• उत्तर प्रदेश सरकार गांवों को स्मार्ट बनाने की दिशा में बढ़ाया कदम।
उत्तर प्रदेश/लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं को ग्राम पंचायतों की अहमियत और उनकी भूमिका को रेखांकित करते हुए, इन्हें आत्मनिर्भर और आधुनिक बनाने की प्रेरणा दी। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि ग्राम पंचायतों को गांव की समस्याओं का हल वहीं स्थानीय स्तर पर करना होगा, ताकि जाति, निवास और आय प्रमाण पत्र जैसी बुनियादी सेवाएं ग्रामीणों को उनके घर के पास ही आसानी से मिल सकें। इस कदम से न केवल गांवों का समग्र विकास होगा, बल्कि पंचायतें स्वराज की सच्ची परिभाषा को भी साकार करेंगी।
सीएम योगी ने ग्राम पंचायतों को गांधी जी के ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार करने का माध्यम बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2047 तक आत्मनिर्भर और विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने में पंचायतों की भूमिका अहम होगी। पंचायतों के पास अब पर्याप्त अधिकार हैं और 57,000 से ज्यादा ग्राम पंचायतों के पास अपने भवन और इंटरनेट जैसी सुविधाएं हैं।
मुख्यमंत्री ने युवाओं को निर्देश दिया कि वे गांव को सिर्फ सरकारी सहायता पर निर्भर न रहने दें। उन्होंने गांव की संपत्ति जैसे तालाब, बाजार, जमीन आदि का सही तरीके से इस्तेमाल करके गांव की आय बढ़ाने पर जोर दिया। तालाब में मछली पालन, कूड़ा निस्तारण, स्ट्रीट लाइट, सीसीटीवी कैमरा जैसी सुविधाएं गांव को आत्मनिर्भर और स्मार्ट बना सकती हैं।
सीएम योगी ने कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को बिना भेदभाव के मिलना चाहिए। ग्राम पंचायत अधिकारी की जिम्मेदारी है कि वह सुनिश्चित करें कि हर व्यक्ति को सरकारी योजनाओं का लाभ समय पर मिले। उन्होंने नियुक्ति पत्र पाने वाले युवाओं से कहा कि वे अपनी ग्राम पंचायत को रोल मॉडल बनाएं और सरकारी सुविधाओं का सही तरीके से प्रयोग करें।
सीएम योगी ने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार ग्राम पंचायतों को सभी प्रकार की सुविधाएं और संरक्षण देगी, लेकिन इसके बदले में पंचायतों को भी गांव के विकास के लिए जवाबदेह होना होगा। उन्होंने कहा कि सामुदायिक शौचालय, साफ-सफाई, और सार्वजनिक सुविधाओं को बेहतर बनाए बिना विकास संभव नहीं होगा।
मुख्यमंत्री ने युवाओं से कहा कि प्रदेश में बेहतर सुरक्षा व्यवस्था के कारण न सिर्फ निवेश बढ़ा है, बल्कि निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं। युवाओं को अब अपने ही शहर में नौकरी करने का अवसर मिल रहा है, जिससे वे अपने परिवार का भी ध्यान रख सकेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के तहत सरकार ने पिछले सात सालों में 7 लाख युवाओं को नौकरियां दी हैं।
इस मौके पर समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने भी युवाओं को संबोधित किया और उन्हें सच्चे और पक्के काम करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार से दूर रहते हुए पारदर्शी तरीके से काम करना महत्वपूर्ण है। युवाओं को नियुक्ति के बाद बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए ताकि उन्हें सम्मानित किया जा सके।
पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने पंचायत अधिकारियों को ग्राम विकास में प्रमुख भूमिका निभाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि पंचायत निधि का सही इस्तेमाल करना और साफ-सफाई की ओर ध्यान देना आवश्यक है। पंचायतों को रेन वाटर हार्वेस्टिंग और अन्य नवाचारों को अपनाने पर जोर देना चाहिए ताकि ग्रामीण क्षेत्र समग्र विकास की ओर बढ़ सकें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश की ग्राम पंचायतों की कार्यशैली अब बदल रही है। उन्होंने पंचायतों को पारदर्शी और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम करने की अपील की। ग्रामीण विकास में तकनीकी और डिजिटल सुविधाओं का प्रयोग बढ़ रहा है, जिससे भविष्य में यूपी के गांव आत्मनिर्भर और स्मार्ट बन सकेंगे।