सवांददाता नरसीराम शर्मा बीकानेर श्रीडूंगरगढ
पंचांग का अति प्राचीन काल से ही बहुत महत्त्व माना गया है।शास्त्रों में भी पंचांग को बहुत महत्त्व दिया गया है और पंचाग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना गया है।पंचांग में सूर्योदय सूर्यास्त, चद्रोदय-चन्द्रास्त काल, तिथि,नक्षत्र, मुहूर्त, योगकाल,करण,सूर्य-चंद्र के राशि,चौघड़िया मुहूर्त दिए गए हैं।
🙏जय श्री गणेशाय नमः🙏
🙏जय माता दी🙏
🙏जय श्री कृष्णा🙏
श्री सनातन हिंदू पंचांग-08.10.2024
नियमित गोचर राशिफल सहित✴️
शुभ मंगलवार 🌞 – शुभ प्रभात्
74-30💥मध्यमान💥75-30
(केतकी चित्रापक्षीय गणितानुसारेण निर्मितम्)
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____________ आज विशेष ____________
वैवाहिक जीवन संबंधी समस्याएं एवं समाधान
वैवाहिक बाधा एवं विग्रह निवारक प्रयोग
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_________ दैनिक पंचांग विवरण
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आज दिनांक……………….. .08.10.2024
कलियुग संवत्…………………………5126
विक्रम संवत्………………………….. 2081
शक संवत्……………………………..1946
संवत्सर………………………….श्री कालयुक्त
अयन………………………………दक्षिणायन
गोल…………………………………… दक्षिण
ऋतु………………………………………शरद्55।
त
मास………………………………….. आश्विन
पक्ष…………………………………….. शुक्ल
तिथि………..पंचमी. पूर्वा. 11.18 तक / षष्ठी
वार…………………………………. मंगलवार
नक्षत्र………..ज्येष्ठा. रात्रि. 4.08* तक / मूल
चंद्रराशि……. वृश्चिक. रात्रि 4.08* तक / धनु
योग….आयुष्मान्. प्रातः 6.50 तक / सौभाग्य
करण………………बालव. पूर्वा. 11.18 तक
करण….. कौलव. रात्रि. 11.50 तक / तैत्तिल
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नोट-जिस रात्रि समय के ऊपर(*) लगा हुआ हो
वह समय अर्द्ध रात्रि के बाद सूर्योदय तक का है
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*विभिन्न नगरों के सूर्योदय में समयांतर मिनट*
🌞श्री सनातन हिंदू पंचांग के अनुसार🌞
दिल्ली -10 मिनट———जोधपुर +6 मिनट
जयपुर -5 मिनट——अहमदाबाद +8 मिनट
कोटा – 5 मिनट————-मुंबई +7 मिनट
लखनऊ – 25 मिनट——बीकानेर +5 मिनट
कोलकाता -54 मिनट–जैसलमेर +15 मिनट
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-सूर्योंदयास्त दिनमानादि-अन्य आवश्यक सूची-
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सूर्योदय…………………. प्रातः 6.27.50 पर
सूर्यास्त…………………. सायं. 6.09.32 पर
दिनमान-घं.मि.सै…………………11.41.42
रात्रिमान-घं.मि.सै……………….. 12.18.44
चंद्रोदय………………….11.13.29 AM पर
चंद्रास्त………………….. 9.39.58 PM पर
राहुकाल…अपरा. 3.14 से 4.42 तक(अशुभ)
यमघंट…..प्रातः 9.23 से 10.51 तक (अशुभ)
गुलिक………….अपरा. 12.19 से 1.46 तक
अभिजित……. मध्या.11.55 से 12.42 तक
पंचक……………………………………नहीं है
हवन मुहूर्त(अग्निवास)…………. आज नहीं है
दिशाशूल…………………………. .उत्तर दिशा
दोष परिहार…….. गुड़ का सेवन कर यात्रा करें
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🌄विशिष्ट काल-मुहूर्त-वेला परिचय🌄
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अभिजित् मुहुर्त – दिनार्द्ध से एक घटी पहले और एक घटी बाद का समय अभिजित मुहूर्त कहलाता है,पर बुधवार को यह शुभ नहीं होता.
