विवादों में घिरे पंचायत सचिव कमलनारायण यादव को हटाने की मांग तेज, मुख्यमंत्री के पास फिर पहुंची शिकायत
रिर्पोटर, गुलाब यादव
स्थान, जशपुर / छतीसगढ

पंडरापाठ पंचायत के सचिव कमलनारायण यादव एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। स्थानीय ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने पंचायत सचिव पर वित्तीय अनियमितता, मनमानी और पक्षपातपूर्ण रवैये के गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें तत्काल हटाने की मांग की है।ग्रामीणों ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को सामूहिक ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में कहा गया है कि सचिव के कार्यकाल में पंचायत के विभिन्न विकास कार्यों में पारदर्शिता की कमी रही है और योजनाओं के क्रियान्वयन में कई गड़बड़ियां सामने आई हैं।
⚡ ग्रामीणों का आरोप: जांच टीम को भी धमकाया गया
सूत्रों के अनुसार, इस मामले में पहले भी शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिसके बाद जांच टीम गठित की गई थी।लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि सचिव समर्थकों ने जांच टीम से झगड़ा कर उन्हें वापस लौटा दिया, जिसके बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।अब, ग्रामीणों ने मामला सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचाया है, ताकि निष्पक्ष जांच संभव हो सके।
🗣️ सचिव बोले — “आरोप निराधार हैं”
दूसरी ओर, पंचायत सचिव कमलनारायण यादव ने सभी आरोपों को खारिज किया है।
उन्होंने कहा “मैंने हमेशा नियमों के अनुसार कार्य किया है। कुछ लोग व्यक्तिगत रंजिश के कारण इस तरह की शिकायतें कर रहे हैं”।
सचिव का कहना है कि उनके खिलाफ चलाया जा रहा अभियान राजनीतिक प्रेरित है और वे जांच के लिए तैयार हैं।
ये पहली बार नहीं है जब पंचायत सचिव विवादों में आए हों। इससे पहले भी उनके खिलाफ विकास योजनाओं में अनियमितता को लेकर शिकायतें दर्ज की गई थीं, लेकिन किसी भी जांच का परिणाम सामने नहीं आया।स्थानीय जनप्रतिनिधियों का कहना है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो पंचायत के विकास कार्य ठप हो सकते हैं।
ग्रामीणों को उम्मीद है कि मुख्यमंत्री कार्यालय जल्द ही इस मामले में निष्पक्ष जांच के आदेश देगा।अगर कार्रवाई होती है, तो यह मामला पंचायत प्रशासन में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जाएगा।















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