संवाददाता राकेश कुमार टांडिया अंतागढ़ अंतागढ़ को जिला बनाने सहित विभिन्न मांगो को लेकर एससी एसटी व पिछड़ा वर्ग द्वारा संयुक्त रूप से किया गया धरना-प्रदर्शन.
अंतागढ़ : विगत कई दिनों से तीनो वर्ग के द्वारा क्षेत्र के विभिन्न समस्या को देखते हुए कई बैठकें व आवेदन ज्ञापन के माध्यम से शासन प्रशासन को अवगत करते रहे लेकिन मांग पर कोई भी सुनवाई नहीं होने के चलते आज 20 सितम्बर को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन रैली का आयोजन किया गया ताकि शासन प्रशासन गहरी नींद से जगाए जा सके और मांगो को पूरा करे, इस कड़ी में आज एसटी एससी पिछड़ा वर्ग के आह्वान पर अंतागढ़ बाजार स्थल में सबेरे से ही भीड़ जुटना शुरू हो गया था और हजारों की संख्या में भीड़ इकट्ठा हो गया।
इस आंदोलन की शुरुआत एक सभा के साथ हुई जिसमें एसटी एसी व ओबीसी तीनों वर्गों के पदाधिकारी व प्रमुखों ने अपने अपने विचार व्यक्त किए जिसमे अंतागढ़ को जिला बनाने की मांग प्रमुखता से रखी। सभा के पश्चात हजारों के संख्या में आए ग्रामीणों के द्वारा सभा स्थल से नगर के हृदय स्थल गोल्डन चौंक तक नारे बाजी करते हुए पहुंचे और पुनः सभा स्थल पहुंच अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को मांग पत्र सौंप कर कहा कि उपरोक्त मांगो को गंभीरता से विचार कर तत्काल पूर्ण करने की पहल किया जावे। अगर एक महीने के भीतर मांगों पर कोई पहल नहीं करने से उग्र आंदोलन, चक्काजाम, अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जैसे कार्य करने के लिए बाध्य होंगे जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
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अंतागढ़ को जिला बनाने सहित विभिन्न मांगो को लेकर एससी एसटी व पिछड़ा वर्ग द्वारा संयुक्त रूप से किया गया धरना-प्रदर्शन
September 20, 2024
Rajesh Kaushal
हजारो की संख्या में शामिल हुए क्षेत्रवासी, एक माह के भीतर मांगों पर कोई पहल नहीं तो करेंगे उग्र आंदोलन
अंतागढ़ को जिला बनाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर एससी-एसटी व पिछड़ा वर्ग द्वारा संयुक्त रुप से एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर एसडीएम अंतागढ़ को ज्ञापन सौंपा गया।
अंतागढ़ : विगत कई दिनों से तीनो वर्ग के द्वारा क्षेत्र के विभिन्न समस्या को देखते हुए कई बैठकें व आवेदन ज्ञापन के माध्यम से शासन प्रशासन को अवगत करते रहे लेकिन मांग पर कोई भी सुनवाई नहीं होने के चलते आज 20 सितम्बर को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन रैली का आयोजन किया गया ताकि शासन प्रशासन गहरी नींद से जगाए जा सके और मांगो को पूरा करे, इस कड़ी में आज एसटी एससी पिछड़ा वर्ग के आह्वान पर अंतागढ़ बाजार स्थल में सबेरे से ही भीड़ जुटना शुरू हो गया था और हजारों की संख्या में भीड़ इकट्ठा हो गया।