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ब्रह्म मुहूर्त – सूर्योदय से पहले का 1.30 घंटे का समय ब्रह्म मुहूर्त कहलाता है..
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प्रदोष काल – सूर्यास्त के पहले 45 मिनट और
बाद का 45 मिनट प्रदोष माना जाता है…
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गौधूलिक काल सूर्यास्त से 12 मिनट पहले एवं
12 मिनट बाद का समय कहलाता है
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🌄✴️भद्रा वास शुभाशुभ विचार✴️🌄
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भद्रा मेष, वृष, मिथुन, वृश्चिक के चंद्रमा में स्वर्ग में व कन्या, तुला, धनु, मकर के चंद्रमा में पाताल लोक में और कुंभ, मीन, कर्क, सिंह के चंद्रमा में मृत्युलोक में मानी जाती है यहां स्वर्ग और पाताल लोक की भद्रा शुभ मानी जाती हैं और मृत्युलोक की भद्रा काल में शुभ कार्य वर्जित होते हैं इसी तरह भद्रा फल विचार करें..
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* दैनिक सूर्योदय कालीन लग्न एवं ग्रह स्पष्ट *
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ग्रह राशि अंश कला नक्षत्र चरण चरणाक्षर
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लग्न ………………..कन्या 20°41′ हस्त 4 ठ
सूर्य ………………… कन्या 21°3′ हस् त4 ठ
चन्द्र ……………वृश्चिक 18°45′ ज्येष्ठा 1 नो
बुध ^ ……………..कन्या 26°21′ चित्रा 1 पे
शुक्र …………… तुला 23°59′ विशाखा 2 तू
मंगल …………मिथुन 24°15′ पुनर्वसु 2 को
बृहस्पति ……….वृषभ 27°6′ मृगशीर्षा 2 वो
शनि * …………कुम्भ 19°48′ शतभिष 4 सू
राहू * ………मीन 11°52′ उत्तरभाद्रपद 3 झ
केतु * ……………. .कन्या 11°52′ हस्त 1 पू
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✴️🌄दिन का चौघड़िया🌄✴️
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चंचल……………प्रातः 9.23 से 10.51 तक
लाभ…………..पूर्वा. 10.51 से 12.19 तक
अमृत………….अपरा. 12.19 से 1.46 तक
शुभ……………..अपरा. 3.14 से 4.42 तक
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✴️🌄रात्रि का चौघड़िया🌄✴️
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लाभ……………… रात्रि. 7.42 से 9.14 तक
शुभ……..रात्रि. 10.47 से 12.19 AM तक
अमृत.. रात्रि. 12.19 AM से 1.51 AM तक
चंचल…..रात्रि. 1.51 AM से 3.24 AM तक
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(विशेष – ज्योतिष शास्त्र में एक शुभ योग और एक अशुभ योग जब भी साथ साथ आते हैं तो शुभ योग की स्वीकार्यता मानी गई है )
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🌞🕉️शुभ शिववास की तिथियां🕉️🌞
शुक्ल पक्ष-2—–5—–6—- 9——-12—-13.
कृष्ण पक्ष-1—4—-5—-8—11—-12—-30.
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दिन नक्षत्र एवं चरणाक्षर संबंधी संपूर्ण विवरण
संदर्भ विशेष -यदि किसी बालक का जन्म गंड नक्षत्रों (रेवती, अश्विनी, अश्लेषा, मघा, ज्येष्ठा और मूल) में होता है तो सविधि नक्षत्र शांति की आवश्यक मानी गयी है और करवाना चाहिये..
आज जन्मे बालकों का नक्षत्र के चरण अनुसार राशिगत् नामाक्षर..
