दिल्ली में मेयर चुनाव की तारीख आई सामने, कानूनी अड़चनें भी दूर; पढ़ें पूरा अपडेट
महापौर का चुनाव अप्रैल 2024 में ही होना था। उस समय तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल में थे, इसकी वजह से महापौर चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति नहीं हो सकी थी।
संवाददाता विशाल लील की रिपोर्ट
दिल्ली नगर निगम (MCD) के मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए चुनाव की तारीख तय हो गई है. ये चुनाव 14 नवंबर को होंगे. दिल्ली नगर निगम की साधारण बैठक में यह मतदान दोपहर 2 बजे अरुणा आसफ अली ऑडिटोरियम में आयोजित किया जाएगा, और इसके लिए आधिकारिक अधिसूचना जारी कर दी गई है.
इस बार मेयर का पद अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित है. MCD एक्ट के अनुसार, हर तीसरे वर्ष मेयर का पद अनुसूचित जाति के पार्षद के लिए आरक्षित किया जाता है. पिछले छह महीनों से यह चुनाव लंबित था, और इस बीच सदन में इस मुद्दे को लेकर काफी बहस और हंगामा भी हुआ.
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पिछले चुनाव में आप पार्टी का कब्जा
दिल्ली MCD में पिछले चुनाव फरवरी 2022 में हुए थे, जिसमें आम आदमी पार्टी (AAP) ने शैली ओबेरॉय को मेयर और आले मुहम्मद इकबाल को डिप्टी मेयर नियुक्त किया था. अगले साल यानी 2023 में भी शैली ओबेरॉय और आले मुहम्मद इकबाल को फिर से मेयर और डिप्टी मेयर चुना गया. अब तीसरे कार्यकाल में यह पद अनुसूचित जाति के उम्मीदवार के लिए आरक्षित किया गया है.
आम आदमी पार्टी और बीजेपी के उम्मीदवार
आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इस चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार पहले ही घोषित कर दिए थे. AAP की ओर से महेश खिची को मेयर और रविंदर भारद्वाज को डिप्टी मेयर के लिए उम्मीदवार बनाया गया है. वहीं, बीजेपी की तरफ से किशन लाल को मेयर और नीता बिष्ट को डिप्टी मेयर के उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा गया है.
विधानसभा चुनाव से पहले ‘सेमीफाइनल’
दिल्ली का मेयर चुनाव विधानसभा चुनाव से कुछ समय पहले होने जा रहा है, इसलिए यह चुनाव AAP और बीजेपी दोनों के लिए सेमीफाइनल की तरह माना जा रहा है. इससे पहले सितंबर में एमसीडी की स्टैंडिंग कमेटी के अंतिम (18वें) सदस्य का चुनाव हुआ था, जिसमें बीजेपी प्रत्याशी सुंदर सिंह की जीत हुई थी. उस चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने हिस्सा नहीं लिया था, लेकिन इस बार का मेयर चुनाव दोनों पार्टियों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली में एक और चुनाव होने वाला है। दिल्ली को जल्द ही नया मेयर और डिप्टी मेयर मिलने वाला है। यह चुनाव पिछले करीब 6 महीने टल रही थी, लेकिन दिवाली के बाद इसकी तारीख सामने आ गई है। इसी महीने में दिल्ली मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव होने वाला है। पिछले सप्ताह ही दिल्ली की वर्तमान मेयर शैली ओबेरॉय ने इसकी घोषणा की थी कि दिल्ली में जल्द ही नए मेयर के लिए चुनाव होने वाला है। दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने शैली ओबेरॉय को जल्द से जल्द चुनाव कराने का निर्देश दिया था, जिस पर अब अमल किया जा रहा है।
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कब होगा दिल्ली मेयर का चुनाव
