जेंडर आधारित हिंसा की रोकथाम हेतु जागरूकता लाने चलाया जाएगा हम होंगे कामयाब पखवाड़ा अभियान
कलेक्टर श्री दुबे ने अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश
संवाददाता गोविन्द दुबे उदयपुरा
रायसेन/ मध्यप्रदेश
जेंडर आधारित हिंसा की रोकथाम के लिए शासन द्वारा विशेष जागरूकता अभियान “हम होंगे कामयाब“ पखवाड़ा 25 नवम्बर से 10 दिसम्बर 2024 तक आयोजित किया जा रहा है। सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर श्री अरविंद दुबे द्वारा जिले में विशेष जागरूकता अभियान ‘‘हम होंगे कामयाब‘‘ के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। उन्होंने निर्देशित किया कि ‘’हम होंगे कामयाब“ पखवाड़ा अंतर्गत जिला, विकासखण्ड एवं ग्राम स्तर पर विभिन्न जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया जाए।
कलेक्टर श्री दुबे ने निर्देश देते हुए कहा कि अभियान के दौरान जेंडर संवेदनशीलता और जेंडर आधारित मुद्दों पर जागरुकता बढ़ाने के लिये समुदाय, विशेषकर पुरुषों, युवाओं के साथ ही किशोरों, बच्चों के पालकों, महिलाओं को जोड़ा जाए। अभियान का विभिन्न माध्यमों से समुचित प्रचार-प्रसार किया जाए। विशेषकर सोशल मीडिया के माध्यम से जेंडर आधारित हिंसा उन्मूलन, वन स्टॉप सेंटर, महिला हेल्पलाइन नंबर, पोर्टल के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए निर्देशित किया गया। साथ ही ऑडियो विजुअल क्रिएटिव विकसित करके वन स्टॉप सेंटर तथा घरेलू हिंसा/बाल विवाह जैसे अधिनियमों पर कानूनी जागरूकता हेतु सोशल मीडिया पर ट्वीट/इन्फोग्राफिक्स जैसी गतिविधियां किए जाने के लिए भी निर्देशित किया जाए। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री पंकज पाण्डे, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती अंजू पवन भदौरिया, अपर कलेक्टर श्रीमती श्वेता पवार सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास ने बताया कि ’हम होंगे कामयाब“ पखवाड़ा अभियान में महिला बाल विकास विभाग के साथ ही विभिन्न विभागों यथा नगरीय विकास, पंचायत राज व ग्रामीण विकास, पर्यटन, स्वास्थ्य, धर्मस्व, स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, तकनीकि शिक्षा, गृह (पुलिस), राष्ट्रीय मनवाधिकार एवं अपराध नियत्रंण ब्यूरो संगठन,आबकारी, परिवहन, श्रम, सामाजिक न्याय, अनुसुचित जाति कल्याण, खेल एवं युवा कल्याण, जनसम्पर्क, विधि विधायी कार्य विभागों की सहभागिता के साथ ही सहयोगी संस्थाओं की भी सहभागिता रहेगी। अभियान के अंतर्गत जागरूकता बढाने के लिए कार्यशालाएं, सेमिनार एवं विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।