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समय-नक्षत्र नाम-नक्षत्र चरण-चरणाक्षर
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08.53 AM तक—-ज्येष्ठा—-1——नो
03.20 PM तक—-ज्येष्ठा—-2——या
09.45 PM तक—-ज्येष्ठा—-3——यी
04.08 AM तक—-ज्येष्ठा—-4——-यू
________राशि वृश्चिक – पाया ताम्र _____
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उपरांत रात्रि तक——मूल—-1——-ये
_________राशि धनु – पाया ताम्र _______
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___________आज का दिन___________
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व्रत विशेष……………………………..नहीं है
अन्य व्रत…………..नवरात्रि व्रत विधान जारी
दिन विशेष…………………………….नहीं है
नवरात्रि क्रम…..षष्टम् (मां कात्यायनी पूजन)
पर्व विशेष……………………………..नहीं है
समय विशेष…..पवित्र चातुर्मास विधान जारी
दिवस विशेष…………राष्ट्रीय वायुसेना दिवस
पंचक…………………………………..नहीं है
विष्टि(भद्रा)………………………आज नहीं है
हवन मुहूर्त…………………………… आज है
खगोलीय……………………………… नहीं है
सर्वा.सि.योग…………………………. .नहीं है अमृत सि.योग………………………….नहीं है
सिद्ध रवियोग…………………………. नहीं है
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__अगले दिन की प्रतीकात्मक जानकारी___
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दिनांक………………………..09.10.2024 तिथि…………… आश्विन शुक्ला षष्ठी बुधवार
व्रत विशेष……………….. नवपद ओली पूजा
अन्य व्रत…………..नवरात्रि व्रत विधान जारी
दिन विशेष……………. श्री सरस्वती आव्हान
नवरात्रि क्रम….. षष्टम् (मां कात्यायनी पूजन)
पर्व विशेष………………………………नहीं है
समय विशेष……पवित्र चातुर्मास विधान जारी
दिवस विशेष………………. विश्व डाक दिवस
पंचक……………………………………नहीं है
विष्टि(भद्रा)……………………….आज नहीं है
हवन मुहूर्त………………………..आज नहीं है
खगोलीय……….वक्री गुरु. अपरा. 12.35 पर
सर्वा.सि.योग…………………………… नहीं है अमृत सि.योग………………………… .नहीं है
सिद्ध रवियोग………उदयात् रात्रि. 4.08* तक
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✴️आज की विशेष प्रस्तुति✴️
💥धर्म ज्योतिष आध्यात्म वास्तु राशिफल 💥
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वैवाहिक जीवन संबंधी समस्याएं एवं समाधान
वैवाहिक बाधा एवं विग्रह निवारक प्रयोग
स्त्री तथा पुरूष के मध्य का आकर्षण, प्रेम, स्नेह तथा रागात्मक संबंध सृष्टि के आरम्भ से लेकर आज तक विद्यमान है। इसी रागात्मक आकर्षण को विवाह नामक संस्था के उदय का कारण माना जाता रहा है। स्त्री-पुरूष के मध्य संपर्क तथा शारीरिक निकटता तो आदि काल से ही अस्तित्व में था, परन्तु इस संबंध को मर्यादित रखना ही विवाह का मूल उद्देश्य है। जहां आरंभ में विवाह हेतु कोई आयु सीमा नहीं थी, वहीं कालान्तर में विवाह के लिए स्त्री तथा पुरूष की आयु का निर्धारण किया गया। यह निर्धारण राजकीय या शासकीय न होकर सामाजिक था। वैवाहिक आयु-सीमा का यह सामाजिक निर्धारण आज भी देखा जा सकता है। क्षेत्र-जाति-समूह आदि के आधार पर इसमें विविधता भी है। प्रत्येक माता-पिता अपने संतति के विवाह