सत्यार्थ न्यूज श्रीडूंगरगढ़-सवांददाता नरसीराम शर्मा
पंचांग का अति प्राचीन काल से ही बहुत महत्त्व माना गया है। शास्त्रों में भी पंचांग को बहुत महत्त्व दिया गया है और पंचाग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना गया है। पंचांग में सूर्योदय सूर्यास्त, चद्रोदय चन्द्रास्त काल, तिथि, नक्षत्र, मुहूर्त योगकाल, करण सूर्य-चंद्र के राशि, चौघड़िया मुहूर्त दिए गए हैं।
जय श्री गणेशाय नमः
जय श्री कृष्णा
आज का पंचांग-14.03.2025
दैनिक गोचर राशिफल सहित
शुभ शुक्रवार –
– शुभ प्रभात्
74-30मध्यमान
75-30
(केतकी चित्रापक्षीय गणितानुसारेण निर्मितम्) ________________________________
______आज विशेष_____
भारत देश के प्रधान तीर्थ स्थल-एक जानकारी
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____दैनिक पंचांग विवरण___
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आज दिनांक……………… 14.03.2025
कलियुग संवत्…………………5126
विक्रम संवत्…………………. 2081
शक संवत्…………………. 1946
संवत्सर………………….श्री कालयुक्त
अयन………………………उत्तर
गोल…………………….. दक्षिण
ऋतु……………………… बसंत
मास………………………फाल्गुन
पक्ष……………………. .शुक्ल
तिथि..पूर्णिमा. अपरा. 12.24 तक / प्रतिपदा
वार……………………. शुक्रवार
नक्षत्र………….. उ.फाल्गु. संपूर्ण (अहोरात्र)
चंद्रराशि….. सिंह. अपरा.12.56 तक / कन्या
योग………… शूल. अपरा. 1.22 तक / गंड
करण…………….बव. अपरा. 12.24 तक
करण…….बालव. रात्रि. 1.26* तक / कौलव __________________________
नोट-जिस रात्रि समय के ऊपर(*) लगा हुआ हो
वह समय अर्द्ध रात्रि के बाद सूर्योदय तक का है _________________________________
विभिन्न नगरों के सूर्योदय में समयांतर मिनट
दिल्ली -10 मिनट———जोधपुर +6 मिनट
जयपुर -5 मिनट——अहमदाबाद +8 मिनट
कोटा – 5 मिनट————-मुंबई +7 मिनट
लखनऊ – 25 मिनट——बीकानेर +5 मिनट
कोलकाता -54 मिनट–जैसलमेर +15 मिनट _______________________________
सूर्योंदयास्त दिनमानादि-अन्य आवश्यक सूची
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सूर्योदय……………… प्रातः 6.42.51 पर
सूर्यास्त……………… सायं. 6.38.38 पर
दिनमान-घं.मि.से…………….11.55.46
रात्रिमान-घं.मि.से……………. 12.03.11
चंद्रोदय………………..6.49.18 PM पर
चंद्रास्त…………………7.07.40 AM पर
राहुकाल.पूर्वा.11.11 से 12.41 तक(अशुभ)
यमघंट….अपरा. 3.40 से 5.09 तक(अशुभ)
गुलिक…………प्रातः 8.12 से से 9.42 तक
अभिजित……….मध्या.12.17 से 1.05 तक
पंचक…………………… आज नहीं है
शुभ हवन मुहूर्त………………आज नहीं है
दिशाशूल………………….. पश्चिम दिशा
दोष परिहार……जौ का सेवन कर यात्रा करें _________________________________
विशिष्ट काल-मुहूर्त-वेला परिचय
अभिजित् मुहुर्त – दिनार्द्ध से एक घटी पहले और एक घटी बाद का समय अभिजित मुहूर्त कहलाता है,पर बुधवार को यह शुभ नहीं होता। _________________________________
ब्रह्म मुहूर्त – सूर्योदय से पहले का 1.30 घंटे का समय ब्रह्म मुहूर्त कहलाता है। _________________________________
प्रदोष काल – सूर्यास्त के पहले 45 मिनट और
बाद का 45 मिनट प्रदोष माना जाता है… _________________________________
गौधूलिक काल-सूर्यास्त से 12 मिनट पहले एवं
12 मिनट बाद का समय कहलाता है
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भद्रा वास शुभाशुभ विचार
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भद्रा मेष, वृष, मिथुन, वृश्चिक के चंद्रमा में स्वर्ग में व कन्या, तुला, धनु, मकर के चंद्रमा में पाताल लोक में और कुंभ, मीन, कर्क, सिंह के चंद्रमा में मृत्युलोक में मानी जाती है यहां स्वर्ग और पाताल लोक की भद्रा शुभ मानी जाती हैं और मृत्युलोक की भद्रा काल में शुभ कार्य वर्जित होते हैं इसी तरह भद्रा फल विचार करें..
