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गलत खानपान से Liver न बन जाए फैटी! नेचुरली हेल्दी बनाने के लिए पिएं ये 5 हर्बल चाय

सत्यार्थ न्यूज श्रीडूंगरगढ-सवांददाता मीडिया प्रभारी

लिवर (Liver Care Tips) हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो बदलती जीवनशैली के कारण प्रभावित हो रहा है। फैटी लिवर जैसी समस्याओं से बचने और लिवर को स्वस्थ रखने के लिए इसे समय-समय पर डिटॉक्स करना जरूरी है। ऐसे में कुछ हर्बल चाय आपके लिवर को नेचुरली हेल्दी बनाने में मदद कर सकती हैं।

HighLights

1.लिवर हमारे शरीर का एक जरूरी अंग है।

2.सेहतमंद रहने के लिए लिवर को हेल्दी रखना जरूरी है।

3.इसके लिए कुछ हर्बल टी मददगार हो सकती हैं।

लिवर हमारे शरीर के जरूरी अंगों में से एक है, जो इन दिनों कई वजहों से बीमार होने लगा है। तेजी से बदल रही लाइफस्टाइल और खानपान के प्रति लापरवाही की वजह अक्सर लिवर से जुड़ी समस्याएं लोगों को अपना शिकार बना लेती हैं। फैटी लिवर इनमें से एक है,जो तेजी से लोगों में फैल रही है। ऐसे में जरूरी है कि अपने लिवर को हेल्दी रखने के लिए इसे समय-समय पर डिटॉक्स किया जाए। ऐसे में आप कुछ हर्बल चाय अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इससे आपको अपनी लिवर को हेल्दी बनाए रखने में भी मदद मिलेगी और आप इससे होने वाली समस्याओं से भी अपना बचाव कर सकते हैं।

हल्दी की चाय

हल्दी खाने में इस्तेमाल होने वाला एक प्रमुख मसाला है,जो न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि सेहत को भी कई फायदे पहुंचाता है। इसमें मौजूद कर्क्यूमिन अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाना जाता है। इसकी चाय पीने से लिवर की सूजन कम करने और शरीर की डिटॉक्सिफाइंग क्षमताओं को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है।

स्किसेंड्रा बेरी टी

स्किसेंड्रा बेरी टी एक पारंपरिक चीनी फल है,जो अपने अनूठे स्वाद के लिए जाना जाता है। ये बेरीज आपके शरीर को तनाव से निपटने और संतुलन बनाए रखने में मदद करती हैं। जब इसकी पी जाती है, तो न सिर्फ लिवर डिटॉक्सिफिकेशन होता है,बल्कि आपका एनर्जी लेवल भी बढ़ जाता है।

मिल्क थिसल टी

यह कई साल पुरानी हर्बल चाय है,जिसे खासतौर पर भूमध्यसागरीय क्षेत्रों में इस्तेमाल किया जाता है। इसमें इस्तेमाल होने वाला सिलीमारिन, एक ऐसा कम्पाउंड है, जो अपने शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभावों के लिए जाना जाता है। इसे पीने से लिवर का टॉक्सिन्स से बचाव होता और डैमेज हुए लिवर सेल्स को रिपेयर करने में मदद मिलती है।

लीकोरिस रूट टी

अपने खास मीठे स्वाद वाली लीकोरिस रूट को आयुर्वेदिक और पारंपरिक चीनी चिकित्सा दोनों में इस्तेमाल किया जाता है। इसमें ग्लाइसीर्रिजिन होता है,जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और लिवर-प्रोटेक्टिव इफेक्ट्स होते हैं। इसकी जड़ की चाय पीने से लिवर की सूजन कम करने और डिटॉक्स प्रोसेस को बेहतर करने में मदद मिल सकती है।

डंडेलियन रूट टी

आमतौर पर डंडेलियन को खरपतवार यानी ऐसा पौधा माना जाता है, जो किसी काम का नहीं होता। हालांकि, यह लिवर के लिए काफी काम का होता है। खासकर इसकी जड़ें शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करती है। इसकी चाय पीने से शरीर में मौजूद एक्स्ट्रा वेस्ट को बाहर निकालने में मदद मिलती है, जिससे लिवर हेल्थ बेहर होता है।

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