• क्या आप जानते हैं?,जलेबी सिर्फ मिठाई ही नहीं बल्कि आयुर्वेदिक औषधि भी है।
हेल्थ टिप्स : जलेबी एक मशहूर राजशाही पकवान है जिसको दूध,दही या फिर रबड़ी से भी खाया जाता है।
क्या है जलेबी का आयुर्वेदिक उपयोग :-
जलेबी एक भारतीय व्यंजन है, जो की जलोदर नामक बीमारी के इलाज में इसका प्रयोग किया जाता है।
शुगर के बढ़े लेबल को नियंत्रित करने के लिए,जलेबी को दही के साथ खाया जाता है।
खाली पेट दूध और जलेबी खाने से वजन और लम्बाई बढ़ता है।
माइग्रेन की दर्द और सिर दर्द के लिए सूर्योदय से पूर्व,दूध और जलेबी खाने को आयुर्वेद में लिखा है
ग्रह शांति अथवा ईश्वर का भोग भी जलेबी से :-
आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा लिखित देवी पूजा पद्धति में, भगवती को हरिद्रान पुआ यानी सब जलेबी का भोग लगाने के विषय में लिखा है।
जलेबी माता भगवती को भोग में चढ़ाने की प्रथा है।
इमरती जो की उड़द की दाल से बनता है,शनि की शांति के लिए हनुमान जी या पीपल वृक्ष या शनि मंदिर में चढ़ाने,काले कौवा और कुत्ते को खिलाने से शनि का प्रभाव कम होता है।
जलेबी बनाने की विधि :-
हमारे प्राचीन ग्रंथ में जलेबी बनाने की विधि संस्कृत भाषा में लिखी है साथ ही जलेबी बनाने की विधि पुराणों में भी है इसे रस कुंडलिका नाम दिया गया है।भोज कुतुहल में इसे जल वल्लीका नाम दिया है।
‘गुण्यगुणबोधिनी’ में भी जलेबी बनाने की विधि लिखी है ।
सबसे बड़ी बात की जलेबी कुंडली के आकार की होती है, जिसका संबंध आंतो से है कब्ज का ये रामबाण इलाज है ।
नोट :- यहां दी गई जानकारी का “सत्यार्थ वेब न्यूज मीडिया नेटवर्क” किसी सत्यता या दावे की पुष्टि नहीं करता है।कोई उपाय या प्रयोग करने से पूर्व आप संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ से परामर्श कर लें।