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दैनिक सूर्योदय कालीन लग्न एवं ग्रह स्पष्ट
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लग्न ………कुम्भ 28°57′ पूर्वभाद्रपद 3 दा
सूर्य ………कुम्भ 29°30′ पूर्वभाद्रपद 3 दा
चन्द्र ……सिंह 26°52′ उत्तर फाल्गुनी 1 टे
बुध …….. मीन 15°17′ उत्तरभाद्रपद 4 ञ
शुक्र * …..मीन 13°41′ उत्तरभाद्रपद 4 ञ
मंगल …….. .मिथुन 24°39′ पुनर्वसु 2 को
बृहस्पति …….वृषभ 19°19′ रोहिणी 3 वी
शनि ^ ….. कुम्भ 28°10′ पूर्वभाद्रपद 3 दा
राहू * …….. मीन 3°33′ उत्तरभाद्रपद 1 दू
केतु * … कन्या 3°33′ उत्तर फाल्गुनी 3 पा
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दैनिक लग्न समय सारिणी
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लग्न राशि ***********प्रारंभ – समाप्ति ==========================
कुम्भ ……………….06:43 – 06:46
मीन ………………..06:46 – 08:15
मेष …………………08:15 – 09:53
वृषभ ………..……….09:53 – 11:50
मिथुन ………………..11:50 – 14:04
कर्क ………………..14:04 – 16:22
सिंह ………………..16:22 – 18:36
कन्या………………. 18:36 – 20:49
तुला………………… 20:49 – 23:05
वृश्चिक ………………23:05 – 25:22*
धनु ……………….25:22* – 27:27*
मकर ……………….27:27* – 29:11*
कुम्भ ……………….29:11* – 30:42*
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जहां समय के आगे (*) लगा है वह समय
अर्द्ध रात्रि उपरांत समय का सूचक है। _________________________
दिन का चौघड़िया
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चंचल…………….प्रातः 6.43 से 8.12 तक
लाभ……………..प्रातः 8.12 से 9.42 तक
अमृत…………..प्रातः 9.42 से 11.11 तक
शुभ…………..अपरा. 12.41 से 2.10 तक
चंचल…………….सायं. 5.09 से 6.39 तक __________________________
रात्रि का चौघडिया
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लाभ…….रात्रि. 9.39 से 11.10 तक
शुभ…रात्रि. 12.40 AM से 2.11 AM तक
अमृत…रात्रि. 2.11 AM से 3.41 AM तक
चंचल…रात्रि. 3.41 AM से 5.11 AM तक
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(विशेष – ज्योतिष शास्त्र में एक शुभ योग और एक अशुभ योग जब भी साथ साथ आते हैं तो शुभ योग की स्वीकार्यता मानी गई है )
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शुभ शिववास की तिथियां
शुक्ल पक्ष-2—–5—-6– 9—–12—-13
कृष्ण पक्ष-1—4—-5—-8–11—12—30
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दिन नक्षत्र एवं चरणाक्षर संबंधी संपूर्ण विवरण
संदर्भ विशेष -यदि किसी बालक का जन्म गंड नक्षत्रों (रेवती, अश्विनी, अश्लेषा, मघा, ज्येष्ठा और मूल) में होता है तो सविधि नक्षत्र शांति की आवश्यक मानी गयी है और करवाना चाहिये।