के विषय में काफी सजग रहते हैं। परंतु काफी प्रयास के बाद भी जब सभी योग्यताओं से पूर्ण पुत्र अथवा पुत्री के विवाह की संभावना क्षीण होने लगती है, तब उस अभिभावक तथा उनकी संतति को होने वाली पीड़ा का अनुमान लगा पाना भी दुष्कर होता है। जबकि कुछ परिस्थितियों में यह देखा गया है कि विवाह तो बड़ी शीघ्रतापूर्वक और सहजता से हो गया, परंतु विवाह के बाद नवविवाहित दम्पत्ति का जीवन कष्टप्रद तथा कलहपूर्ण हो जाता है। विवाह से जुड़ी इन समस्त समस्याओं को हम वैवाहिक विलम्ब, विवाह प्रतिबंध, वैवाहिक कलह, तलाक, वैधव्य-विधुरता आदि में बांट सकते हैं।
वैवाहिक विलंब व प्रतिबंध के उपाय-
अग्नि महापुराण के 18वें अध्याय में वर्णित गौरी प्रतिष्ठा विधि का प्रयोग करें।
इस गंधर्वराज मंत्र का दस हजार जप करें।
‘‘ऊँ क्लीं विश्वासुर्नाम गन्धर्वः कन्यानामधिपतिः लभामि देवदत्तां कन्यां सुरूपां सालंकारां तस्मै विश्वावसवे स्वाहा’’।
पुरूषों के शीघ्र विवाह के लिए अधोलिखित मंत्र का 108 बार जप करें-
‘‘पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्यानुसारिणीम्।
तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम्।।
कनकधारा स्तोत्र का 21 पाठ 90 दिन तक करें।
श्रीरामदरबार चित्र का पंचोपचार पूजन के बाद निम्नलिखित दोहे का 21 बार जप करें-
‘‘तब जनक पाइ वशिष्ठ आयसु ब्याह साज संवारि कै।
मांडवी श्रुतिकीरति उरमिला कुँअरि लई हँकारि कै।।’’
अधोलिखित यंत्र को भोजपत्र पर अनार की कलम और अष्टगंध की स्याही से लिखें-
इसके बाद हल्दी की माला से
‘‘ऊँ ”ह्रीं हं सः’’
मंत्र का 1100 जप करें। जपकाल में तिल के तेल से प्रज्ज्वलित दीपक जलता रहे। पाठ के बाद शीघ्र विवाह की कामना प्रकट करें।
इस संदर्भ में शुक्रवार को किया जानेवाला माँ गौरी का व्रत भी प्रशस्त माना गया है। निराहार व्रत के बाद सायंकाल पंचमुखी दीपक जलाएँ। पुनः अधोलिखित मंत्र का 108 बार जप करें-
‘‘बालार्कायुतसत्प्रभां करतले लोलाम्बमालाकुलां मालां सन्दधतीं मनोहरतनुं मन्दस्मिताधेमुखीम्।
मन्दं मन्दमुपेयुषीं वरयितुं शम्भुं जगन्मोहिनीं, वन्दे देवमुनीन्द्रवन्दितपदाम् इष्टार्थदां पार्वतीम्।।’’
वैवाहिक विलम्ब अथवा प्रतिबंध योगों में शनि की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। अतः ऐसी परिस्थिति में निम्नलिखित मंत्र का प्रयोग शीघ्र ही फल देता है-
‘‘कोणस्थः पिंगलों बभ्रुः कृष्णो रौन्द्रोऽन्तको यमः।
सौरिः शनैश्चरो मन्दः पिप्पलाश्रय संस्थितः।।
एतानि शनि-नामानि जपेदश्वत्थसन्निधौ।
शनैश्चरकृता पीड़ा न कदापि भविष्यति।।’’
शनिवार को सायंकाल पीपल वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएँ, और उपरोक्त मंत्र का 36 बार जप करें।
‘‘रक्ष रक्ष जगन्मातर्देवि मंगलचण्डिके।
हारिके विपदां राशेः हर्षमंगलकरिके।।
हर्षमंगलदक्षे च हर्षमंगलदायिके।
शुभे मंगलदक्षे च शुभे मंगलचण्डिके।।
मंगले मंगलार्हे च सर्वमंगलमंगले।
सदा मंगलदे देवि सर्वेषां मंगलालये।।
मंगलस्तोत्र का नित्य 21 बार जप करें।
सौभाग्याष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र का पाठ करें।
मंगल यन्त्र की विधिपूर्वक स्थापना करें।
