संवाददाता – अनुनय कु० उपाध्याय / Motihari
: चंपारण क्षेत्र में जर्दा आम अपने सुगंध और स्वाद के लिए मशहूर है।
ज्यादातर इसका आनंद मोतिहारी और बेतिया के दो जिलों में लिया जाता है, यह उन भाग्यशाली लोगों के लिए एक विशेष उपहार है जो इसका अनुभव कर पाते हैं।
अपने अनूठे स्वाद के लिए जाना जाने वाला जर्दा आम कच्चा होने पर भी मीठा होता है। ऐसा कहा जाता है कि इसका रसदार गूदा और अनोखी सुगंध इसे खाने वाले किसी भी व्यक्ति का मन मोह लेती है और उन्हें कोई और आम खाने की इच्छा नहीं होती। हालाँकि, सीमित व्यावसायिक उत्पादन के कारण जर्दा बाहर अपेक्षाकृत अज्ञात बना हुआ है।
जर्दा आम (आम) का नाम सुगंधित पान मसाला से लिया गया है। जर्दा आम अपनी अनोखी सुगंध और स्वाद के लिए बेहद प्रसिद्ध है। यह विशेष रूप से भारत के बिहार के चंपारण में उगाया जाता है। यह आम चंपारण की ही खासियत है और इसकी खास सुगंध चंपारण की खास मिट्टी में ही मिलती है।
इस आम को चंपारण के बाहर उगाने के कई प्रयास किए गए लेकिन सफलता नहीं मिली। चंपारण के जर्दा आम की जो खास सुगंध और स्वाद है, वह चंपारण के बाहर पैदा होने वाले जर्दा आम में नहीं मिलती।
तो अपनी अद्भुत सुगंध और स्वाद वाला जर्दा आम चंपारण का ही उत्पाद है। अगर जर्दा म्नागो को किसी कमरे में रख दिया जाए तो पूरा कमरा इसकी विशेष खुशबू से भर जाएगा।