संवाददाता: करनेश सिंह पुरवा उन्नाव!
क्षेत्र में मादक पदार्थों की अवैध विक्री पुलिस के लिए बनी चुनौती
पुरवा उन्नाव! कोतवाली क्षेत्र में इन दिनों मादक पदार्थो का गोरख धंधा चरम पर है, क्षेत्र में अवैध रूप से गांजे की बिक्री खूब की जा रही है, जो पुरवा पुलिस के लिए एक चुनौती है, क्षेत्र के युवाओं का जीवन इस धूम्रपान की वजह से अंधकार में जाता दिखाई दे रहा है, इन गांजा तस्करों की वजह से लगभग आधा सैकड़ा गांवो के लोगों का भविष्य दांव पर लगा है, यह गांजा तस्कर नेपाल, तथा भारत के अन्य प्रान्तों से गांजे को लाकर क्षेत्र में अवैध रूप से बेचने का काम करते हैं, इनके ऊपर पुलिस द्वारा कई बार कार्रवाई भी की गई है, परंतु गांजा तस्करों के हौसले इतने बुलंद है, कि उन्हें पुलिस का जरा सा भी खौफ नहीं है, सूत्रों की माने तो पुरवा कोतवाली की चौकी मंगतखेड़ा से चंद कदमों की दूरी पर यह अवैध गांजे की बिक्री धड़ल्ले से होती है, गांजा बेचने वाले व्यक्ति मझखोरिया ग्राम पंचायत में रहकर यह गंजा बेचते हैं, जो हल्का नंबर पांच में आता है, चौकी से चंद कदमों की दूरी पर यह धंधा होना, अपने आप में एक गंभीर विषय है,
क्या कोतवाली पुलिस की सह पर ही अवैध रूप से गंजा बेचा जा रहा है, या फिर ऐसे तस्करों को पुलिस का संरक्षण है, इस अवैध गंजे की बिक्री से पास के कई गांव सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं, जिनमें प्रमुख रूप से तारागढ़ी, मादाखेड़ा,बैगाव, मंगतखेड़ा, लालाखेड़ा, नाथीखेड़ा, रमईखेड़ा, कासूखेड़ा, तथा तूरी, इन गांवों के लोगो को यह गांजा बेचा जाता है, जो की 50 और 100 रुपए पुड़िया के हिसाब से बिकता है, अब देखना यह होगा कि नवागत पुलिस अधीक्षक उन्नाव, और कोतवाली पुलिस इस अवैध गांजे की बिक्री पर किस तरह से रोक लगा पाते है जो पुलिस के लिए एक चुनौती है!