छ. ग. विशेष संवाददाता :- राजेन्द्र मंडावी विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन – छात्रों को कानूनी जानकारी से सशक्त बनाना
कांकेर। आज दिनांक 06/11/2024 को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चावाड में एक महत्वपूर्ण विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य छात्रों को उनके अधिकारों और विधिक जानकारियों से अवगत कराना था, ताकि वे अपने जीवन में किसी भी कानूनी स्थिति का सामना आत्मविश्वास से कर सकें। शिविर में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति दर्ज की गई, जिन्हें निम्नलिखित महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी प्रदान की गई :-
1. प्राधिकरण का उद्देश्य: छात्रों को बताया गया कि विधिक सेवाओं का मुख्य उद्देश्य समाज के प्रत्येक वर्ग को न्याय तक पहुंच प्रदान करना है। इसका विशेष रूप से उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि न्यायपालिका तक सभी की समान पहुंच हो और विधिक रूप से जागरूक समाज का निर्माण किया जा सके।
2. सायबर और डिजिटल हाउस अरेस्ट: वर्तमान समय में सायबर अपराधों में बढ़ोतरी के मद्देनजर, छात्रों को डिजिटल सुरक्षा के उपायों और सायबर अपराधों के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी गई। डिजिटल हाउस अरेस्ट के कानूनी प्रावधानों पर भी प्रकाश डाला गया, ताकि वे अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें।
3. लैंगिक अपराध: लैंगिक अपराधों के संबंध में छात्रों को उनके कानूनी अधिकार और सुरक्षा के उपायों के बारे में बताया गया। इस विषय पर विशेष जोर दिया गया ताकि समाज में लैंगिक समानता और सम्मान की भावना को बढ़ावा दिया जा सके।
4. 15100 नालसा का हेल्पलाइन नंबर: छात्रों को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) के 15100 हेल्पलाइन नंबर के बारे में विस्तार से बताया गया। यह नंबर उन व्यक्तियों के लिए है जिन्हें कानूनी सहायता की आवश्यकता होती है। यह एक महत्वपूर्ण संसाधन है जो त्वरित कानूनी मदद और परामर्श प्रदान करता है।
5. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की निःशुल्क सेवाएँ: छात्रों को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा प्रदान की जाने वाली मुफ्त सेवाओं के बारे में जानकारी दी गई, जिसमें गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को मुफ्त कानूनी सहायता की सुविधा शामिल है। इसके साथ ही, शिविर में जानकारी के लिए पाम्पलेट का भी वितरण किया गया।
इस आयोजन में विधिक स्वयंसेवी वर्षा पोया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिन्होंने छात्रों के बीच विधिक जागरूकता फैलाने और उनके सवालों का जवाब देने का कार्य किया। इस प्रकार के कार्यक्रम छात्रों को न केवल उनके अधिकारों के प्रति सजग बनाते हैं, बल्कि उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रेरित भी करते हैं। यह विधिक साक्षरता शिविर छात्रों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हुआ, जिससे वे कानूनी ज्ञान और उसकी व्यावहारिक उपयोगिता से परिचित हो सके।