महोत्सव में प्रथम गो भंडारा बोरखेड़ी कांवल ग्राम की ओर से
9 अप्रेल से शुरू होंगा 1 वर्षीय गौ आराधना महोत्सव
सुसनेर से सत्यार्थ न्यूज़ के साथ मनीष माली की विशेष रिपोर्ट
सुसनेर। मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एशिया के प्रथम गो अभ्यारण्य में भारतीय नूतन वर्ष विक्रम सम्वत 2081 चैत्र शुक्ला प्रतिपदा 09 अप्रेल 2024 से आयोजित होने वाले एक वर्षीय गो आराधना महोत्सव में प्रथम दिन का गोमाता का भंडारा सुसनेर तहसील के बोरखेड़ी कांवल के ग्रामवासियों द्वारा होगा।
प्रथम दिन के गो भंडारे के लिए बोरखेडी कांवल के पंच पटेल करण सिंह कांवल, गोकुल सिंह, गिरवर सिंह, मांगीलाल पृथ्वी सिंह, भगवान लाल शर्मा एवं नारायणसिंह के नेतृत्व में ग्रामीण अपने ट्रेक्टर में गो भंडारे की सामग्री गो अभ्यारण्य लेकर आए और सभी ग्रामीणों ने 31 वर्षीय गो पर्यावरण एवं अध्यात्म चेतना पदयात्रा के प्रणेता व श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के राष्ट्रीय संयोजक गोपालाचार्य स्वामी गोपालानंद सरस्वती का आशीर्वाद लिया और गो अभ्यारण्य संचालन मंडल के लाल सिंह प्रबंधक शिवराज शर्मा, आगर जिले के गो सेवा प्रमुख शिवराज सिंह, पूनम सिंह ने बोरखेड़ी काँवल के सभी पंच पटेलो एवं उनके साथ गो भंडारा लेकर आए युवाओं का उपरना पहनाकर एवं गोमाताजी की छवि देकर स्वागत किया।
गोरतलब है कि विगत 1जनवरी 2023 से मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एशिया के प्रथम गो अभ्यारण्य का संचालन विश्व के लोक प्रसिद्ध गोसेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के संस्थापक गो ऋषि परम श्रद्धेय स्वामी दत्तशरणानंद जी महाराज के पावन सानिध्य में संचालित हो रहा है। तब से इस अभ्यारण्य में विराजित गोवंश की मातृत्त्व भाव से सेवा के साथ इस अभ्यारण्य के क्षेत्र में निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु आमजन में गो सेवा की भावना जागृत करने के लिए गोऋषि स्वामी दत्त शरणानंद जी महाराज के पावन मार्गदर्शन व श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के राष्ट्रीय संयोजक व 31 वर्षीय गो पर्यावरण एवं अध्यात्म चेतना पदयात्रा के प्रणेता गोपालाचार्य स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज की सनिध्धि में आगामी 9 अप्रेल 2024 भारतीय नूतन वर्ष विक्रम सम्वत 2081,चैत्र शुक्ला प्रतिपदा से एक वर्षीय गो आराधना महोत्सव का शुभारंभ सहस्रचंडी यज्ञ के साथ होगा। सहस्रचंडी यज्ञ के प्रधान यज्ञाचार्य श्री गंगाधर पाठक जी होंगे, जिन्होंने अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का शिलन्यास किया था।
एक वर्षीय गो आराधना महोत्सव की तैयारी हेतु स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज की कृपा पात्र शिष्या एवं शिष्य साध्वी कपिला गोपाल सरस्वती, साध्वी श्रद्धा गोपाल सरस्वती, साध्वी आराधना गोपाल सरस्वती, साध्वी निष्ठा गोपाल सरस्वती, संत गो शरणदास जी, चेतन्यदास जी अयोध्या, सत्यपाल जी महाराज, मौनी बाबा, गोबर गोपाल दास जी, ब्रह्मचारी हेमराज दास जी, गोवत्स बालकृष्ण , ग्वलदास जी एवं एकलव्य गोपाल जी महाराज अभ्यारण्य से जुड़े, आगर, राजगढ़, ब्यावरा, उज्जैन, इन्दौर ,मंदसौर, रतलाम, एवं राजस्थान के झालावाड़ जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में गो कृपा कथा एवं गली मौहल्लों में नुक्कड़ गो महिमा कथाओं के माध्यम से स्थानीय गो प्रेमिजनों के साथ एक वर्षीय गो आराधना महोत्सव के लिए जन सम्पर्क कर एक वर्षीय गो आराधना महोत्सव का आमंत्रण दे रहें है।
एक वर्षीय गो आराधना महोत्सव में आगर जिले सहित अभ्यारण्य के निकटवर्ती जिलों के 365 ग्रामों से प्रतिदिन 365 दिनों तक उक्त जिलों के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों से चुनरी यात्रा लेकर अभ्यारण्य आएंगे ओर उस दिन अभ्यारण्य में विराजित 5000 गोवंश को 56 भोग का भोग लगाएंगे । गो भंडारे में प्रतिदिन 40 क्विंटल मोटा अनाज का दलिया एवं गोमाता जी के भोग के लिए अन्य सामग्री अपने वाहनों में लेकर दोपहर 12 बजे तक गो अभ्यारण्य पधारेंगे ओर दोपहर 01 बजे से 04 बजे तक गो कथा का श्रवण कर सायंकाल 05 बजे से 07 बजे तक गो माता के गव्य से बने स्वादिष्ट गोव्रती महाप्रसादी ग्रहण कर अपने स्थानों के लिए प्रस्थान करेंगे । उसी श्रृंखला में सुसनेर तहसील के बोरखेड़ी कांवल के सभी ग्रामीण ढोल नगाड़ों के साथ चुनरी यात्रा लेकर प्रातः 11 बजे गो अभ्यारण्य आएंगे।
एक वर्षीय गो आराधना महोत्सव में 365 दिन जन्म दिवस, विवाह वर्ष गांठ एवं अपने परिजनों के पुण्यतिथि आयोजन के साथ साथ विभिन्न प्रकार की संगोष्ठीयां, पंच गव्य, एवं जैविक कृषि प्रशिक्षण , संत महात्माओं वा प्रसिद्ध कथा वक्ताओं के प्रवचन व रात्रिकालीन भजन संध्या, कवि सम्मेलन जैसे विभिन्न आयोजन होंगे।
चित्र 1 : ग्राम बोरखेड़ी कांवल के ग्रामवासी स्वामी गोपालनन्दजी सरस्वती से भेंट करके हुए।