शहडोल,खनिज विभाग की कार्यवाही ने राजस्व और पुलिस विभाग की कार्यशैली पर उठाएं प्रश्न चिन्ह कार्यवाही के दौरान पत्रकार को जान से मारने मामले में अभी तक कार्यवाही शून्य
शहडोल,खनिज विभाग की कार्यवाही ने राजस्व और पुलिस विभाग की कार्यशैली पर उठाएं प्रश्न चिन्ह कार्यवाही के दौरान पत्रकार को जान से मारने मामले में अभी तक कार्यवाही शून्य
शहडोल,खनिज विभाग की कार्यवाही ने राजस्व और पुलिस विभाग की कार्यशैली पर उठाएं प्रश्न चिन्ह
कार्यवाही के दौरान पत्रकार को जान से मारने मामले में अभी तक कार्यवाही शून्य
शहडोल जिला में इन दिनों अपराध का ग्राफ इस कदर बढ़ रहा है कि यह कहना गलत नहीं होगा अंधेर नगरी चौपट राजा जिसका जीता जाता उदाहरण बीते दिन हुए हादसों से लगाया जा सकता है भले ही पुलिस विभाग ने कठोर कार्यवाही दिखाते हुए ए एस आई की हत्या करने वाले आरोपियों पर कड़ी कार्यवाही की हो लेकिन पत्रकारों पर हो रहे हमले पर अभी तक पुलिस की तरफ से कोई कार्यवाही नहीं की जा रही बीते दिनों गोहपारू थाना क्षेत्र के खनौधी वन परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम मलमथर की भूमि से लगभग 100 मी के दायरे में राजस्व भूमि से मूरुम खनन वन विभाग द्वारा कार्यवाही की गई वन विभाग द्वारा मौके में पहुंचकर जेसीबी जप्त कर कठोर कार्रवाई तो की गई लेकिन वन विभाग के सामने ही माफियाओं ने सूचना देने वाले पत्रकार पर हमला बोल दिया यही नहीं जेसीबी बकेट से जान से मारने की प्रयास किया गया था पूरे मामले की शिकायत गोहपारू थाने में की गई लेकिन क्या कारण रहा होगा कि शिकायतकर्ता का मेडिकल जांच करने के बाद भी गोहपारू पुलिस ने अभी तक मुकदमा कायम नहीं किया।
यह है पूरा मामला…
प्राप्त शिकायत के अनुसार गोहपारू थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थानीय दस दबंग माफिया गिरोह के 1सुमित सिंह चंदेल2 सुनील तिवारी 3गुड्डा सोनी उर्फ अवधेश सोनी निवासी खनौधी 4छोटू यादव उर्फ रामदास यादव निवासी रतहर 5शिवम सिंह ठाकुर 6अरविंद त्रिपाठी 7सुरेश सिंह कमर निवासी बरहा 8संजय तिवारी9 मिथुन सिंह कमर निवासी खाड ए सभी मिलकर रात्रि के करीब 9:00 बजे मलमाथर से ग्राम खंड पहुंच मार्ग के बीच शासकीय भूमि पर रात्रि का समय जेसीबी मशीन से मुरूम चोरी कर अवैध खनन और ट्रैक्टर के माध्यम से परिवहन कर रहे थे उसी दौरान राजेश यादव पत्रकार पूरे मामले की जानकारी दक्षिण वन मंडल अधिकारी शहडोल को फोन पर दी वन मंडल अधिकारी द्वारा वन परी क्षेत्र अधिकारी रेंज खनौधी के टीम गठित कर मुरूम का अवैध खनन परिवहन मौके का स्थल पर पहुंचकर कार्यवाही की कार्यवाही के दौरान सूचना देने वाले पत्रकार चिन्हित स्थान को दिखाने के लिए टीम के साथ पहुंचा तभी दौरान कार्यवाही की वीडियो भी बना रहा था लेकिन स्थानीय नो दबंग माफियाओं ने वन विभाग के शासकीय टीम के सामने ही प्रार्थी के ऊपर जेसीबी मशीन के बकेट से हमला कर दिया और उसके बाद दबंग ने हाथ मुख्टखा से पत्रकार की पिटाई करी जिस पत्रकार को अंदरूनी चोटे भी आई आपको बता दे की बताया जा रहा की बेहोशी की हालत में पत्रकार को वन विभाग के टीम द्वारा प्राइवेट वाहन से वन परिक्षेत्र खनौधी लाया गया इसके बाद संपूर्ण मामले की जानकारी पत्रकार द्वारा गोहपारू थाना प्रभारी को फोन पर दिया गया और थाना प्रभारी द्वारा पुलिस भेजकर गोहपारू मे पत्रकार को लाया गया और साथ लिखित आवेदन भी लिया गया और डाक्टरी परीक्षण भी करवाया गया किंतु अभी तक पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं हुई।
ऐसे में कौन देगा माफियाओं की सूचना..
आपको बता दे की लगातार पुलिस के बड़े अधिकारी द्वारा फरार आरोपियों पर बड़ी से बड़ी इनामी रकम की उद्घोषणा की जाती है लेकिन बीते दिनों जो गोहपारू थाना क्षेत्र अंतर्गत हादसा हुआ जिसमें सूचना करता को माफियाओं द्वारा इस बात का अंजाम भोगना पड़ा की संबंधित अवैध खनन की सूचना जिम्मेदार अधिकारियों तक पहुंचाई गई अगर यही हाल रहा तो माफियाओं के अवैध कृत्य की सूचना जिम्मेदार पुलिस और प्रशासन तक कैसे पहुंचेगी यह एक बड़ा सवाल खड़ा हो रहा।
क्या सच है सब कुछ मैनेज वाली बात…?
पूरी घटना पर एक महीने तक गोहपारू पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न करना और आरोपियों के हौसले बुलंद होते दिखाई देना और इस बात की जगह-जगह चौराहे चौराहे पुष्टि करना कि सब कुछ मैनेज है वाली बात सच दिखाई दे रही है अब तो इस बात की चर्चा चौक चौपाल पर भी होने लगी है कि जब पत्रकार ही खतरे में है तो आम इंसान प्रशासन को कैसे भय मुक्त होकर जानकारी दे पाएगा।