हिमाचल में होने वाला है बड़ा उलटफेर:
रिपोर्ट समीर गुप्ता पठानकोट पंजाब ––
कल हुए राज्यसभा चुनाव में हिमाचल प्रदेश के छः कांग्रेस विधायकों की और से क्रास वोटिंग करते हुए भाजपा प्रत्याशी हर्ष महाजन के लिए वोट किया गया था इसके अलावा तीन निर्दलीय विधायकों ने भी महाजन के पक्ष में वोट डाले। कांग्रेस ने हिमाचल की राज्यसभा सीट से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी पर दांव लगाया था। संख्या बल के आधार पर सिंघवी की जीत सुनिश्चित थी लेकिन क्रास वोटिंग के चलते दोनों उम्मीदवारों को 34-34 मत पड़े और अंत में टास के जरिए भाजपा के हर्ष महाजन विजय घोषित किए गए। इस सारे घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस हाईकमान हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से खासा नाराज हैं। अब हिमाचल के मौजूदा केबिनेट मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री हिमाचल वीरभद्र सिंह के सुपुत्र विक्रमादित्य सिंह ने सुक्खू पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनकी कार्यशैली से विधायक खुश नहीं हैं और साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में हिमाचल की जनता ने वीरभद्र सिंह के नाम पर कांग्रेस को जिताया था परन्तु मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उनको बनता आदर कभी नही दिया। विक्रमादित्य ने भावुक होते हुए आगे कहा कि वह शिमला के माल रोड़ पर पूर्व मुख्यमंत्री हिमाचल राजा वीरभद्र सिंह जिन्होंने अपने राजनीतिक जीवन काल में पार्टी को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया की मूर्ति स्थापन करना चाहते थे परन्तु सरकार की और से इसे नजर अंदाज किया गया। मुख्यमंत्री सुक्खू की कार्यशैली से हिमाचल की जनता में व्यापक रोष है। दूसरी तरफ आज सुबह भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री हिमाचल जयराम ठाकुर माननीय गवर्नर से मिले और उन्हें अपील की कि सुक्खू सरकार अभी चल रहे बजट सेशन में अपना बहुमत सिद्ध करे। उन्होंने कहा कि हिमाचल में कांग्रेस सरकार अभी अल्पमत में है और उन्हें सत्ता में रहने का कोई हक नही है। इस सारे घटनाक्रम से कांग्रेस आलाकमान सकते में है और उनकी तरफ से इस सारे मसले को सुलझाने के लिए भूपेन्द्र सिंह हुड्डा और डी के शिवकुमार को शिमला भेजा है। ऐसे में बहुत संभव है कि विधायकों को शांत करने के लिए सुखविंदर सिंह सुक्खू को मुख्यमंत्री पद से हटाया जा सकता है।