सत्यम कुमार आर्य पश्चिमी चंपारण सत्यार्थ न्यूज
नेस्ले इंडिया के एक्स (ट्विटर) बायो में लिखा है, ‘जीवन की गुणवत्ता बढ़ाना और स्वस्थ भविष्य में योगदान देना’.
मगर 18 अप्रैल को नेस्ले के इस दावे पर तब सवाल उठने लगे, जब स्विस जांच एजेंसी ‘पब्लिक आई’ और इंटरनेशनल बेबी फूड एक्शन नेटवर्क यानी आईबीएफएएन ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की.इस रिपोर्ट में कहा गया है कि गरीब देशों में बेचे जा रहे अधिकांश सेरेलैक और निडो (दूध पाउडर) में अतिरिक्त चीनी मिलाई जाती है और कई बार इसकी मात्रा काफी अधिक होती है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि नेस्ले भारत में सभी शिशु आहारों में प्रति सर्विंग 2.7 ग्राम चीनी मिलाता है.