सत्यार्थ न्यूज श्रीडूंगरगढ़-सवांददाता मीडिया प्रभारी
आजकल थायरॉयड (Thyroid Disorder) एक बहुत
आम बीमारी लेकिन धीरे धीरे खतरनाक बनती जा रही है। अगर आपको वजन बढ़ना या घटना,बाल झड़ना,थकान,ठंड या गर्मी की संवेदनशीलता,मूड स्विंग्स जैसी समस्याएं हो रही हैं,तो यह थायरॉयड असंतुलन के संकेत हो सकते हैं। लेकिन घबराने की ज़रूरत नहीं सही डाइट,एक्सरसाइज और न्यूट्रिशन से इसे कंट्रोल किया जा सकता है।
थायरॉयड क्या है और यह शरीर को कैसे प्रभावित करता है?
थायरॉयड ग्रंथि गर्दन में स्थित एक छोटी सी ग्रंथि होती है। जो मेटाबॉलिज्म,एनर्जी लेवल,हार्मोन बैलेंस,त्वचा,बाल और वजन को नियंत्रित करती है। अगर यह सही से काम नहीं करे,तो शरीर में कई परेशानियां हो सकती हैं।
थायरॉयड के मुख्य प्रकार:-
Hypothyroidism (अंडरएक्टिव थायरॉयड) – इसमें शरीर में थायरॉयड हार्मोन की कमी हो जाती है, जिससे वजन बढ़ना,सुस्ती,कब्ज,डिप्रेशन और ठंड लगना जैसी समस्याएं होती हैं।
Hyperthyroidism (ओवरएक्टिव थायरॉयड)-इसमें शरीर में थायरॉयड हार्मोन ज्यादा बनने लगता है,जिससे वजन तेजी से गिरना,बेचैनी,अधिक पसीना आना,हृदय गति तेज होना जैसी परेशानियां होती हैं।
थायरॉयड असंतुलन के कारण:-
आयोडीन की कमी या ज्यादा सेवन
ऑटोइम्यून डिजीज (Hashimoto’s या Graves’ Disease)
अधिक तनाव और गलत लाइफस्टाइल
जेनेटिक कारण (परिवार में किसी को थायरॉयड हो तो खतरा बढ़ जाता है)
गलत खानपान और एक्सरसाइज की कमी
थायरॉयड में सही न्यूट्रिशन क्यों जरूरी है?
आयोडीन (Iodine) – थायरॉयड हार्मोन के उत्पादन के लिए जरूरी है।
सेलेनियम (Selenium) – थायरॉयड को सही तरीके से काम करने में मदद करता है।
जिंक (Zinc) & मैग्नीशियम (Magnesium) मेटाबॉलिज्म को बैलेंस करता है।
विटामिन D और B12 – थकान और डिप्रेशन को कम करता है।
अंटिऑक्सिडेंट्स (Vitamin C & E) – थायरॉयड कोशिकाओं की सुरक्षा करता है।
Achievers Morning Club कैसे कर सकता है मदद?
सुबह की हेल्दी शुरुआत से थायरॉयड बैलेंस करें।
Guided Meditation & Deep Breathing – तनाव को कम करता है,जिससे थायरॉयड के प्रभाव को रोका जा सकता है।
Specialized Yoga & Stretching – थायरॉयड ग्रंथि को एक्टिव करने के लिए विशेष योगासन।
Low-Impact Workout – जिससे मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है और वजन कंट्रोल में रहता है।
No.1 Nutritious Breakfast – सही डाइट से थायरॉयड को हेल्दी रखें।
Daily Education & Motivation – सही लाइफस्टाइल को अपनाने के लिए गाइडेंस।
किन लोगों को थायरॉयड का ज्यादा खतरा है?
35 की उम्र के बाद सभी को।
जिन्हें वजन बार-बार बढ़ने या घटने की समस्या हो।
जिनके बाल बहुत झड़ते हैं या त्वचा ड्राई रहती है।
जो बहुत जल्दी थक जाते हैं या हमेशा स्ट्रेस में रहते हैं।
जिन्हें हॉर्मोनल असंतुलन की समस्या है।
थायरॉयड कंट्रोल करने के लिए अपनाएं ये 5 आदतें:
आयोडीन और सेलेनियम युक्त फूड खाएं,जैसे – अखरोट,दूध
रोज़ाना योग और प्राणायाम करें (विशेष रूप से सर्वांगासन मत्स्यासन,और उज्जायी प्राणायाम)।
जंक फूड,कैफीन और प्रोसेस्ड फूड से बचें।
थायरॉयड चेकअप करवाते रहें और डॉक्टर की सलाह लें।
अधिक तनाव लेने से बचें और अच्छी नींद लें।
Achievers Fitness Club & Morning Club के साथ अपनी सेहत को सुधारें और थायरॉयड को बैलेंस करें।
संपर्क करें: 9024521121
क्या आपके परिवार में कोई थायरॉयड की समस्या से जूझ रहा है? आज ही सम्पर्क करें और यह न्यूज़ शेयर करें।