योग्य पुरोहित के द्वारा कन्या का कुंभ अथवा विष्णु विवाह अत्यन्त गोपनीय तरीके से करवाएँ। गोपनीयता ही इस प्रयोग के सफलता की कुंजी होती है।
सौन्दर्य लहरी (श्लोक 1-27) का पाठ करें।
सावित्री व्रत का सश्रद्धा अनुष्ठान करें।
सोंठ, सौंफ, मौलश्री के फूल, सिंगरक, मालकंगनी और लाल चंदन सम भाग लें। इसे जल में मिलाकर मंगलवार को स्नान करें।
बेल, जटामांसी, लाख के फूल, हिंगलू, बल, चन्दन और मूवला औषधियों को पानी में मिलाकर मंगलवार को स्नान करें।
विशेष उपाय शीघ्र विवाह हेतु (अनुभूत)
शिवरात्रि के दिन जिस मंदिर में शिव पार्वती विवाह का अनुष्ठान हुआ हो। कन्या वहां जाय और विवाह की पूरी विधि को देखे। इस विवाहोत्सव में ‘लाजा’ (खील) भी बिखेरे जाते हैं। कन्या प्रातःकाल मंदिर जाए और वहां से इन खील के 11 दाने चुन कर खा ले। शीघ्र विवाह का योग बनेगा।
रामचरितमानस के शिव पार्वती विवाह प्रसंग का 11 सोमवार तक सश्रद्धा पाठ करें।
श्रीरामजानकी के विवाह प्रसंग का पाठ भी आश्चर्यजनक सफलता देता है।
यदि कालसर्प योग के कारण विवाह में विलंब हो रहा हो तो वैदिक विधि से इस दोष की शांति घर में करवाएँ। शुद्ध स्वर्ण के आठ नाग (सवाग्राम प्रति) बनवाकर जल में प्रवाह दें।
वैवाहिक कलहपूर्ण जीवन से मुक्ति-
इन परिस्थितियों को उत्पन्न करने वाले ग्रहों की पहचान योग्य ज्योतिषी से करवाने के बाद उत्तरदायी ग्रहों की शांति करवाएँ।
पति की अवहेलना तथा तिरस्कार से पीड़ित कन्याएँ अधोलिखित मंत्र का 108 बार जप नित्य करें, आश्चर्यजनक फल शीघ्र ही प्राप्त होंगे-
‘‘अभित्वा मनुजातेन दधामि मम वासना।
यशसो मम केवलो नान्यसा कीर्तयश्चन।।
यथा नकुलो विच्छिद्य संदधत्यहिं पुनः।
एवं कामस्य विच्छिन्नं से धेहि वो यादितिः।।
उफँ क्लीं त्रयम्बकम् यजामहे सुगन्धिम् पतिवेदनम्।
उर्वारूकमिव बन्ध्नान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् क्लीं उफँ।।’’
संपूर्ण जप काल में घी का दीपक प्रज्ज्वलित रखें।
रत्नधारण व रूद्राक्ष
वैवाहिक विलंब के संदर्भ में गणेश रूद्राक्ष धारण करना चमत्कारिक फल देता है।
वैवाहिक सुख हेतु बृहस्पति तथा शुक्र सर्वाधिक महत्वपूर्ण माने जाते हैं। जहाँ वैवाहिक जीवन के आरंभ हेतु बृहस्पति उत्तरदायी हैं वहीं शुक्र शय्या सुख व शारीरिक सुख प्रदान करते हैं। इनसे संबंधित शांति उपाय सुखद वैवाहिक जीवन की कुंजी सिद्ध होती है।
वैवाहिक विलंब व प्रतिबंध आदि परिस्थिति में पीला पुखराज (निर्दोष) साढ़े सात रत्ती का लें। स्वर्ण की मुद्रिका में बनवाकर गुरुवार के दिन तर्जनी अंगुली में धारण करें।
शारीरिक अक्षमता आदि के कारण वैवाहिक जीवन नष्ट हो रहा हो तो हीरा (न्यूनतम एक कैरेट) धारण करे।
गौरी शंकर रूद्राक्ष विधि-पूर्वक धारण करने से वैवाहिक जीवन की विसंगतियों का नाश सहज ही हो जाता है।
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आज का राशिफल
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मेष-(चू चे चो ला ली लू ले लो अ)