आज जन्मे बालकों का नक्षत्र के चरण अनुसार राशिगत् नामाक्षर
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समय-नक्षत्र नाम-नक्षत्र चरण-चरणाक्षर ________________________________
12.56 PM तक—उ.फाल्गु—–1——-टे
_______राशि सिंह – पाया चांदी________ ________________________________
07.33 PM तक—उ.फाल्गु—–2——टो
02.13 AM तक—उ.फाल्गु—–3——प उपरांत रात्रि तक—उ.फाल्गु—–4——पी
_______राशि कन्या – पाया चांदी______ ________________________________
____आज का दिन____ _______________________________
व्रत विशेष………………… नहीं है
अन्य व्रत………………… .नहीं है
पर्व विशेष………. रंगोत्सव/वसंतोत्सव होली
दिन विशेष…………. होलाष्टक समापन
दिन विशेष…..श्री चेतन्य महाप्रभु जन्म दिवस
दिन विशेष………… पूर्णिमा स्नान पुण्य लाभ
दिन विशेष……. विक्रम संवत् चैत्र मास प्रारंभ
दिन विशेष..चंद्र ग्रहण (भारत में मान्य नहीं है)
दिन विशेष…………… .विश्व पाई दिवस
दिन विशेष……. विश्व नदी कार्यवाही दिवस
पंचक…………………… आज नहीं है
विष्टि(भद्रा)………………. आज नहीं है
खगोल विशेष. मीनेsर्क. सायं-रात्रि. 6.51 पर
सर्वा.सि.योग………………. आज नहीं है
अमृ.सि.योग……………… आज नहीं है
सिद्ध रवियोग……………… आज नहीं है ______________________________________________
_अगले दिन की प्रतीकात्मक जानकारी_
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दिनांक………………….15.03.2025
तिथि……….. चैत्र कृष्णा प्रतिपदा शनिवार
व्रत विशेष………………… नहीं है
अन्य व्रत………………… .नहीं है
पर्व विशेष…………………..नहीं है
दिन विशेष………………विश्व निद्रा दिवस
दिन विशेष….विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस
पंचक………………….. आज नहीं है
विष्टि(भद्रा)…………………आज नहीं है
खगोल विशेष….वक्री बुध. अपरा.12.16 पर
सर्वा.सि.योग…………….. आज नहीं है
अमृ.सि.योग……………….आज नहीं है
सिद्ध रवियोग……………….आज नहीं है
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आज की विशेष प्रस्तुति
धर्म ज्योतिष आध्यात्म वास्तु राशिफल
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भारत देश के प्रधान तीर्थ स्थल-एक जानकारी
भारत के प्रमुख तीर्थ 51 शक्ति पीठ, 12 ज्योतिर्लिंग, 7 सप्तपुरी और 4 धाम हमारे देश भारत में यूँ तो अनेक तीर्थ हैं पर इनमें जो सबसे प्रमुख माने जाते हैं वो हैं इक्यावन शक्ति पीठ, बारह ज्योतिर्लिंग, सात सप्तपुरी और चार धाम। इन्हीं 12 ज्योतिर्लिंग वाले स्थानों पर भगवान शिव स्वयं प्रकट हुए।
1. सोमनाथ यह शिवलिंग गुजरात के सौराष्ट्र में स्थापित है।
2. श्री शैल मल्लिकार्जुन मद्रास में कृष्णा नदी के किनारे पर्वत पर स्थापित है श्री शैल मल्लिकार्जुन शिवलिंग।
3. महाकाल उज्जैन में स्थापित महाकालेश्वर शिवलिंग, जहां शिवजी ने दैत्यों का नाश किया था।
