न्यूज रिपोर्टर :- प्रदीप खरे
स्थान – पिछोर -शिवपुरी
– भारत भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत शिवपुरी पहुंचे कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी
राहुल बोले- भारत में पाकिस्तान से ज्यादा बेरोजगार: नोटबंदी-GST से छोटे धंधे खत्म हुए, बीजेपी सरकार ने अरबपतियों के करोड़ों के कर्ज माफ किए…
-शिवपुरी। भारत भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत शिवपुरी पहुंचे कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी आज सुबह 10 बजे शिवपुरी पहुंचे। कांग्रेसियों ने अपने युवराज के लिए यात्रा मार्ग को पूरी तरह से कांग्रेसमय कर दिया था। शिवपुरी में राहुल गांधी ने खुली जीप पर अपनी यात्रा निकाली इस जीप पर राहुल गांधी के साथ पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह,प्रदेश पीसीसी चीफ जीतू पटवारी,पोहरी विधायक कैलाश कुशवाह,पूर्व विधायक केपी सिंह साथ थे।
राहुल गांधी खुली जीप से ही माधव चौक चौराहे पर एक सभा को सबांधित किया और कहा कि, देश में तीन बड़े मुद्दे हैं। पहला बेरोजगारी, दूसरा महंगाई और तीसरा भ्रष्टाचार। ये तीनों मुद्दे मीडिया से गायब हैं। कभी आपको बॉलीवुड के स्टार दिखाई देंगे। कभी आपको कुछ और दिखाई देंगे। मगर आपके जो मुद्दे हैं वे नहीं दिखाई देंगे,आपको मूल मुद्दों से भटकाना ही भाजपा का काम है
राहुल गांधी ने विषय में बोलते हुए कहा कि जीएसटी का मतलब गरीबों की जेब से पैसा निकालना और अमीरों की जेब में डालना है। इसे रीग्रेसिव टैक्सेशन कहते हैं। सामान की खरीदी पर अमीर-गरीब सबको बराबर जीएसटी देना पड़ता है। इससे अमीरों की इनकम का कुछ हिस्सा ही जीएसटी में जाता है और गरीबों की इनकम का बड़ा हिस्सा चला जाता है। युवाओं के हाथ से रोजगार गायब है और मोबाइल पकडा दिया है। आपके बच्चे मोबाइली पर उंगली चलाते रहेंगे और अडानी के बच्चे आपके नोटो की गड्डी पर। राहुल ने कहा- पहले एससी, एसटी, आदिवासी और गरीब जनरल कास्ट के लिए पब्लिक सेक्टर में एचईएल, बीएचईएल जैसी जगह नौकरियां मिलती थीं। ये सब खत्म कर दीं। देश सेवा में जाना हो तो आर्मी में नौकरी मिलती थी। अब अग्निवीर बना रहे हैं। अगर आपको गोली लग गई तो कहेंगे कि न पेंशन मिलेगी, न शहीद का दर्जा देंगे।
बीजेपी सरकार ने बड़े-बड़े अरबपतियों का लाखों-करोड़ों का कर्ज माफ कर दिया। ये जो कर्ज का पैसा था, वो देश के लोगों का था, जिसे टैक्स से जुटाया गया था। अगर मोदी सरकार अरबपतियों के लाखों-करोड़ों का कर्ज माफ कर सकती है तो किसानों का कर्ज माफ क्यों नहीं कर सकती?
देश के युवा पहले मेहनत कर सेना में जाते थे तो उन्हें आदर-सम्मान मिलता था। कोई शहीद होता तो उसे शहीद का दर्जा मिलता था। अब ‘अग्निवीर योजना’ आने के बाद सैनिकों के साथ भेदभाव हो रहा है। ये अन्याय है।
देश में करीब 50% OBC, 15% दलित और 8% आदिवासी वर्ग के लोग हैं, यानी कुल 73% लेकिन आपको देश की बड़ी-बड़ी कंपनियों के मैनेजमेंट में एक भी OBC, दलित और आदिवासी वर्ग का व्यक्ति नहीं मिलेगा। हमने जातिगत जनगणना की बात इसलिए की ताकि देश की सच्चाई 73% लोगों को पता चल जाए कि किसकी-कितनी भागीदारी है।