संडे स्पैशल — रिपोर्ट समीर गुप्ता पठानकोट पंजाब:
क्या नितिन गडकरी भाजपा को अलविदा कहने वाले हैं:
चुनाव आयोग द्वारा देश में लोकसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान आने वाले सप्ताह में हो सकता है । देश के सभी राजनीतिक दल आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुटे हैं। जहां तक भाजपा की बात करें तो उनके द्वारा अभी तक 195 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी गई है। गौरतलब है कि इस लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, स्मृति ईरानी, शिवराज सिंह चौहान,किरण रिजिजू और ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे बड़े नाम शामिल हैं। पहली सूची में बीजेपी दिग्गज और केबिनेट मंत्री नितिन गडकरी का नाम नदारद है। ऐसे में उद्धव ठाकरे ने कहा है कि गडकरी जैसे वरिष्ठ और काबिल नेता को भाजपा में लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है , पार्टी द्वारा उनकी उपेक्षा की जाती है इसलिए उनको हमारे साथ आ जाना चाहिए । हम उनकी हर हाल में जीत सुनिश्चित करेंगे। इस संबंध में गडकरी की ओर से कोई बयान जारी नही किया गया है।गौरतलब है कि गडकरी कई बार पार्टी लाइन से हटकर बयान देते हैं और ऐसा माना जाता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह के साथ उनके संबंध बहुत घनिष्ठ नही हैं। उन्हें आरएसएस का नजदीकी माना जाता है और शायद इसी वजह से उन्हें केबिनेट मंत्री बनाया गया था। इस संबंध में मेरा मानना है कि निश्चित तौर पर नितिन गडकरी भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं और उन्होंने अपने मंत्रालय में बेहतरीन काम किया है । फिलहाल वे किसी भी हालत में बीजेपी नही छोड़ेंगे क्योंकि उनकी विचारधारा आज की स्थिति में केवल आरएसएस भारतीय जनता पार्टी से ही मेल खाती है। जैसा कि गडकरी महाराष्ट्र से चुनाव लड़ते हैं , निश्चित तौर पर उनका नाम भाजपा द्वारा जारी दूसरी सूची में शामिल होगा।