4. ओंकारेश्वर ममलेश्वर मध्यप्रदेश के धार्मिक स्थल ओंकारेश्वर में नर्मदा तट पर पर्वतराज विंध्य की कठोर तपस्या से खुश होकर वरदान देने यहां प्रकट हुए थे शिवजी जिसके बाद यहां ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित हो गया।
5. नागेश्वर गुजरात के दारूका वन के निकट स्थापित नागेश्वर ज्योतिर्लिंग।
6. बैद्यनाथ झारखंड के देवघर में बैद्यनाथ धाम में स्थापित शिवलिंग।
7. भीमाशंकर महाराष्ट्र की भीमा नदी के किनारे स्थापित भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग।
8. त्रययम्बकेश्वर नासिक (महाराष्ट्र) से 25 किलोमीटर दूर त्रयम्बकेश्वर में स्थापित ज्योतिर्लिंग।
9. घृष्णेश्वर महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में एलोरा गुफा के समीप वेसल गांव में स्थापित घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग।
10. केदारनाथ हिमालय का दुर्गम केदारनाथ ज्योतिर्लिंग उत्तराखंड में स्थित है।
11. विश्वनाथ बनारस के काशी विश्वनाथ मंदिर में स्थापित विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग।
12. रामेश्वरम् त्रिचनापल्ली (मद्रास) समुद्र तट पर भगवान श्रीराम द्वारा स्थापित रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग।
7 सप्तपुरी सनातन धर्म सात नगरों को बहुत पवित्र मान्यता है जिन्हें सप्तपुरी कहा जाता है।
1. अयोध्या, 2. मथुरा, 3. हरिद्वार, 4. काशी, 5. कांची, 6. उज्जैन 7. द्वारका चार धाम चार धाम की स्थापना आद्य शंकराचार्य ने की। उद्देश्य था उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम चार दिशाओं में स्थित इन धामों की यात्रा कर मनुष्य भारत की सांस्कृतिक विरासत को जाने-समझे।
1. बद्रीनाथ धाम कहां है- उत्तर दिशा में हिमालय पर अलकनंदा नदी के पास प्रतिमा- विष्णु जी की शालिग्राम शिला से बनी चतुर्भुज मूर्ति। इसके आसपास बाईं ओर उद्धवजी तथा दाईं ओर कुबेर की प्रतिमा।
2. द्वारका धाम कहां है- पश्चिम दिशा में गुजरात के जामनगर के पास समुद्र तट पर। प्रतिमा- भगवान श्रीकृष्ण।
3. रामेश्वरम् कहां है- दक्षिण दिशा में तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले में समुद्र के बीच रामेश्वर द्वीप। प्रतिमा- शिवलिंग
4. जगन्नाथपुरी कहां है- पूर्व दिशा में उड़ीसा राज्य के पुरी में। प्रतिमा- विष्णु की नीलमाधव प्रतिमा जो जगन्नाथ कहलाती है। सुभद्रा और बलभद्र की प्रतिमाएं भी।
51 शक्तिपीठ ये देश भर में स्थित देवी के वो मंदिर हैं जहाँ देवी के शरीर के अंग या आभूषण गिरे थे। सबसे ज्यादा शक्तिपीठ बंगाल में हंै।
बंगाल के शक्तिपीठ
1. काली मंदिर – कोलकाता
2. युगाद्या- वर्धमान (बर्दमान)
3. त्रिस्त्रोता- जलपाइगुड़ी
