सवांददाता नरसीराम शर्मा बीकानेर श्रीडूंगरगढ
धनतेसर के पावन पर्व खुशियों के बीच मंगलवार को श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र के गांव रीड़ी में एक पारिवारिक विवाद इतना बढ़ गया कि जिसमें भतीजों ने अपने ही चाचा की जान ले ली। प्राप्त जानकारी के अनुसार परिवार में आपसी झगड़े के दौरान भतीजों ने देवाराम भार्गव पर हमला कर दिया। इस हमले में देवाराम को गंभीर चोटें आईं,जिसके चलते उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही श्रीडूंगरगढ थानाधिकारी और सीओ पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। शव को पोस्टमार्टम के लिए श्रीडूंगरगढ़ चिकित्सालय भेजा शव को डॉ एपीजे अब्दुल कलाम वेलफेयर ट्रस्ट की एम्बुलेंस से श्रीडूंगरगढ लाया गया और पुलिस मामले की गहन जांच में जुट गई थी इस दर्दनाक घटना से गांव में शोक का माहौल छा गया और परिवार में त्यौहार की रौनक
मातम में बदल गई। वही दूसरी ओर हुए इस मर्डर के मामले में प्राथमिक जानकारी सामने आ रही है कि त्योंहार पर अपनी मां से मिलने पहुंचे बेटे के साथ बडे भाई एवं उसके पुत्रों द्वारा मारपीट कर हत्या कर दी गई है। श्रीडूंगरगढ़ थानाधिकारी इंद्रकुमार ने बताया कि रुपाराम भार्गव पुत्र छगनलाल ने पुलिस में दर्ज शिकायत में बताया कि उनका बड़ा भाई किशनलाल और उसके बेटे जितेंद्र व करण लगातार उनके पिता को परेशान करते थे। इसी तनाव के चलते देवराम उनसे अलग रहने लगा और पिता की सेवा करने लगा। पिता की देखभाल को लेकर देवराम और किशनलाल के परिवार के बीच विवाद बढ़ता गया। रुपाराम के अनुसार किशनलाल और उसके बेटों का देवाराम से रोजाना झगड़ा होता था। कल शाम स्थिति तब बिगड़ गई जब किशनलाल और उसके दोनों बेटों ने हथियार और लाठियों के साथ देवाराम पर हमला कर दिया,जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। श्रीडूंगरगढ़ पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पलिस घटना के पीछे के कारणों को गहराई से ही है। पुलिस ने आरोपियों को राउण्डअप कर पूछताछ शुरू कर दी है।