• मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का नेतृत्व संभाला, पीएम मोदी ने दी बधाई।
बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच, शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद गुरुवार को एक अंतरिम सरकार का गठन हुआ। बंगभवन में नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस ने अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने यूनुस और अंतरिम सरकार के 14 अन्य सदस्यों को शपथ दिलाई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को शुभकामनाएं दी हैं। शेख हसीना के प्रधानमंत्री के रूप में 15 साल के कार्यकाल के बाद यह एक महत्वपूर्ण बदलाव है। यह शपथ ग्रहण समारोह देश में अशांति के दौर के बीच हुआ।84 वर्षीय यूनुस, जिन्हें ग्रामीण बैंक के माध्यम से माइक्रोक्रेडिट और माइक्रोफाइनेंस में अपने अग्रणी कार्य के लिए जाने जाते हैं। राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने बंगभवन में शपथ दिलाई। वे आज ही पेरिस से लौटे हैं, जहाँ उनका इलाज चल रहा था। मोहम्मद यूनुस ने कार्यक्रम के दौरान कहा, “मैं संविधान की रक्षा, समर्थन और संरक्षण करूंगा तथा अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करूंगा।”
यह बदलाव छात्रों के नेतृत्व में हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद हुआ है।जिसके कारण हसीना को इस्तीफा देना पड़ा और सोमवार को वे देश से बाहर चली गईं। विरोध प्रदर्शनों के कारण हुई हिंसा और झड़पें के चलते देश में अस्थिरता बढ़ गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्लादेश में सामान्य स्थिति की शीघ्र वापसी के लिए भारत की आशा व्यक्त की। उन्होंने इस संक्रमण काल के दौरान हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के महत्व पर जोर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा, “प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस को उनकी नई जिम्मेदारी संभालने पर मेरी शुभकामनाएं। हम उम्मीद करते हैं कि सामान्य स्थिति शीघ्र वापस आएगी, हिंदुओं और अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा और संरक्षण सुनिश्चित होगा।”
प्रधानमंत्री मोदी ने शांति, सुरक्षा और विकास के साझा लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में बांग्लादेश के साथ मिलकर काम करने की भारत की प्रतिबद्धता को भी दोहराया। उन्होंने कहा, “भारत शांति, सुरक्षा और विकास के लिए दोनों देशों के लोगों की साझा आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए बांग्लादेश के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
नेतृत्व में यह बदलाव बांग्लादेश के लिए एक नया अध्याय है, क्योंकि वह अपनी मौजूदा चुनौतियों से जूझ रहा है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस बात पर करीब से नज़र रख रहा है कि श्री यूनुस इस महत्वपूर्ण समय में देश को कैसे आगे बढ़ाएंगे।