4. बहुला- केतुग्राम
5. वक्तेश्वर- दुब्राजपुर
6. नलहटी- नलहटी
7. नन्दीपुर- नन्दीपुर
8. अट्टहास- लाबपुर
9. किरीट- बड़नगर
10. विभाष- मिदनापुर
11. भैरव पर्वत- गिरनार मध्यप्रदेश के शक्तिपीठ
12. हरसिद्धि- उज्जैन
13. शारदा मंदिर- मेहर
14. ताराचंडी मंदिर- अमरकंटक तमिलनाडु के शक्तिपीठ
15. शुचि- कन्याकुमारी
16. रत्नावली- अज्ञात
17. भद्रकाली मंदिर- संगमस्थल
18. कामाक्षीदेवी- शिवकांची बिहार के शक्तिपीठ
19. मिथिला- अज्ञात
20. वैद्यनाथ- बी. देवघर
21. पटनेश्वरी देवी- पटना उत्तरप्रदेश के शक्तिपीठ
22. चामुण्डा माता- मथुरा
23. विशालाक्षी- मीरघाट
24. ललितादेवी मंदिर- प्रयाग राजस्थान के शक्तिपीठ
25. सावित्रीदेवी- पुष्कर
26. वैराट- जयपुर गुजरात के शक्तिपीठ
27. अम्बिक देवी मंदिर- गिरनार आंध्रप्रदेश के शक्तिपीठ
28. गोदावरीतट- गोदावरी स्टेशन
29. भ्रमराम्बादेवी- श्रीशैल महाराष्ट्र के शक्तिपीठ
30. करवीर- कोल्हापुर
31. भद्रकाली- नासिक कश्मीर के शक्तिपीठ
32. श्रीपर्वत- लद्दाख
33. पार्वतीपीठ- अमरनाथ गुफा पंजाब के शक्तिपीठ
34. विश्वमुखी मंदिर- जालंधर उड़ीसा के शक्तिपीठ
35. विरजादेवी- पुरी हिमाचल प्रदेश के शक्तिपीठ
36. ज्वालामुखी शक्तिपीठ- कांगड़ा असम के शक्तिपीठ
37. कामाख्यादेवी- गुवाहाटी मेघालय के शक्तिपीठ
38. जयंती- शिलांग त्रिपुरा के शक्तिपीठ
39. राजराजेश्वरी त्रिपुरासुंदरी- राधाकिशोरपुर हरियाणा के शक्तिपीठ
40. कुरुक्षेत्र शक्तिपीठ- कुरुक्षेत्र
41. कालमाधव शक्तिपीठ- अज्ञात नेपाल के शक्तिपीठ
42. गण्डकी- गण्डकी
43. भगवती गुहेश्वरी- पशुपतिनाथ पाकिस्तान के शक्तिपीठ
44. हिंगलाजदेवी- हिंगलाज श्रीलंका के शक्तिपीठ
45. लंका शक्तिपीठ- अज्ञात तिब्बत के शक्तिपीठ
46. मानस शक्तिपीठ- मानसरोवर बांगलादेश के शक्तिपीठ
47. यशोर- जैशौर
48. भवानी मंदिर- चटगांव
49. करतोयातट- भवानीपुर
50. उग्रतारा देवी- बारीसाल 51 पंचसागर शक्तिपीठ है ______________________
आज का राशिफल
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मेष-(चू चे चो ला ली लू ले लो अ)
आज आप क्षणिक आवेग में बहकर कोई निर्णय न करें। यह आपके बच्चों के हितों को हानि पहुँचा सकता है। दिन के दूसरे हिस्से में आर्थिक तौर पर फ़ायदा होगा। बच्चों का स्कूल से जुड़ा काम पूरा करने के लिए मदद देने का वक़्त है। सावधान रहें, क्योंकि कोई आपकी छवि धूमिल करने की कोशिश कर सकता है। जो लोग प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें दिमाग़ शांत रखने की ज़रूरत है। परीक्षा की घबराहट को हावी न होने दें। आपका प्रयास सकारात्मक परिणाम ज़रूर देगा। दूसरों को राज़ी करने की आपकी प्रतिभा आपको काफ़ी फ़ायदा पहुँचाएगी। आज अपने जीवनसाथी का वह रुख़ देखने को मिलेगा, जो उतना अच्छा नहीं है।
