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राष्ट्र की एकता का महापर्व : पांढुरना की धरा पर ‘रन फॉर यूनिटी’ का भव्य आयोजन

राष्ट्र की एकता का महापर्व : पांढुरना की धरा पर ‘रन फॉर यूनिटी’ का भव्य आयोजन

संवाददाता धनंजय जोशी
जिला पांढुरना मध्य प्रदेश

लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के ऐतिहासिक और पुण्य अवसर पर, पांढुरना की पावन धरा पर राष्ट्रप्रेम और एकता की एक अविस्मरणीय गाथा रची गई।

देश की अखंडता और सुरक्षा को अक्षुण्ण बनाए रखने के पुनीत संकल्प के साथ, ‘एकता दौड़’ (Run For Unity) का भव्य और प्रेरणादायक आयोजन किया गया।

एकता की मशाल प्रज्वलित

कार्यक्रम का शुभारंभ तिन शेर चौक पर हुआ, जहाँ समस्त जनसमूह ने राष्ट्रीय एकता की दृढ़ शपथ ली। इसके पश्चात, जिले के सर्वोच्च अधिकारी, कलेक्टर श्री नीरज वशिष्ठ और पुलिस अधीक्षक श्री सुंदर सिंह कनेश की गरिमामयी उपस्थिति में हरी झंडी दिखाकर इस एकता की महादौड़ को प्रारंभ किया। उनकी यह पहल जन-जन में नवीन ऊर्जा और देशभक्ति का संचार कर गई।

जनसैलाब ने भरा हुंकार

यह मात्र एक दौड़ नहीं थी, यह राष्ट्र के प्रति प्रेम का प्रकट हुंकार था! हज़ारों की संख्या में उत्साही छात्र-छात्राएँ, सशस्त्र पुलिस बल, कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारीगण, और जिले के गणमान्य नागरिक इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने।
अतिरिक्त कलेक्टर नेहा सोनी, तहसीलदार श्री विनय प्रकाश ठाकुर, नगर पालिका अध्यक्ष श्री संदीप घाटोंडे, महिला प्रकोष्ठ की अनिता शिवडे, एस.डी.ओ.पी. पुलिस श्री ब्रजेश भार्गव, नगर निरीक्षक श्री अजय मरकाम तथा पार्षद श्री लोचन खवसे, श्री डोबले, श्री कामदार, श्री उरकडे, प्राचार्य शीला सांबारे, स्मिता पात्रीकर सहित पत्रकार बंधुओं और शहर के प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने अपनी उपस्थिति से इस आयोजन को विशिष्ट बना दिया।
लौह पुरुष को श्रद्धा सुमन

पुलिस अधीक्षक महोदय ने अपने ओजस्वी उद्बोधन में सरदार वल्लभ भाई पटेल की अदम्य इच्छाशक्ति और राष्ट्र निर्माण में उनके अतुलनीय योगदान पर गहन प्रकाश डाला। इसी कड़ी में, कलेक्टर श्री नीरज वशिष्ठ ने भी लौह पुरुष के जन्मदिवस की महिमा और उनके प्रेरक जीवन-दर्शन को विस्तार से समझाया।

सम्मान का अनुपम दृश्य

दौड़ के उत्साहपूर्ण समापन पर, प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं, महिलाओं और पुरुषों का आसमान से पुष्पों की वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया। उन्हें सम्मानित करते हुए सुंदर पुष्पगुच्छ भेंट किए गए, जो उनकी अथक मेहनत और जीत की भावना का प्रतीक थे।

डिजिटल सुरक्षा का कवच

इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में, आज के युग की चुनौती – साइबर अपराध और डिजिटल अरेस्ट – पर भी विशेष सत्र आयोजित किया गया। विशेषज्ञों द्वारा समस्त उपस्थित जनसमूह को इन खतरों से बचने के अचूक उपाय और सावधानियाँ विस्तारपूर्वक समझाई गईं।

राष्ट्रगान और जलपान से हुआ समापन

अंत में, गगनभेदी स्वरों में सम्मानपूर्वक राष्ट्रगान गाया गया, जिसने समग्र वातावरण को गहरी देशभक्ति से भर दिया। कार्यक्रम के पश्चात्, सामूहिक सौहार्द के प्रतीक स्वरूप समस्त नागरिकों के लिए उत्तम जलपान की व्यवस्था की गई, जिसके साथ इस गौरवशाली आयोजन का सफलतापूर्वक समापन हुआ।

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