इस आंदोलन की शुरुआत एक सभा के साथ हुई जिसमें एसटी एसी व ओबीसी तीनों वर्गों के पदाधिकारी व प्रमुखों ने अपने अपने विचार व्यक्त किए जिसमे अंतागढ़ को जिला बनाने की मांग प्रमुखता से रखी। सभा के पश्चात हजारों के संख्या में आए ग्रामीणों के द्वारा सभा स्थल से नगर के हृदय स्थल गोल्डन चौंक तक नारे बाजी करते हुए पहुंचे और पुनः सभा स्थल पहुंच अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को मांग पत्र सौंप कर कहा कि उपरोक्त मांगो को गंभीरता से विचार कर तत्काल पूर्ण करने की पहल किया जावे। अगर एक महीने के भीतर मांगों पर कोई पहल नहीं करने से उग्र आंदोलन, चक्काजाम, अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जैसे कार्य करने के लिए बाध्य होंगे जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
मांग पत्र में अंतागढ़ जिला बनाने के साथ अन्तागढ़ विकासखण्ड क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए निम्नलिखित मांगे रखी गई हैं –
1.स्थापित स्कूल संस्था एवं शिक्षा युक्तियुक्तकरण बंद किया जाये।
2.जातिगत जनगणना तत्काल प्रारंभ किया जाये।
3.ब्रिटिश कालीन तहसील अन्तागढ़ को जिला का दर्जा दिया जाये ।
4.सरकारी विभागों में तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग में स्थानीय शिक्षित बेरोजगारों को भर्ती किया जाये जो वर्तमान में कई पद रिक्त है।
5.प्राथमिक व मिडिल शालाओं में पर्याप्त शिक्षक सहित हाई एवं हायर सेकेंडरी में विषयवार शिक्षक पदस्थ किया जाये।
6.अतिपिछड़ा क्षेत्र में शिक्षक भर्ती में डी.एड. बी.एड. अनिवार्यता को समाप्त किया जाये।
7.अंतागढ़ विकासखण्ड क्षेत्र में कई जगह हाई स्कूल व हायर सेकेंडरी स्कूल भवन विहिन है, भवन निर्माण कराया जाये। जर्जर भवनों को सुधार किया जाये।
8.शासकीय लालकालेन्द्र सिंह महाविद्यालय में स्नातकोत्तर कक्षाएं प्रारंभ किया जाए, एवं महाविद्यालय छात्रावास में वर्तमान 50 सीटर को 100 सीटर बढ़ाया जाए।
9.अंतागढ़ क्षेत्र के महाविद्यालयिन एसटी, एससी, ओबीसी छात्र-छात्राओं के लिए संयुक्त छात्रावास खोला जाए।
10 .अंतागढ़ में शासकीयय डी.एड. बी. एड. संस्था संचालित किया जाए।
11.अंतागढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को सर्व सुविधायुक्त अस्पताल बनाया जाए। जो वर्तमान में रिफर केन्द्र बनकर रह गया है।
12.अंतागढ़ से नारायणपुर तक पक्की सड़क चौड़ीकरण प्रक्रिया को अविलम्ब प्रारंभ किया जाए।
13 – अंतागढ़ (कुहचे) रेलवे स्टेशन ब्रिज के पास सड़क जर्जर स्थिति में है, अविलंब सुधार किया जाए।
14- ताड़ोकी से तुमापाल रेलवे स्टेशन तक सड़क बहुत जर्जर स्थिति में है तत्काल सुधार किया जाये। और रेलवे लाईन में जहां भी ओवर ब्रिज है नीचे हमेशा पानी भरा रहता है उसे अविलंब निकासी की व्यवस्था किया जाए।
15.परिवहन कार्यालय (अतिरिक्त लिंक कार्यालय) अंतागढ़ में खोला जाए।
16.व्यवहार न्यायालय अंतागढ़ में खोला जाए।
17.तेंदूपत्ता बोनस, बीमा, प्रोत्साहन राशि देना शुरू किया जाए।
18.अंतागढ़ विकासखण्ड के समस्त पदस्थ अधिकारी, कर्मचारी मुख्यालय में निवासरत हो ।
19.अतिथि शिक्षकों को नियमित किया जाये।
20.कक्षा उन्नती की नीति बंद की जाये, पांचवीं और आठवीं की बोर्ड परीक्षाएं ली जाये ।