रिपोर्टर- मुरारी कुमार
प्रखण्ड- वारिसलीगंज
जिला- नवादा
शैक्षणिक भ्रमण में बच्चे पहुंचे नालंदा व राजगीर
सर्वोदय विद्यालय वारिसलीगंज, नवादा के नर्सरी से आठवीं कक्षा तक के लगभग 200 छात्र-छात्रा शैक्षणिक परिभ्रमण को लेकर राजगीर, नालंदा विश्वविद्यालय, विरायतन संग्रहालय, पावापुरी के लिए रवाना हुए। बच्चों को शनिवार को विद्यालय के निदेशक सह प्रबंधक सौरभ कुमार एवं बिपुल कुमार ने हरी झंडी दिखाकर परिभ्रमण दल को रवाना किया। सर्वोदय विद्यालय के निदेशक सौरभ कुमार शैक्षणिक भ्रमण को भारत के इतिहास से बच्चों का भावनात्मक लगाव होना मानते है। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राएं पावापुरी स्थिति जैन मंदिर, नालंदा विश्वविद्यालय का खंडहर, संग्रहालय, कुण्डलपुर एवं राजगीर का सात-धारा और कई गर्मजल-कुंड, वेणु वन, जापानी मंदिर आदि विभिन्न ऐतिहासिक और धार्मिक मंदिर के बारे मे जानकारी प्राप्त किया तथा वो अपनी आंखों से कई ऐतिहासिक जगहों को देखा, जिससे बारे मे किताबों में भी अध्ययन करना होता है। विद्यालय के शिक्षक संदीप कृष्णन, नारायण प्रसाद, राजेंद्र सर, मुरारी कुमार, शेर खान सर, सूरज भान सर, के अलावे विद्यालय की शिक्षिका मेघा वर्मा, भारती कुमारी, पूजा कुमारी, खुशी परवीन, प्रियंका कुमारी, फ्रूटी कुमारी, बंटी कुमारी समेत कई सहायक शिक्षक शिक्षिकाओं ने सामुहिक रूप से भ्रमण के माध्यम से किसी भी जानकारी का अवलोकन एवं निरीक्षण सरल होना बताया। विद्यालय के सभी शिक्षकों ने बच्चों को भ्रमण के माध्यम से अपने धरोहरो एवं वर्तमान धारणाओं से अवगत कराया। इस दौरान विद्यालय प्रबंधक एवं निदेशक सौरभ कुमार और बीपुल कुमार ने सभी बच्चों एवं शिक्षकों के लिए सुबह का नाश्ता एवं दोपहर के लिए भोजन की भी व्यवस्था भी किए थे l
इस परिभ्रमण कार्यक्रम को लेकर सभी छात्र-छात्रा काफी उत्साहित थे। वरिष्ठ शिक्षक श्री नारायण प्रसाद ने अपने संबोधन में बताया कि इसके शैक्षणिक परिभ्रमण से बच्चों का बौद्धिक विकास होता है और बच्चों को परिभ्रमण के क्रम में बहुत कुछ सीखने काे मिलता है। परिभ्रमण से बच्चों को विभिन्न जगहों के भौगोलिक एवं ऐतिहासिक बातों की जानकारी प्राप्त होती है।
बताते चलें कि शैक्षणिक परिभ्रमण से छात्रों के अंदर बौद्धिक, मानसिक और शारीरिक क्षमता का विकास होता है। बच्चों में देखने, सीखने, प्रश्न पूछने, जिज्ञासु बनाने एवं स्वयं से उत्तर खोजने में सहयोग मिलता है।रिपोर्टर- मुरारी कुमार
प्रखण्ड- वारिसलीगंज
जिला- नवादा
शैक्षणिक भ्रमण में बच्चे पहुंचे नालंदा व राजगीर
सर्वोदय विद्यालय वारिसलीगंज, नवादा के नर्सरी से आठवीं कक्षा तक के लगभग 200 छात्र-छात्रा शैक्षणिक परिभ्रमण को लेकर राजगीर, नालंदा विश्वविद्यालय, विरायतन संग्रहालय, पावापुरी के लिए रवाना हुए। बच्चों को शनिवार को विद्यालय के निदेशक सह प्रबंधक सौरभ कुमार एवं बिपुल कुमार ने हरी झंडी दिखाकर परिभ्रमण दल को रवाना किया। सर्वोदय विद्यालय के निदेशक सौरभ कुमार शैक्षणिक भ्रमण को भारत के इतिहास से बच्चों का भावनात्मक लगाव होना मानते है। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राएं पावापुरी स्थिति जैन मंदिर, नालंदा विश्वविद्यालय का खंडहर, संग्रहालय, कुण्डलपुर एवं राजगीर का सात-धारा और कई गर्मजल-कुंड, वेणु वन, जापानी मंदिर आदि विभिन्न ऐतिहासिक और धार्मिक मंदिर के बारे मे जानकारी प्राप्त किया तथा वो अपनी आंखों से कई ऐतिहासिक जगहों को देखा, जिससे बारे मे किताबों में भी अध्ययन करना होता है। विद्यालय के शिक्षक संदीप कृष्णन, नारायण प्रसाद, राजेंद्र सर, मुरारी कुमार, शेर खान सर, सूरज भान सर, के अलावे विद्यालय की शिक्षिका मेघा वर्मा, भारती कुमारी, पूजा कुमारी, खुशी परवीन, प्रियंका कुमारी, फ्रूटी कुमारी, बंटी कुमारी समेत कई सहायक शिक्षक शिक्षिकाओं ने सामुहिक रूप से भ्रमण के माध्यम से किसी भी जानकारी का अवलोकन एवं निरीक्षण सरल होना बताया। विद्यालय के सभी शिक्षकों ने बच्चों को भ्रमण के माध्यम से अपने धरोहरो एवं वर्तमान धारणाओं से अवगत कराया। इस दौरान विद्यालय प्रबंधक एवं निदेशक सौरभ कुमार और बीपुल कुमार ने सभी बच्चों एवं शिक्षकों के लिए सुबह का नाश्ता एवं दोपहर के लिए भोजन की भी व्यवस्था भी किए थे l
इस परिभ्रमण कार्यक्रम को लेकर सभी छात्र-छात्रा काफी उत्साहित थे। वरिष्ठ शिक्षक श्री नारायण प्रसाद ने अपने संबोधन में बताया कि इसके शैक्षणिक परिभ्रमण से बच्चों का बौद्धिक विकास होता है और बच्चों को परिभ्रमण के क्रम में बहुत कुछ सीखने काे मिलता है। परिभ्रमण से बच्चों को विभिन्न जगहों के भौगोलिक एवं ऐतिहासिक बातों की जानकारी प्राप्त होती है।
बताते चलें कि शैक्षणिक परिभ्रमण से छात्रों के अंदर बौद्धिक, मानसिक और शारीरिक क्षमता का विकास होता है। बच्चों में देखने, सीखने, प्रश्न पूछने, जिज्ञासु बनाने एवं स्वयं से उत्तर खोजने में सहयोग मिलता है।