रिपोर्टर राहुल वर्मा की रिपोर्ट झांसी उत्तर प्रदेश
दिनांक : 22.28.2024
• नाबालिग से दुष्कर्म मामले में यू-टर्न।
• प्रेमी नहीं आया तो बुआ के कहने पर बुआ के विपक्षियों को फंसाया
झांसी। प्रेमनगर थाना क्षेत्र में बीते रोज हुई सामूहिक दुष्कर्म की घटना ने आज यू-टर्न ले लिया। हुआ यूं कि जब नाबालिग का प्रेमी उससे मिलने नहीं पहुंचा तो बुआ के झांसे में आकर उसने बुआ के विपक्षियों को फंसाने की साजिश रच डाली। इस पूरी घटना का खुलासा सीटीसीवी फुटेज ने चंद घण्टों में कर दिया और सच्चाई सामने आ गयी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश एस ने जानकारी देते हुये बताया कि प्रेमनगर थाना क्षेत्र में हुये सामूहिक दुष्कर्म की घटना में दुष्कर्म जैसा कोई मामला हुआ ही नहीं। बल्कि अपने प्रेमी के संग भागने निकली नाबालिग जब प्रेमी के न आने पर अकेले झांसी का ऐतिहासिक दुर्ग घूमकर, मांग में सिंदूर भरकर और पैरों में बिछिया पहनकर अपनी बुआ फूलवती के पास पहुंची तो उसकी बुआ और बुआ के भाई मनीष ने उससे गहन पूछताछ की। इस पर नाबालिग टूट गई और उसने अपने प्रेमी संग भाग जाने की पूरी कहानी सुना दी। इसके बाद बुआ और उसके भाई ने करीब 12 घण्टे तक अपने विपक्षियों को फंसाने की पूरी मनगढंत कहानी उसे रटाई और रात में 12 बजे के आसपास 112 नम्बर पर सूचना दी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने तहरीर लेकर मामला दर्ज किया। दोंनों आरोपितों को कल देर रात तक गिरफ्तार कर लिया गया। जब पीडि़ता का मेडिकल परीक्षण कराया गया तो उसमें कोई भी तथ्य सामने नहीं आया। इस पर पुलिस ने पीडि़ता के जब बयान लिये तो उसके बयानों में अंतर आ गया। इसी संदेह के आधार पर पुलिस ने तकनीक का उपयोग करते हुये सीसीटीवी फुटेज खंगाले, स्मार्ट सिटी के करीब 40 कैमरों को देखने के बाद यह स्पष्ट हुआ कि उसका अपहरण हुआ ही नहीं था। बल्कि वह स्वेच्छा से एक ऑटो में बैठकर जेल चौराहा होती हुई किले पर पहुंची थी। वहां जब उसका प्रेमी नहीं आया तब उसने खुशीपुरा की दुकान से पायलें खरीदीं, मांग में सिंदूर भरा और वापिस वह अपनी बुआ के घर जा पहुंची। इसके बाद पूरा षडय़ंत्र मनीष और सोनू को फंसाने के लिए रचा गया। पुलिस ने दोनों निर्दोष आरोपितों को छोड़ते हुये बुआ और उसके भाई को हिरासत में ले लिया है।