न्यूज रिपोर्टर नरसीराम शर्मा बीकानेर श्रीडूंगरगढ़
पंचांग का अति प्राचीन काल से ही बहुत महत्त्व माना गया है शास्त्रों में भी पंचांग को बहुत महत्त्व दिया गया है और पंचाग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना गया है ! पंचांग में सूर्योदय सूर्यास्त, चद्रोदय-चन्द्रास्त काल, तिथि, नक्षत्र, मुहूर्त, योगकाल, करण, सूर्य-चंद्र के राशि, चौघड़िया मुहूर्त दिए गए हैं!
ll जय श्री राधे ll
*दिनाँक:- 15/07/2024, सोमवार* नवमी, शुक्ल पक्ष, आषाढ “”””””””(समाप्ति काल)
तिथि————– नवमी 19: 18:46 तक चोघडिया, दिन
अमृत 05:52 – 07:34 शुभ
काल 07:34 – 09:17 अशुभ
शुभ 09:17 – 10:59 शुभ
रोग 10:59 – 12:43 अशुभ
उद्वेग 12:43 – 14:26 अशुभ
चर 14:26 – 16:08 शुभ
लाभ 16:08 – 17:51 शुभ
अमृत 17:51 – 19:34 शुभ
चोघडिया, रात
चर 19:34 – 20:51 शुभ
रोग 20:51 – 22:08 अशुभ
काल 22:08 – 23:26 अशुभ
लाभ 23:26 – 24:43* शुभ
उद्वेग 24:43* – 26:00* अशुभ
शुभ 26:00* – 27:18* शुभ
अमृत 27:18* – 28:35* शुभ
चर 28:35* – 29:52* शुभ
(*) समय आधी रात के बाद, लेकिन अगले दिन के सूर्योदय से पहले.
🚩*दैनिक राशिफल*🚩
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत।।
🐏मेष-यात्रा मनोरंजक रहेगी। कोई बड़ा काम होने से प्रसन्नता रहेगी। कारोबार में वृद्धि होगी। विरोधी सक्रिय रहेंगे। धन प्राप्ति सुगम होगी। समय अनुकूल है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। परिवार के साथ समय प्रसन्नतापूर्वक व्यतीत होगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। जल्दबाजी न करें।
🐂वृष-भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। किसी बड़े काम को करने की योजना बनेगी। आत्मसम्मान बना रहेगा। व्यापार लाभदायक रहेगा। घर-परिवार में कोई मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। मित्रों के साथ अच्छा समय बीतेगा।
👫मिथुन-मित्रों का सहयोग करने का मौका प्राप्त होगा। मेहनत का फल मिलेगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। लेन-देन में सावधानी रखें। अपरिचितों पर अंधविश्वास न करें। कारोबार ठीक चलेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। भाग्य अनुकूल है। समय का लाभ लें।
🦀कर्क-विवाद को बढ़ावा न दें। कानूनी अड़चन से सामना हो सकता है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। बुरी खबर मिल सकती है, धैर्य रखें। दौड़धूप से स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। आय बनी रहेगी। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में कार्यभार रहेगा। जोखिम न लें।
🐅सिंह-रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने-का अवसर प्राप्त होगा। मनपसंद भोजन का आनंद मिलेगा। पार्टी व पिकनिक का आयोजन हो सकता है। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी न करें।
🙍♀️कन्या-स्थायी संपत्ति के कार्य मनोनुकूल लाभ देंगे। किसी बड़ी समस्या का हल सहज ही प्राप्त होगा। किसी वरिष्ठ व्यक्ति का सहयोग मिलेगा। भाग्य अनुकूल है। व्यापार-व्यवसाय में वृद्धि होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। शत्रुओं का पराभव होगा। किसी व्यक्ति की बातों में न आएं। प्रसन्नता रहेगी।
⚖️तुला-किसी व्यक्ति विशेष का सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार लाभदायक रहेगा। पारिवारिक सदस्यों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। नौकरी में मातहतों से अनबन हो सकती है। शारीरिक कष्ट संभव है। जल्दबाजी से हानि होगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। धन प्राप्ति सुगम होगी।
