने के लिए पर्याप्त समय होगा। पैसे की अहमियत को आप अच्छे से जानते हैं इसलिए आज के दिन आपके द्वारा बचाया गया धन आपके बहुत काम आ सकता है और आप किसी बड़ी मुश्किल से निकल सकते हैं। किसी बुज़ुर्ग रिश्तेदार की निजी समस्याओं में मदद करके आप उनका आशीर्वाद पा सकते हैं। खाली समय का सदुपयोग होना चाहिए लेकिन आज आप इस समय का दुरुपयोग करेंगे और इस वजह से आपका मूड भी खराब होगा। वैवाहिक जीवन के लिहाज़़ से यह बढ़िया दिन है। साथ में एक अच्छी शाम गुज़ारने की योजना बनाएँ। जो बात सच्ची होती हैं उन्हें कहने में आपके शब्द भी कम जाया होते हैं। इसलिए आज आपके लिए यही सलाह है कि अपने काम और बातों में सच्चाई रखें।
मिथुन- (क की कू घ ङ छ के को ह)
आज आप अपने जीवन-साथी के साथ पारिवारिक समस्याओं को साझा करें। एक-दूसरे को फिर से भली-भांति जानने के लिए थोड़ा और वक़्त एक-दूसरे के साथ बिताएँ और ख़ुद की स्नेही जोड़े की छवि को मज़बूत करें। आपके बच्चे भी घर में ख़ुशी और सुकून के माहौल को महसूस कर सकेंगे। इससे आपको एक-दूसरे के साथ व्यवहार में ज़्यादा खुलापन और आज़ादी मिलेगी। जेवर और एंटीक में निवेश फ़ायदेमंद रहेगा और समृद्धि लेकर आएगा। आज आप ऊर्जा से भरपूर, ज़िंदादिल और गर्मजोशी से भरा व्यवहार आपके आस-पास के लोगों को ख़ुश कर देगा। कारोबारी आज करोबार से ज्यादा अपने परिवार के लोगों के बीच समय बिताना पसंद करेंगे। इससे आपके परिवार में सामंजस्य बनेगा। आज आप एक बार फिर समय में पीछे जाकर शादी के शुरुआती दिनों के प्यार और रुमानियत को महसूस कर सकते हैं। काम की अधिकता आज आपको मानसिक रुप से परेशान कर सकती है। हालांकि शाम के वक्त थोड़ी देर ध्यान करके आप अपनी ऊर्जा वापस पा सकते हैं।
कर्क- (ही हू हे हो डा डी डू डे डो)
आज आप मानसिक और शारीरिक तौर पर थकान महसूस कर सकते हैं, थोड़ा-सा आराम और पौष्टिक आहार आपके ऊर्जा-स्तर को उठाए रखने में अहम साबित होगा। आपके द्वारा धन को बचाने के प्रयास आज असफल हो सकते हैं हालांकि आपको इससे घबराने की जरुरत नहीं है स्थिति जल्द ही सुधरेगी। आपकी भरपूर ऊर्जा और ज़बरदस्त उत्साह सकारात्मक परिणाम लाएंगे व घरेलू तनाव दूर करने में मददगार रहेंगे। अंजान लोगों से बात करना ठीक है लेकिन उनकी विश्वसनियता जाने बिना उनको अपने जीवन की बातें बताकर आप अपना वक्त ही जाया करेंगे और कुछ नहीं। आपका जीवनसाथी अन्य दिनों की अपेक्षा आपका ज़्यादा ख़्याल रखेगा। घर से बाहर रहने वाले जातकों को आज अपने घर की बहुत याद सताएगी। अपने मन को हल्का करने के लिए आप घर वालों से कई देर तक बात कर सकते हैं।
सिंह- (मा मी मू मे मो टा टी टू टे)