वृषभ-(इ उ एओ वा वी वू वे वो)
आज कुछ हँसमुख रिश्तेदारों का साथ आपके तनाव को कम करेगा और आपको ज़रूरी आराम देगा। आप ख़ुशनसीब हैं कि आपके ऐसे सगे-संबंधी हैं। आज आपका सामना कई नई आर्थिक योजनाओं से होगा- कोई भी फ़ैसला करने से पहले अच्छाईयों और कमियों पर सावधानी से ग़ौर करें। कोई ऐसा जिसके साथ आप रहते हैं, आपके लापरवाह और अनिश्चित बर्ताव की वजह से चिढ़ सकता है। प्रेम के दृष्टिकोण से आपके लिए यह दिन विशेष रहने वाला है। पेशेवर तौर पर आज का दिन सकारात्मक रहेगा। इसका भरपूर उपयोग करें। आज आप ख़ुद को लोगों के ध्यान के केंद्र में पाएंगे, जब कोई आपके सहयोग की वजह से पुरस्कृत होगा या सराहा जाएगा। लगता है कि आपका जीवनसाथी आज बहुत ख़ुश है। आपको सिर्फ़ वैवाहिक जीवन से जुड़ी उसकी योजनाओं में मदद करने की ज़रूरत है।
मिथुन- (क की कू घ ङ छ के को ह)
आज आपकी ऊर्जा का स्तर ऊँचा रहेगा। आपको अपने अटके कामों को पूरा करने में इसका उपयोग करना चाहिए। आर्थिक तंगी से बचने के लिए अपने तयशुदा बजट से दूर न जाएँ। दोस्त शाम के लिए कोई बढ़िया योजना बनाकर आपका दिन ख़ुशनुमा कर देंगे। अगर आप खुले दिल से अपनी बात रखें, तो आपकी मोहब्बत आज आपके सामने प्यार के फ़रिश्ते के रूप में आएगी। साझीदार से संवाद क़ायम करना बहुत कठिन सिद्ध होगा। अपने समय की कीमत समझें, उन लोगों के बीच रहना जिनकी बातें आपके समझ में नहीं आती हैं गलत है। ऐसा करना भविष्य में आपको परेशानियों के अलावा कुछ नहीं देगा।
कर्क- (ही हू हे हो डा डी डू डे डो)
आज आपका उदार स्वभाव आपके लिए कई ख़ुशनुमा पल लेकर आएगा। आपका कोई पड़ोसी आज आपसे धन उधार मांगने आ सकता है, आपको सलाह दी जाती है कि उधार देने से पहले उनकी विश्वसनीयता अवश्य जांच लें नहीं तो धन हानि हो सकती है। रिश्तेदारों के साथ अपने संबंधों को फिर तरोताज़ा करने का दिन है। अपने प्रिय के साथ आज अच्छी तरह बर्ताव करें। आज आपका मन ऑफिस के काम में नहीं लगेगा। आज आपके मन में कोई दुविधा होगी जो आपको एकाग्र नहीं होने देगी। कोई आध्यात्मिक गुरू या बड़ा आपकी सहायता कर सकता है। आपकी भागदौड़ भरी दिनचर्या के कारण आपका जीवनसाथी ख़ुद को दरकिनार महसूस कर सकता है, जिसकी शिकायत शाम को होना संभव है।
सिंह- (मा मी मू मे मो टा टी टू टे)
आज कुछ प्रभावशाली लोगों का सहयोग आपके उत्साह को दोगुना कर देगा। आज आपके भाई-बहन आपसे आर्थिक मदद मांग सकते हैं और उनकी मदद करके आप खुद आर्थिक दबाव में आ सकते हैं। हालांकि स्थिति जल्द ही सुधर जाएगी। शाम का ज़्यादातर समय मेहमानों के साथ गुज़रेगा। कोई अच्छी ख़बर या जीवनसाथी/प्रिय से मिला कोई संदेश आपके उत्साह को दोगुना कर देगा। लंबित परियोजनाएँ पूरी होने की दिशा में बढ़ेंगी। इस राशि वाले जातकों को आज खाली वक्त में आध्यात्मिक पुस्तकों का अध्ययन करना चाहिए। ऐसा करके आपकी कई परेशानियां दूर हो सकती हैं।
