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उत्तर प्रदेश-पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निजीकरण का विरोध प्रदर्शन किया गया

सत्यार्थ न्यूज़ रिपोर्टर-अनंत कुमार

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निजीकरण का विरोध प्रदर्शन किया गया


पूर्वांचल और दक्षिणआंचल डिस्कॉम का निजीकरण कर आरक्षण समाप्त करने की तैयारी

प्रदेश की 62 प्रतिशत गरीब उपभोक्ता को लालटेन युग में धकेलने की तैयारी।

प्रदेश के तकनीकी आई टी आईं ,डिप्लोमा और इंजीनियरिंग युवाओं को बेरोजगार ही रहने की तैयारी।

प्रदेश के किसानों को मिल रही मुफ्त बिजली को समाप्त करने की तैयारी।

सोनभद्र – दिनांक 23 फरवरी 2025 को राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन लखनऊ उत्तर प्रदेश शाखा सोनभद्र द्वारा *विद्युत सुधार गोष्ठी* का आयोजन श्री मान अधीक्षण अभियंता कार्यालय राबर्ट्सगंज सोनभद्र के प्रांगण में किया गया। जिसमें प्रमुख बिंदु विद्युत विभाग के निजीकरण मुख्यतः पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निजीकरण का विरोध प्रदर्शन किया गया। एवं इसमें सभी वक्ताओं द्वारा बताया गया कि निजीकरण होने के बाद किस प्रकार उत्तर प्रदेश के गरीब किसान भाइयों को महंगी दरों पर विद्युत आपूर्ति की जाएगी। जिस प्रकार महाराष्ट्र उड़ीसा गुजरात अन्य प्रदेशों में जहां पर निजीकरण पूर्व में किया जा चुका है। विद्युत महंगी दरों पर दी जा रही है और प्रदेश की लगभग 62 प्रतिशत गरीब उपभोक्ता लालटेन युग में चले जाएंगे और किसान भाइयों को नलकूप का मुफ्त मिलने वाला लाभ समाप्त कर दिया जाएगा। सरकार चाहती है कि धीरे-धीरे आरक्षण को समाप्त कर दिया जाए और इसी क्रम में सरकार सभी सरकारी संस्थाओं को धीरे-धीरे बेच रही है क्योंकि निजी कंपनियां कहीं भी आरक्षण का लाभ नहीं देती हैं तो जो भी सरकारी कंपनी बिकेगी जिसका निजीकरण किया जाएगा। उसमें आरक्षण स्वतः समाप्त हो जाएगा किसी प्रकार का लाभ किसी गरीब को नहीं मिलेगा। अमीरों की सत्ता अमीरों के हाथ में रहेगी और अमीर अधिक अमीर होता जाएगा। गरीब व्यक्ति और गरीब होता चला जाएगा जो व्यक्ति आज ₹ 3 यूनिट का भुगतान नहीं कर पा रहा है वह उड़ीसा और महाराष्ट्र की तर्ज पर 15 से 16 रुपए यूनिट का भुगतान कैसे करेगा यह भी एक यक्ष प्रश्न है।
किसी भी प्रदेश में निजीकरण होने के बाद किसी प्रकार का कोई आमूल चूल परिवर्तन नहीं किया गया जो व्यवस्थाएं सरकारी कंपनियां चल रही थी। वही व्यवस्थाएं अभी चल रही है। उससे भी दर से बदतर हालत हो गए हैं। *विद्युत सुधार गोष्ठी* में उपस्थित राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन सोनभद्र के जनपद अध्यक्ष ई राजेंद्र प्रसाद जी द्वारा अपना संबोधन प्रमुखता से दिया गया ।
आज की गोष्ठी में प्रमुख रूप से राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के जनपद अध्यक्ष ई.राजेंद्र प्रसाद जनपद सचिव ई.महेश कुमार जनपद उपाध्यक्ष ई . कमलेश बिंद,प्रचार सचिव ई चंदन गुप्ता वित्त सचिव ई राजेंद्र प्रसाद बिंद, ई. रत्नेश सेठ जी, विनोद कुमार, सतीश यादव, अनिल कुमार सिंह, अनिल कुमार, सुमित श्रीवास्तव,शैलेश प्रजापति, राजेश कुमार, अतुल दुबे, संजय सिंह, रामलाल, तेजू राम गौतम, आरिफ खान, लोकनाथ सपकोटा, राकेश मौर्य, विक्रम आनंद एवं अन्य अवर अभियंता तथा प्रोन्नत सहायक अभियंता साथी उपस्थित रहे।                                        नपद सचिव सोनभद्र

 

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