आज आपका व्यक्तित्व इत्र की तरह महकेगा और सबको आकर्षित करेगा। जो लोग अब तक पैसे को बिना वजह ही उड़ा रहे थे आज उन्हें अपने आप पर काबू रखना चाहिए और धन की बचत करनी चाहिए। शाम के समय सामाजिक गतिविधियाँ उससे कई बेहतर रहेंगी, जितनी आपने उम्मीद की थी। आपका प्रिय आज कुछ खीझा हुआ महसूस कर सकता है, जो आपके दिमाग़ पर दबाव और बढ़ा देगा। यात्राओं से तुरंत लाभ तो नहीं होगा, लेकिन इसके चलते अच्छे भविष्य की नींव रखी जाएगी। किराने की ख़रीदारी को लेकर जीवनसाथी से तक़रार संभव है। आप कुछ समय अपने व्यक्तित्व को निखारने में लगा सकते हैं, क्योंकि आकर्षक व्यक्तित्व का आत्म-निर्माण में अहम योगदान होता है।
कन्या- (टो प पी पू ष ण ठ पे पो)
आज आपका बच्चों जैसा भोला स्वभाव फिर सतह पर आ जाएगा और आप शरारती मनोदशा में होंगे। आज के दिन धन हानि होने की संभावना है इसलिए लेन-देन से जुड़े मामलों में जितना आप सतर्क रहेंगे उतना ही आपके लिए अच्छा रहेगा। सामाजिक गतिविधियाँ मज़ेदार रहेंगी, लेकिन अपने रहस्य किसी के सामने उजागर न करें। सच्चे और पवित्र प्रेम का अनुभव करें। इस राशि के जातक आज खाली वक्त में रचनात्मक काम करने का प्लान तो बनाएंगे लेकिन उनका यह प्लान पूरा नहीं हो पाएगा। आपका जीवनसाथी वाक़ई आपके लिए फ़रिश्तों की तरह है और आपको आज यह एहसास होगा। यात्रा पर किसी से अचानक मुलाकात आपको अच्छे अनुभव करा सकती है।
तुला- (रा री रू रे रो ता ती तू ते)
आज के दिन आपके चेहरे पर मुस्कान बिखरी रहेगी और अजनबी भी जाने-पहचाने से महसूस होंगे। जीवन की गाड़ी को अच्छे से चलाना चाहते हैं तो आज आपको पैसे की आवाजाही पर विशेष ध्यान देना होगा। आप सभी पारिवारिक कर्ज़े ख़त्म करने में क़ामयाब रहेंगे। आपकी मुलाक़ाता एक ऐसे दोस्त से होगी, जिसे आपका ख़याल है और जो आपको समझता भी है। समय का पहिया बहुत तेजी से चलता है इसलिए आज से ही अपने कीमती समय का सही उपयोग करना सीख लें। आप और आपका जीवनसाथी मिलकर वैवाहिक जीवन की बेहतरीन यादें रचेंगे। शराब या सिगरेट का बहुत ज्यादा सेवन करना आज आपके स्वास्थ्य की स्थिति को खराब कर सकता है।
वृश्चिक- (तो ना नी नू ने नो या यी यू)
आज आपकी सेहत अच्छी रहेगी। बाकी दिनों के मुकाबले आज का दिन आर्थिक दृष्टि से अच्छा रहेगा और आपको पर्याप्त धन की प्राप्ति होगी। अपनी पत्नी/पति के साथ पिकनिक पर जाने का बेहतरीन दिन है। यह न केवल आपका मन हल्का करेगा, बल्कि आप दोनों के बीच मतभेद दूर करने में भी मदद करेगा। सच्चे और पवित्र प्रेम का अनुभव करें। दिन को कैसे अच्छा बनाया जाए इसके लिए आपको अपने लिए भी समय निकालना सीखना होगा। यह दिन आपके जीवनसाथी के रूमानी पहलू को भरपूर तरीक़े से दिखाएगा। आज का दिन अपने व्यक्तित्व को निखारने में लगा सकते हैं। बेकार समय बिताने तो यह बेहतर ही है।
धनु-ये यो भा भी भू धा फा ढ़ा भे)