कन्या- (टो प पी पू ष ण ठ पे पो)
आज आपकी शारीरिक बीमारी के सही होने की काफ़ी संभावनाएँ हैं और इसके चलते आप शीघ्र ही खेल-कूद में हिस्सा ले सकते हैं। जिन लोगों ने जमीन खरीदी थी और अब उसे बेचना चाहते हैं उन्हें आज कोई अच्छा खरीदार मिल सकता है और जमीन बेचकर उन्हें अच्छा धन लाभ हो सकता है। एक पारिवारिक आयोजन में आप सभी के ध्यान का केन्द्र होंगे। आज प्यार के मामले में सामाजिक बंधन तोड़ने से बचें। व्यवसायियों के लिए अच्छा दिन है, क्योंकि उन्हें अचानक बड़ा फ़ायदा हो सकता है। इस राशि के जातक आज के दिन अपने भाई-बहनों के साथ घर पर कोई मूवी या मैच देख सकते हैं। ऐसा करके आप लोगों के बीच प्यार में वृद्धि होगी। आज अपने जीवनसाथी का वह रुख़ देखने को मिलेगा, जो उतना अच्छा नहीं है।
तुला- (रा री रू रे रो ता ती तू ते)
आज शाम के समय थोड़ा आराम कीजिए। आज आप अच्छा पैसा कमाएंगे- लेकिन ख़र्च में वृद्धि आपके लिए बचत को और ज़्यादा मुश्किल बना देगी। पढ़ाई की क़ीमत पर घर से ज़्यादा देर तक बाहर रहना आपको माता-पिता के ग़ुस्से का शिकार बना सकता है। करिअर के लिए योजना बनाना उतना ही आवश्यक है, जितना कि खेलना-कूदना। इसलिए माता-पिता को ख़ुश करने के लिए दोनों में संतुलन बनाना ज़रूरी है। अपनी व्यक्तिगत भावनाएँ और गोपनीय बातें अपने प्रिय से बाँटने का सही समय नहीं है। कामकाज में आ रहे बदलावों के कारण आपको लाभ मिलेगा। आज कुछ नया और सृजनात्मक करने के लिए अच्छा दिन है। ज़रूरत के वक़्त आपका जीवनसाथी आपके परिवार की अपेक्षा अपने परिवार को ज़्यादा वरीयता देता हुआ नज़र आ सकता है।
वृश्चिक- (तो ना नी नू ने नो या यी यू)
आज के दिन आप बिना झंझट विश्राम कर सकेंगे। अपनी मांसपेशियों को आराम देने के लिए तैल से मालिश करें। अपने अतिरिक्त धन को सुरक्षित जगह पर रखिए, जो आने वाले वक़्त में आप फिर पा सकें। पारिवारिक परेशानियों को हल करने में आपका बच्चों जैसा मासूम बर्ताव अहम किरदार अदा करेगा। आपकी थकी और उदास ज़िन्दगी आपके जीवन-साथी को तनाव दे सकती है। नयी साझीदारी आज के दिन फलदायी रहेगी। आप जिस प्रतियोगिता में भी क़दम रखेंगे, आपका प्रतिस्पर्धी स्वभाव आपको जीत दिलाने में सहयोग देगा। आपके जीवनसाथी की कामकाज को लेकर व्यस्तता आपकी उदासी का कारण बन सकती है।
धनु-ये यो भा भी भू धा फा ढ़ा भे)
