• पर्युषण पर्व के दौरान पशुवध व मांस विक्रय पर लगे प्रतिबंध।
• आइजा साथियों ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौपकर की मांग की।
सुसनेर। जैन धर्मावलंबियों के महापर्व पर्युषण पर्व के दौरान पशु वध एवं मांस विक्रय पर रोक लगाने की मांग को लेकर ऑल इंडिया जैन जर्नलिस्ट एसोसिएशन आइजा के द्वारा जिला कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन शुक्रवार को एसडीएम कार्यालय में दिया गया। दिए गए ज्ञापन में बताया गया कि जैन समाज अहिंसा का अनुयायी समाज है भगवान महावीर स्वामी ने भी सभी जीवों के प्रति करूणा का भाव रखते हुए अहिंसा परमो धर्म का सिद्धांत दिया है। जिले में वर्तमान में कई अवैध बूचड़खाने संचालित हो रहे है। जो कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार बंद होना चाहिए। चतुर्मास के दौरान श्वेतांबर और दिगम्बर जैन समाज द्वारा 31 अगस्त से 7 सितंबर व 8 सितंबर से 15 सितंबर तक पर्युषण महापर्व मनाया जाएगा। ज्ञापन में सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय और एनिमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ इंडिया की एडवाइजरी के परिपालन में पर्युषण पर्व के दौरान क्षेत्र में संचालित पशु वध, मछली व्यापार एवं मांस विक्रय की दुकानें बंद कराने की मांग की गई। इस अवसर पर आइजा जिलाध्यक्ष सिंघाई ललित जैन, सिंघाई अभय जैन, मनोज जैन, दीपक जैन, राकेश जैन, शुभम चौधरी, अंकित जैन आदि मौजूद रहे।