• भगवान विश्वकर्मा जयंती की हार्दिक बधाई एवम् शुभकामनाएं।
जन-जन के कर में कर्मा
जय भगवान विश्वकर्मा
ताजा खबर : देव दानव युद्ध और समुद्र मंथन के बारे में सनातन धर्मावलम्बी बेहतर जानते है। इसी समुद्र मंथन की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है विश्वकर्मा। इन्हें निर्माण यांत्रिकी और वास्तु शास्त्र का अधिपति कहा जाता है। ऋग्वेद वेद में विश्वकर्मा का अद्भुत् वर्णन है।भगवान् श्रीकृष्ण ने विश्व्कर्मा को ही द्वारिका नगरी के वास्तु का निर्माण सौंपा था। इसी द्वारिका नगर में एक विशाल माया भवन बनाया गया था जो तिलिस्म से भरा था। इस भवन के द्वार करतल ध्वनि से खुलते और बंद होते थे। पूरा भवन जल मग्न था जिसमे प्रवेश के लिए कांच का सेतु बना था और इसमें प्राण वायु का पर्याप्त इंतजाम था। आज भी द्वारिका नगर समंदर में खड़ा है और इस बात का प्रमाण है कि वैदिक आस्थाएँ गप्पबाज़ी नहीं है। 17सितम्बर को विश्वकर्मा जयंती मनाई जाती है जो श्रमिकों शिल्पियों और कामगारों के सम्मान का दिन है। देश के सभी विश्वकर्माओं को नमन जो अपने कला कौशल से दुनियां को नित्य सुन्दर बना रहें है।
भगवान विश्वकर्मा जयंती की हार्दिक बधाई एवम् शुभकामनाएं