आज आपकी शारीरिक बीमारी के सही होने की काफ़ी संभावनाएँ हैं और इसके चलते आप शीघ्र ही खेल-कूद में हिस्सा ले सकते हैं। धन की आवाजाही आज दिन भर होती रहेगी और दिन ढलने के बाद आप बचत करने में भी सक्षम हो पाएंगे। परिवार के लिए किसी अच्छे और ऊँचे लक्ष्य को हासिल करने के नज़रिए से समझ-बूझकर थोड़ा ख़तरा उठाया जा सकता है। चूके मौक़ों की वजह से डरें नहीं। घर में परेशानियाँ पैदा हो सकती हैं- लेकिन अपने साथी को छोटी-छोटी बातों के लिए ताने देने से बचें। आप जीतोड़ मेहनत और धीरज के बल पर अपने उद्देश्य हासिल कर सकते हैं। आपने बीते दिनों कार्यक्षेत्र में कई काम अधूरे छोड़े हैं जिसका भुगतान आज आपको करना पड़ सकता है। आज आपका खाली समय भी ऑफिस के काम को पूरा करने में ही लगेगा। जीवनसाथी की वजह से आपको अनमने ढंग से बाहर जाना पड़ सकता है, जो बाद में आपकी झल्लाहट की वजह बनेगा।
वृषभ-(इ उ एओ वा वी वू वे वो)
आज बेकार की बात पर बहस करके अपकी ऊर्जा ज़ाया न करें। याद रखें कि वाद-विवाद से कुछ भी हासिल नहीं होता, लेकिन खोता ज़रूर है। आप उन योजनाओं में निवेश करने से पहले दो बार सोचें जो आज आपके सामने आयी हैं। प्रभावशाली और महत्वपूर्ण लोगों से परिचय बढ़ाने के लिए सामाजिक गतिविधियाँ अच्छा मौक़ा साबित होंगी। आपकी मुलाक़ात एक ऐसे दोस्त से होगी, जिसे आपका ख़याल है और जो आपको समझता भी है। व्यवसाय में नए विचारों का स्वागत खुले दिमाग़ और तेज़ी के साथ करें। ऐसा करना आपके पक्ष में रहेगा। आपको उन्हें अपनी मेहनत से हक़ीक़त में बदलने की ज़रूरत है, जो व्यवसाय में बने रहने का मूल मंत्र है। काम में दिलचस्पी बनाए रखने के लिए ख़ुद को शांत रखें। अगर आपके पास हालात से उबरने के लिए दृढ़ इच्छा-शक्ति है, तो कुछ भी असंभव नहीं है। आपके आस-पास के लोग कुछ ऐसा कर सकते हैं, जिसके चलते आपका जीवनसाथी आपकी तरफ़ फिर से आकर्षित महसूस करेगा।
मिथुन- (क की कू घ ङ छ के को ह)
आज आप ऊर्जा से परिपूर्ण होंगे- आप जो भी करेंगे उसे आप उससे आधे समय में ही कर देंगे, जितना वक़्त आप अक्सर लेते हैं। कोई बेहतरीन नया विचार आपको आर्थिक तौर पर फ़ायदा दिलायेगा। ऐसे विवादास्पद मुद्दों पर बहस करने से बचें, जो आपके और प्रियजनों के बीच गतिरोध पैदा कर सकते हैं। अगर आपको लगता है कि आपका साथी आपकी बातों को समझ नहीं पाता तो आज उनके साथ वक्त बिताएं और अपनी बातों को स्पष्टता के साथ उनके सामने रखें। व्यवसायियों के लिए अच्छा दिन है, क्योंकि उन्हें अचानक बड़ा फ़ायदा हो सकता है। अपनी बातचीत में मौलिकता रखें, क्योंकि किसी भी तरह का बनावटीपन आपको फ़ायदा नहीं पहुँचाएगा।
कर्क- (ही हू हे हो डा डी डू डे डो)
आज आप में इच्छाशक्ति की कमी आपको भावनात्मक और मानसिक परेशानियों में फँसा सकती है। आपका धन कहां खर्च हो रहा है इसपर आपको नजर बनाए रखने की जरुरत है नहीं तो आने वाले समय में आपको परेशानी हो सकती है। परिवार के साथ सामाजिक गतिविधियाँ सभी को ख़ुश रखेंगी। संभव है कि कोई आपसे अपने प्यार का इज़हार करे। जो कला और रंगमंच आदि से जुड़े हैं, उन्हें आज अपना कौशल दिखाने के लिए कई नए मौक़े मिलेंगे। आपको अपने घर के छोटे सदस्यों के साथ वक्त बिताना सीखना चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आप घर में सद्भाव बना पाने में कामयाब नहीं हो पाएंगे. आपका जीवनसाथी आपको इतना बेहतरीन पहले कभी महसूस नहीं हुआ। आपको उनसे कोई बढ़िया सरप्राइज़ मिल सकता है।