आज आपका स्पष्ट और निडर नज़रिया आपके दोस्त के अहम् को ठेस पहुँचा सकता है। लम्बे समय से अटके मुआवज़े और कर्ज़ आदि आख़िरकार आपको मिल जाएंगे। जिन लोगों के साथ आप रहते हैं वे आपसे बहुत ख़ुश नहीं होंगे, चाहे आपने इसके लिए कुछ भी क्यों न किया हो। आपका साहस आपको प्यार दिलाने में सफल रहेगा। अगर आपको एक दिन की छुट्टी पर जाना है तो चिंता न करें, आपकी ग़ैरहाज़िरी में सभी काम ठीक से चलते रहेंगे। और अगर किसी ख़ास वजह से कोई परेशानी खड़ी भी हो जाए, तो आप लौटने पर उसे आसानी से हल कर लेंगे। दीर्घावधि में कामकाज के सिलसिले में की गयी यात्रा फ़ायदेमंद साबित होगी। जीवनसाथी के साथ थोड़ा हँसी-मज़ाक़, आपको किशोरावस्था के दिनों की याद दिला देंगे।
मकर- (भो जा जी खी खू खे खो गा गी)
आज अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल किसी मुश्किल में फँसे इंसान की मदद करने के लिए करें। आज आप आसानी से पैसे इकट्ठा कर सकते हैं- लोगों को दिए पुराने कर्ज़ वापिस मिल सकते हैं- या फिर किसी नयी परियोजना पर लगाने के लिए धन अर्जित कर सकते हैं। नाती-पोतों से आज काफ़ी ख़ुशी मिल सकती है। किसी से अचानक हुई पुरानी मुलाक़ात आपका दिन बना देगी। अगर आप व्यवसाय में किसी नये भागीदार को जोड़ने पर विचार कर रहे हैं, तो यह ज़रूरी होगा कि उससे कोई भी वादा करने से पहले आप सभी तथ्य अच्छी तरह जाँच लें। किसी पार्क में घूमते समय आज आपकी मुलाकात किसी ऐसे शख्स से हो सकती है जिससे अतीत में आपके मतभेद थे। बाहरी लोगों का हस्तक्षेप आपके वैवाहिक जीवन में परेशानी उत्पन्न कर सकता है।
कुंभ- (गू गे गो सा सी सू से सो द)
आज सेहत से जुड़े कार्यक्रमों को फिर से शुरू करने के लिए अच्छा दिन है। आज सिर्फ़ बैठने की बजाय कुछ ऐसा कीजिए जो आपकी कमाई में वृद्धि कर सके। आपके माता-पिता की सेहत पर ज़्यादा ध्यान दिए जाने की ज़रूरत है। ज़रा संभल कर, क्योंकि आपका प्रिय आज आपको मक्खन लगा सकता है – मैं तुम्हारे बग़ैर इस दुनिया में नहीं रह सकता/सकती। अपनी कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए नयी तकनीकों का सहारा लें। आपकी शैली और काम करने का नया अन्दाज़ उन लोगों में दिलचस्पी पैदा करेगा, जो आप पर नज़दीकी से ग़ौर करते हैं। अगर आज आप ख़रीदारी के लिए निकलते हैं, तो कोई अच्छी पोशाक ले सकते हैं। आपके आस-पास के लोग कुछ ऐसा कर सकते हैं, जिसके चलते आपका जीवनसाथी आपकी तरफ़ फिर से आकर्षित महसूस करेगा।
मीन- (दी दू थ झ ञ दे दो च ची)
आज अपने बच्चे का प्रदर्शन आपको बहुत ख़ुशी देगा। आज बिना किसी की मदद के ही आप धन कमा पाने में सक्षम होंगे। नया रूप-रंग, नये कपड़े-लत्ते, नये यार-दोस्त आज का दिन ख़ास बनाएंगे। कामकाज के मामलों को सुलझाने के लिए अपनी होशियारी और प्रभाव का उपयोग करें। आज ऐसी कई सारी चीज़ें होंगी – जिनकी तरफ़ तुरन्त ग़ौर करने की आवश्यकता है। आपको महसूस होगा कि आपका जीवनसाथी ही आपका सबकुछ है।
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