आपमें आज चुस्ती-फुर्ती देखी जा सकती है। आपका स्वास्थ्य आज पूरी तरह से आपका साथ देगा। दिन बहुत लाभदायक नहीं है- इसलिए अपनी जेब पर नज़र रखें और ज़रूरत से ज़्यादा ख़र्चा न करें। आज आपको दूसरों की ज़रूरतों पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए। हालाँकि बच्चों को ज़्यादा छूट देना आपके लिए समस्या खड़ी कर सकता है। आज आप ऐसे इंसान से मिल सकते हैं, जो आपको ख़ुद अपनी ज़िन्दगी से ज़्यादा चाहता होगा। अगर आप अपनी चीज़ों का ध्यान नहीं रखेंगे, तो उनके खोने या चोरी होने की संभावना है। जीवनसाथी के साथ थोड़ा हँसी-मज़ाक़, आपको किशोरावस्था के दिनों की याद दिला देंगे। पूरा दिन बैठकर ऊबने की बजाय ब्लॉगिंग करें या कोई रोचक किताब पढें
मकर- (भो जा जी खी खू खे खो गा गी)
आज सुकून हासिल करने लिए कुछ पल क़रीबी दोस्तों के साथ बिताएँ। दिन की शुरुआत में ही आज आपको कोई आर्थिक हानि हो सकती है जिससे सारा दिन खराब हो सकता है। आज का दिन मज़े करने के लिहाज़ से बढ़िया है, इसलिए अपनी पसंदीदा चीज़ों और काम का लुत्फ़ उठाएँ। आज अपने प्रिय से दूर होने का दुःख आपको टीस देता रहेगा। बिना किसी को बताए आज आप अकेले वक्त बिताने घर से बाहर जा सकते हैं। लेकिन आप अकेले तो होंगे लेकिन शांत नहीं आपके दिल में आज के दिन कई चिंताएं हैं होंगी। अपने जीवनसाथी की नुक़्ताचीनी से आप आज परेशान हो सकते हैं, लेकिन वह आपके लिए कुछ बढ़िया भी करने वाला है। अगर आप अपने दिन को ज़रा बेहतर व्यवस्थित करें, तो अपने खाली समय का पूरा सदुपयोग कर काफ़ी काम कर सकते हैं।
कुंभ- (गू गे गो सा सी सू से सो द)
आज आपको लंबे समय से महसूस हो रही थकान और तनाव से आराम मिलेगा। इन परेशानियों से स्थायी निजात पाने के लिए जीवन-शैली में बदलाव लाने का सही समय है। माली सुधार की वजह से ज़रूरी ख़रीदारी करना आसान रहेगा। बच्चे उम्मीदों पर खरे न उतरकर आपको निराश कर सकते हैं। सपनों को साकार करने के लिए उन्हें प्रोत्साहन देने की ज़रूरत है। आपके प्रिय के कड़वे शब्दों के कारण आपका मूड ख़राब हो सकता है। इस राशि वालों को आज खुद के लिए काफी समय मिलेगा। इस समय का उपयोग आप अपने शौकों को पूरा करने में कर सकते हैं। आप कोई किताब पढ़ सकते हैं या अपना पसंदीदा संगीत सुन सकते हैं। किसी पड़ोसी, दोस्त या रिश्तेदार की वजह से वैवाहिक जीवन में अनबन संभव है। अकर्मण्यता पतन की जड़ है; ध्यान व योगाभ्यास करके आप इस जड़ता को दूर भगा सकते हैं।
मीन- (दी दू थ झ ञ दे दो च ची)
आज आप अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। निवेश करना कई बार आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है आज आपको यह बात समझ में आ सकती है क्योंकि किसी पुराने निवेश से आज आपको लाभ हो सकता है। ऐसी जानकारी ज़ाहिर न करें, जो व्यक्तिगत और गोपनीय हो। प्यार-मोहब्बत के लिहाज़ से दिन थोड़ा मुश्किल रहेगा। खाली वक्त्त में कोई पुस्तक पढ़ सकते हैं। हालांकि आपके घर के बाकी सदस्य आपकी एकाग्रता को भंग कर सकते हैं। आपके जीवनसाथी की सुस्ती आपके कई कामों पर पानी फेर सकती है। आज आपके जोशीले अंदाज से आपके सहकर्मी आपसे आकर्षित हो सकते हैं।
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