सिंह- (मा मी मू मे मो टा टी टू टे)
आज आप अपने ऊँचे आत्मविश्वास का सही उपयोग करें। भागदौड़ भरे दिन के बावजूद आप फिर ऊर्जा और ताज़गी पाने में सफल रहेंगे। अगर आपका धन से जुड़ा कोई मामला कोर्ट-कचहरी में अटका था तो आज उसमें आपको विजय मिल सकती है और आपको धन लाभ हो सकता है। कुल मिलाकर फ़ायदेमंद दिन है। लेकिन आप समझते थे जिसपर आप आँखें बंद करके यक़ीन कर सकते हैं, वह आपके भरोसे को तोड़ सकता है। आपमें बहुत-कुछ हासिल करने की क्षमता है- इसलिए अपने रास्ते में आने वाले सभी मौक़ों का झट-से लाभ लें। जिन रिश्तों को आप अहमियत देते हैं उन्हें समय देना भी आपको सीखना होगा नहीं तो रिश्ते टूट सकते हैं। ख़ुद तनावग्रस्त होने की झल्लाहट आप बेवजह अपने जीवनसाथी पर निकाल सकते हैं।
कन्या- (टो प पी पू ष ण ठ पे पो)
आज घर और दफ़्तर में कुछ दबाव आपको ग़ुस्सैल बना सकता है। जो लोग टैक्स चोरी करते हैं आज वो बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं। इसलिए आपको यही सलाह दी जाती है कि टैक्स की चोरी न करें। आप सभी पारिवारिक कर्ज़े ख़त्म करने में सफल रहेंगे। प्यार-मोहब्बत के मामले में दबाव बनाने की कोशिश न करें। अगर आप अपने काम पर ध्यान दें तो क़ामयाबी और प्रतिष्ठा आपकी होगी। आज मौसम का मिजाज कुछ ऐसा रहेगा कि आप बिस्तर से उठने को राजी नहीं होंगे। बिस्तर से उठने के बाद आपको अहसास होगा कि आप अपना कीमती समय बर्बाद कर चुके हैं।
तुला- (रा री रू रे रो ता ती तू ते)
आज आप ऐसी गतिविधियों में संलग्न रहें, जो आपको सुकून दें। अगर सफर कर रहे हैं तो अपने कीमती सामान का विशेष ध्यान रखें अगर आप ऐसा नहीं करते तो सामान के चोरी होने की संभावना है। दफ़्तर के कामकाज में ज़्यादा व्यस्तता के चलते अपने जीवनसाथी के साथ आपका रिश्ता तनावपूर्ण हो सकता है। ज़िन्दगी की भाग-दौड़ में आप ख़ुद को ख़ुशनसीब पाएंगे, क्योंकि आपका जीवनसाथी वाक़ई सबसे बेहतरीन है। दफ़्तर में आपको पता लग सकता है कि जिसे आप अपना दुश्मन समझते थे, वह दरअस्ल आपका शुभचिंतक है। आपके हँसने-हँसाने का अन्दाज़ आपकी सबसे बड़ी पूंजी साबित होगा। आज के दिन आपका वैवाहिक जीवन एक ख़ूबसूरत बदलाव से गुज़रेगा।
वृश्चिक- (तो ना नी नू ने नो या यी यू)
आज आपकी सेहत को लेकर ज़्यादा देखभाल की ज़रूरत है। पैसे की अहमियत को आप अच्छे से जानते हैं इसलिए आज के दिन आपके द्वारा बचाया गया धन आपके बहुत काम आ सकता है और आप किसी बड़ी मुश्किल से निकल सकते हैं। जितना आपने सोचा था, आपका भाई उससे ज़्यादा मददगार साबित होगा। पुरानी यादों को ज़ेहन में ज़िंदा कर दोस्ती को फिर से तरोताज़ा करने का वक़्त है। आपका व्यवसाय और मोल-भाव करने की क्षमता फ़ायदेमंद साबित होगी। इस राशि वालों को आज खुद के लिए काफी समय मिलेगा। इस समय का उपयोग आप अपने शोकों को पूरा करने में कर सकते हैं। आप कोई किताब पढ़ सकते हैं या अपना पसंदीदा संगीत सुन सकते हैं।
धनु-ये यो भा भी भू धा फा ढ़ा भे)