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसी महीने के 14 नवंबर को दिल्ली में मेयर का चुनाव होने वाला है। ना सिर्फ मेयर, बल्कि दिल्ली को नया डिप्टी मेयर भी मिलने वाला है। मेयर चुनाव को लेकर कई कानूनी अर्चन थी, जो कि अब दूर हो चुकी है। यह चुनाव दिल्ली नगर निगम में होने वाली सामान्य बैठक में कराई जाएगी। बताते चलें कि यह बैठक 14 नवंबर को दोपहर 2 बजे अरुणा आसफ अली ऑडिटोरियम में होने वाली है। आज इसको लेकर फाइनल नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। यह चुनाव दिल्ली की राजनीति में नया मोड़ है। इसका सीधा असर दिल्ली विधानसभा चुनाव पर पड़ने वाला है।
एससी कैंडिडेट के लिए रिजर्व है सीट
दिल्ली के मेयर का तीसरा कार्यकाल एससी कैंडिडेट के लिए रिजर्व है, इससे तय है कि दिल्ली का अगला मेयर एससी समाज का कोई पार्षद होगा। इससे पहले भी मेयर का चुनाव कराने के लिए कवायद की गई थी, लेकिन तब के दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के जेल में होने के कारण यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी थी, लेकिन अब सीएम आतिशी के आदेश के बाद इस चुनाव को कराया जा रहा है।
महापौर का चुनाव अप्रैल 2024 में ही होना था। उस समय तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल में थे, इसकी वजह से महापौर चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति नहीं हो सकी थी।
उपराज्यपाल ने यह कहते हुए पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति से इनकार कर दिया था कि उस फाइल पर सीएम की अनुशंसा नहीं थी। ऐसे में जब सितंबर में जेल से बाहर आने के बाद अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा दिया और नई सीएम आतिशी बनी तो महापौर चुनाव कराने पर आ रही अड़चन दूर हो गई थी।
इसलिए अक्टूबर 2024 की निगम की बैठक में निगम ने महापौर से ही चुनाव कराने की अनुमति मांगी थी। पर महापौर ने दीपावली और अन्य त्योहारों का कारण देते हुए इसे अगले माह कराने को कहा था। अब 14 नवंबर को महापौर चुनाव होना है तो जल्द ही बैठक के लिए पीठासीन अधिकारी नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू होगी। ऐसे पार्षद को पीठासीन अधिकारी बनाया जा सकता है जो कि प्रत्याशी न हो।
नए महापौर का कार्याकाल अप्रैल 2025 में नए महापौर चुने जाने तक होगा। वैसे काम करने के लिए महापौर को सिर्फ डेढ़ माह का ही पूरा समय मिलेगा। क्योंकि दिसंबर में निगम के बजट की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और जनवरी में दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू हो जाएगी। फरवरी-मार्च में निगम के बजट को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसलिए पांच माह का कार्याकाल होने के बाद भी वह सिर्फ डेढ़ माह ही खुले तौर पर काम कर सकेंगे।
जानिए फाइल भेजने की पूरी प्रक्रिया
निगम सचिव – कमिश्नर को यह फाइल भेजते हैं।
निगम कमिश्नर- शहरी विभाग के सचिव को फाइल भेजते हैं।
शहरी विकास विभाग के सचिव- मुख्य सचिव को फाइल भेजते हैं।
मुख्य सचिव – शहरी विकास विभाग के मंत्री को फाइल भेजते हैं।
शहरी विकास विभाग के मंत्री- मुख्यमंत्री को यह फाइल भेजते हैं।
मुख्यमंत्री – उपराज्यपाल को यह फाइल भेजते हैं।
कौन-कौन है महापौर व उपमहापौर पद का प्रत्याशी
महापौर पद के लिए
– महेश कुमार (आप)
(वार्ड संख्या 84,देव नगर)
– कृष्ण लाल( (भाजपा)
(वार्ड संख्या 62 , शकुरपुर)
उप-महापौर पद के लिए
– रवींद्र भारद्वाज (आप)
(वार्ड संख्या 41- अमन विहार)
– नीता बिष्ट (भाजपा)
(वार्ड संख्या 247 सादतपुर)
किसके पास हैं कितने पार्षद
भाजपा- 114
आप- 128
कांग्रेस -9
निर्दलीय-1
रिक्त-1