🦂वृश्चिक-चोट व दुर्घटना से बड़ी हानि हो सकती है। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। किसी अपरिचित व्यक्ति पर अतिविश्वास न करें। किसी भी प्रकार के विवाद में न पड़ें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। व्यापार ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। मित्रों के साथ समय अच्छा व्यतीत होगा।
🏹धनु-तीर्थदर्शन की योजना फलीभूत होगी। सत्संग का लाभ मिलेगा। आत्मशांति रहेगी। यात्रा संभव है। व्यापार ठीक चलेगा। संपत्ति के कार्य मनोनुकूल लाभ देंगे। नौकरी में चैन रहेगा। दूसरों की जवाबदारी न लें। थकान रह सकती है।
🐊मकर-कार्यस्थल पर परिवर्तन की योजना बनेगी। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। ऐश्वर्य व आरामदायक साधनों पर व्यय होगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। जल्दबाजी से बचें। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी।
🍯कुंभ-डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है। यात्रा मनोरंजक रहेगी। नौकरी में मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। शेयर मार्केट में जल्दबाजी न करें। व्यापार लाभदायक रहेगा। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। लेन-देन में सावधानी रखें। चोट व रोग से कष्ट संभव है। प्रमाद न करें।
🐟मीन-स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। विवाद को बढ़ावा न दें। फालतू खर्च होगा। किसी के व्यवहार से क्लेश होगा। जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। आय में निश्चितता रहेगी। नौकरी में कार्यभार बढ़ेगा। सहकर्मी साथ नहीं देंगे। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे।
🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
भगवान शिव पर दूध क्यों चढ़ाया जाता है
हिंदू धर्म में भगवान शिव की पूजा-उपासना के लिए सोमवार का दिन समर्पित किया गया है। इस दिन भगवान भोलेनाथ के भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए कई तरह के उपाय करते हैं। जिससे भगवान शिव का आशीर्वाद भक्तों पर बना रहे। भगवान शिव अपने भक्तों से बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। इसके लिए शिव भक्त को अधिक मेहनत की आवश्यकता नहीं होती है।पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए शास्त्रों में कई विधि-विधान बताए गए हैं। जिसमें भगवान शिव को बेलपत्र, धतूरा,दूध अर्पित करने आदि का भी उल्लेख मिलता है।आइए जानें कि शिवलिंग पर दूध क्यों चढ़ाया जाता है और ऐसा करने से क्या होता है? पौराणिक मान्यता के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान जो विष निकला था, वह संसार के लिए बेहद खतरनाक था। जिसका पान भगवान शिव ने कर लिया था। विष पीने की वजह से भगवान शिव का शरीर जलने लगा। तभी वहां उपस्थित सभी देवताओं ने उनके ऊपर जल चढ़ाना शुरू किया, लेकिन कोई ज्यादा असर नहीं हुआ। तभी सारे देवताओं ने भगवान शिव से दूध ग्रहण करने का आग्रह किया। दूध पीने से भगवान शिव पर विष का असर कम हो गया और भगवान शिव का शरीर जलने से बच गया। उसी समय से भगवान शिव पर दूध अर्पित करने की परंपरा आरंभ हुई।
भगवान शिव की पूजा करने की विधि
सोमवार के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। इस दिन सुबह स्नानादि से निवृत्त होकर व्रत का संकल्प लें। इसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती की प्रतिमा स्थापना कर उनका जलाभिषेक करें।भगवान शिव को मंत्रोच्चार के साथ धतूरा, दूध, फूल, बेल पत्र, सुपारी और पंचामृत अर्पित करें और फिर माता पार्वती को सोलह श्रृंगार चढ़ाएं। अब तिल के तेल का दीपक जलाएं और ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें। अंत में शिव चालीसा का पाठ करें।