अगर आप पिछले कुछ वक़्त से झुंझलाहट महसस कर रहें हैं तो आपको याद रखना चाहिए कि सही कर्म और विचार आज आपके लिए बहुप्रतीक्षित राहत लेकर आएंगे। आप पैसा बना सकते हैं, बशर्ते आप अपनी जमा-पूंजी पारम्परिक तौर पर निवेश करें। अगर आप अपने आकर्षण और होशियारी का इस्तेमाल करें, तो लोगों से मनचाहा व्यवहार पा सकते हैं। आज आपको प्यार का जवाब प्यार से मिलेगा। आपको पता लग सकता है कि आपके बॉस आपसे इतने रूखेपन से क्यों बात करते हैं। वजह जानकर आपको वाक़ई तसल्ली होगी। आज आप ऑफिस से घर वापस आकर अपना पसंदीदा काम कर सकते हैं। इससे आपके मन को शांति मिलेगी। आप अपने जीवनसाथी के प्यार की मदद से ज़िन्दगी की मुश्किलों का आसानी से सामना कर सकते हैं।
मकर- (भो जा जी खी खू खे खो गा गी)
आज आपके अपने डर के इलाज का वक़्त आ चुका है। आपको समझना चाहिए कि न सिर्फ़ यह शारीरिक ऊर्जा को चूस लेता है, बल्कि ज़िंदगी को भी कम करता है। आज आप काफ़ी पैसे बना सकते हैं- लेकिन इसे अपने हाथों से फिसलने न दें। बहन की शादी की ख़बर आपके लिए ख़ुशी का सबब लेकर आएगी। हालाँकि उससे दूर होने का ख़याल आपको उदास भी कर सकता है। लेकिन आपको भविष्य के बारे में सोचना छोड़ वर्तमान का पूरा आनंद लेना चाहिए। प्रेमी को आज आपकी कोई बात चुभ सकती है। वो आपसे रुठें इससे ही पहले ही अपनी गलती का अहसास कर लें और उन्हें मना लें। बिना गहराई से समझे-बूझे किसी व्यावसायिक/क़ानूनी दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर न करें। आपके हँसने-हँसाने का अन्दाज़ आपकी सबसे बड़ी पूंजी साबित होगा। सेहत के नज़रिए से गले लगने के अपने फ़ायदे हैं और आपको यह एहसास आज अपने जीवनसाथी से मिल सकता है।
कुंभ- (गू गे गो सा सी सू से सो द)
आज ख़ुद को किसी रचनात्मक काम में लगाएँ। मानसिक शांति के लिए आपकी खाली बैठने की आदत ख़तरनाक साबित हो सकती है। अपने निवेश और भविष्य की योजनाओं को गुप्त रखें। अपने परिवार को पर्याप्त समय दें। उन्हें महसूस होने दें कि आप उनका ख़याल रखते हैं। उनके साथ अच्छा वक़्त बिताएँ और शिकायत करने का मौक़ा न दें। काम को मनोरंजन के साथ न मिलाएँ। अपने शरीर को दुरुस्त करने के लिए आज भी आप कई बार सोचेंगे लेकिन बाकी दिनों की तरह भी आज यह प्लान धरा का धरा रह जाएगा। शादी के बाद वैवाहिक जीवन में प्यार सुनने में मुश्किल ज़रूर लगता है, लेकिन आप आज महसूस करेंगे कि यह संभव है।
मीन- (दी दू थ झ ञ दे दो च ची)
आज आप ऐसी गतिविधियों में शामिल हों जो रोमांचक हों और आपको सुकून दें। आपके मन में जल्दी पैसे कमाने की तीव्र इच्छा पैसा होगी। घरेलू मोर्चे पर समस्या खड़ी हो सकती है, इसलिए तोल-मोल कर ही बोलें। आपके प्रिय के साथ कुछ मतभेद उभर सकते हैं- साथ ही अपने साथी को अपना नज़रिया समझाने में भी तकलीफ़ महसूस होगी। आज आप नए प्रोजेक्ट को शुरू करेंगे जो पूरे परिवार के लिए समृद्धि लेकर आएगा। अपनी ख़ासियत और भविष्य की योजनाओं पर फिर से सोचने का समय। किसी के प्रभाव में आकर आपका जीवनसाथी आपसे झगड़ सकता है, लेकिन प्यार और सद्भाव से मामला सुलझ जाएगा।
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