जिला चीफ ब्यूरो संजीव शर्मा
विदिशा
जिला चिकित्सालय में नर्सों द्वारा प्रसूति वार्ड में अवैध वसूली।
विदिशा जिला अस्पताल में डिलीवरी के बाद नर्स और वार्ड बॉय परिजनों से कर रहे अवैध वसूली लड़की होने पर 500 तो लड़का होने पर 1000 रु.तक वसूले जाते है और डिलीवरी के बाद पलंग पर शिफ्ट करने मैं भी वसूली प्रसुताओं की डिलीवरी अस्पताल में कराये जाने के लिए शासन- प्रशासन के अनेक अभियान चल रहा है आंगनवाड़ी में प्रसूताओं की देखरेख विटामिन ,आयरन
,कैल्शियम की दवाई भी दी जा रही हैंं इसके बाद भी प्रसूता शासकीय अस्पताल में अपना प्रसब नहीं कराना चाहती , जिसका कारण हमारे जिला अस्पताल की शासकीय व्यवस्थाएं हैं जिला अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ और वार्ड बॉय को शासन द्वारा मोटी मोटी वेतन मिलने के बाद भी प्रतिदिन मरीजों से कुछ ना कुछ चाहिए तब ही बे तत्परता से अपना काम करते हैं ।जिला अस्पताल के इन हालातो में अब अस्पताल में सिर्फ अतिगरीब और बेरोजगार या फिर जिनके पास इलाज के पैसे नहीं है वही लोग पहुंच रहे हैं । वही जिला मुख्यालय के आसपास के क्रिटिकल केसों को भी जिला मुख्यालय रेफर किया जाता है लेकिन जिला अस्पताल में काम करने वाली नर्स और वार्ड बाय शासकीय इलाज या सुविधाओं के नाम पर मरीजों एवं प्रसूताओं के परिजनों से अवैध वसूली कर रहे हैं ।
बहुत दिनों से प्रसूता के परिजनों से डिलीवरी के नाम पर राशि वसूली की शिकायत मीडिया को प्राप्त हो रही थी लेकिन आज जिला चिकित्सालय विदिशा में नर्सिंग स्टाफ द्वारा मरीज से पैसे लेने का मामला सामने आया है ।जिला चिकित्सालय के प्रसूति वार्ड में गर्भवती महिलाओं की डिलेवरी होने के बाद वार्ड में शिफ्ट करने के नाम पर नर्सिंग स्टाफ द्वारा लड़की होने पर 500 रुपये एवं लड़का होने पर 1000.हजार रुपये तक बसूले जा रहे हैं । प्रसूति वार्ड में भर्ती जय गुरुदेव नगर निवासी पूनम सिलावट की डिलीवरी 15/ 11./2024 को हुई पूनम ने बताया उनके साथ मौजूद अटेंडर से 300 रुपए लिए गए हैं । बात जब पत्रकारों तक पहुची और पत्रकारों ने अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारियों से फोन पर चर्चा की तो नर्सिंग स्टाफ द्वारा पैसे बापिस कर दिए गए । दूसरा मामला श्रीमती मनीषा रेकवार का है मनीषा की डिलीवरी 12 नवंबर को जिला चिकित्सालय में हुई थी मनीषा के पति राजकुमार रेकवार का कहना है कि मुझे भी पलंग शिफ्टिंग के नाम पर 800 रुपए देने पड़े थे तब जाकर मनीषा को पलंग पर पहुचाया गया था ।जब इस खबर को लेकर डॉक्टर सिविल सर्जन से चर्चा हुई तो उन्होंने बताया कि मैं छुट्टी पर हूं और इंचार्ज डॉक्टर से संपर्क कर फोन लगाया तो डॉक्टर माझी ने फोन नहीं उठाया और डॉक्टर उपाध्याय से बात हुई तो उन्होंने बताया कि हमारे पास कोई लिखित में शिकायत नहीं है
सीएमएचओ को फोन लगाया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।