बैगा बहुल ग्राम पंचायत धनौली में जिला स्तरीय महतारी वंदन सम्मेलन आयोजित,
महिलाओं के सशक्तिकरण और सम्मान के लिए अनवरत रूप से मिलती रहेगी महतारी वंदन की राशि : विधायक श्री मरपची,
बैगा जनजाति सहित महतारी वंदन योजना के हितग्राहियों को किया गया सम्मानित,
विविध कार्यक्रमों का हुआ आयोजन, विजेता प्रतिभागियों को किया गया सम्मानित,
बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ बनाने कलेक्टर ने दिलाई शपथ,
संवाददाता सूरज यादव
गौरेला पेंड्रा मरवाही। राज्य सरकार के सुशासन का एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आज गौरेला विकासखण्ड के बैगा बहुल ग्राम पंचायत धनौली में हाईस्कूल परिसर में जिला स्तरीय महतारी वंदन सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन के मुख्य अतिथि विधायक श्री प्रणव कुमार मरपची ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि विगत 13 दिसम्बर को प्रदेश सरकार का एक वर्ष पूर्ण हो गया है। इस अवधि में प्रमुख-प्रमुख जन घोषणाओं का पालन हो चुका हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण और सम्मान के लिए शुरू किए गए महतारी वंदन योजना के तहत हर महीने महिलाओं को एक-एक हजार रूपए की राशि अनवरत रूप से मिलती रहेगी। छत्तीसगढ़ में 70 लाख से अधिक महिलाओं को इस योजना का लाभ मिल रहा है, आने वाले समय में और भी महिलाओं का पंजीयन होगा। उन्होंने कहा कि पीडीएस राशन कार्ड, शौचालय, आवास आदि की स्वीकृति महिलाओं के नाम पर देकर उनका सम्मान किया जा रहा है। धनौली बैगा बहुल क्षेत्र है, यहां निवासरत बैगा समाज के विकास के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी पीएम-जनमन योजना के तहत विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह (पीजीवीटी) को हर एक योजना का लाभ पहुंचाना चाहते हैं। सम्मेलन में विधायक श्री मरपची, कलेक्टर श्रीमती लीना कमलेश मंडावी एवं जनप्रतिनिधियों ने महतारी वंदन योजना की विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा सहित सभी विकासखण्डों से चयनित हितग्राहियों को प्रतीक स्वरूप शाल, श्रीफल एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का संदेश ‘‘विष्णु की पाती’’ देकर सम्मानित किया। सम्मेलन स्थल पर बाल संदर्भ शिविर, आधार कार्ड शिविर, नोनी सुरक्षा एवं सुकन्या समृद्धि योजना का स्टॉल लगाकर, बच्चों एवं महिलाओं को पोषण, स्वास्थ्य आदि से लाभान्वित किया गया। सम्मेलन अवसर पर महिलाओं और बच्चों के लिए विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया तथा विभिन्न खेल गतिविधियों-चम्मच दौड़, सुई-धागा, मटका फोड़, 100 मीटर दौड़, चित्रकला, सुआ नृत्य, कुर्सी दौड, क्विज, रस्साकसी में विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। इसी तरह उत्कृष्ट सेवाओं के लिए प्रत्येक बाल विकास परियोजना से एक-एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और एक-एक सहायिका को भी सम्मानित किया गया। कलेक्टर ने बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ बनाने के लिए बाल विवाह रोकथाम की शपथ दिलाई। उन्होंने सम्मेलन में उपस्थित सभी लोगों से दाहिना हाथ आगे बढ़वाकर 18 वर्ष से कम उम्र के लड़कियों और 21 वर्ष से कम उम्र के लड़के का विवाह नहीं कराने की संकल्प दिलाई। उन्होंने कम उम्र की शादी एक सामाजिक बुराई एवं कानूनन अपराध है, इसकी रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास करने और अपने जिले को बाल विवाह मुक्त बनाने की प्रतिज्ञा दिलाई।
इस अवसर पर 5 गर्भवती महिलाओं की गोद भराई और 5 बच्चों का अन्नप्राशन कराया गया। जिला स्तरीय महतारी वंदन सम्मेलन में परियोजना निदेशक डीआरडीए दिलेराम डाहिरे, जनपद अध्यक्ष गौरेला सुश्री ममता पैकरा, जनपद अध्यक्ष मरवाही श्री प्रताप सिंह मरावी, सरपंच धनौली श्री जीवन रौतेल, ज्ञानेन्द्र उपाध्याय, जिला महिला बाल विकास अधिकारी अमित सिन्हा, विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी, गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि, मीडिया प्रतिनिधि एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।