सवांददाता नरसीराम शर्मा बीकानेर श्रीडूंगरगढ
सनातन धर्म में किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए मुहूर्त बेहद अहम है। इसके निर्धारण के लिए पंचांग और ग्रहों की अनुकूलता पर विचार किया जाता है।हालांकि, शुभ दिन का विचार जन्म कुंडली के आधार पर किया जाता है, लेकिन कुछ दिन विशेष ऐसे भी होते हैं,जो सभी के लिए समान रूप से शुभ फल प्रदान करने वाले होते हैं। वहीं, गुरुवार आज 24 अक्टूबर को दीपावली से पहले पुष्य नक्षत्र का महासंयोग बना है। इसका हमारे धर्म शास्त्रों में बड़ा महत्व है।हमारे देश में खरीदारी के लिए मुहूर्त और त्योहार महत्वपूर्ण होते हैं।खासतौर से दीपावली को व्यापारिक लिहाज से सबसे बड़ा सीजन माना जाता है और इस समय बाजार में अच्छी ग्राहकी होती है। दीपावली से ठीक पहले गुरुवार को पुष्य नक्षत्र है और पुष्य नक्षत्र को हिंदू धर्म में बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन खरीदारी करने का विशेष महत्व है।इस बार दीपावली से पहले 24 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र का संयोग बना है। यह हर तरह की खरीदारी के लिए सर्वोत्तम दिन माना जाता है।
बन रहे कई योग : पंडित जगदीश आसोपा कहते हैं कि पुष्य नक्षत्र पर कई राशियों का शुभ मिलन देखने को मिल रहा है। इसके चलते कई विशेष योग बन रहे हैं,जो की शुभ माने जाते हैं। उन्होंने बताया कि कर्क राशि में मंगल और चंद्रमा की युति से ही इस दिन सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग होने से ये दिन महत्वपूर्ण है।
27 नक्षत्र में पुष्य का बड़ा महत्व : आसोपा ने बताया कि हमारी ज्योतिष व पंचांग में 27 नक्षत्र माने जाते हैं, जो हमारे जीवन पर प्रभाव डालते हैं। इन सभी नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र सबसे बलशाली और शुभ माना गया है।
दिनभर सकते हैं खरीदारी: पंडित जगदीश आसोपा ने बताया कि गुरुवार सुबह 11.42 बजे से अगले दिन सुबह 7 40 बजे तक पुष्य नक्षत्र का योग रहेगा,लेकिन खरीदारी का महत्व गुरुवार को ही है। ऐसे में सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग में खरीदारी से समृद्धि की प्राप्ति होगी।
रत्न-आभूषण में कर सकते हैं आसोपा ने बताया कि वैसे तो आदिकाल से ही पुष्य नक्षत्र का अपना एक महत्व है और इस दिन नए काम की शुरुआत होती रही है। वहीं, पिछले कुछ सालों में पुष्य नक्षत्र में खरीदारी करने का प्रचलन तेजी से बढ़ा है। हर व्यक्ति अपने जीवन में सुख सुविधाओं और आर्थिक संपन्नता चाहता है। ऐसे में जमीन, सोना-चांदी की इस दिन खरीदारी करनी चाहिए। माना जाता है कि इस दिन की गई खरीद अक्षय होती है। ऐसे में इस दिन किसी भी नई जगह निवेश करना भी शुभ माना जाता है।
धनतेरस और दीपावली को लेकर बाजारों में खरीदारी का दौर चल रहा है। बाजार में भी ग्राहकों को लुभाने के लिए विशेष तैयारियां की गई हैं। जैसे-जैसे दीपावली पास आ रही है, वैसे ही बाजारों में बिक्री बढ़ रही है। गुरुवार को पुष्य नक्षत्र को देखते हुए लोगों ने भी पहले से ही एडवांस बुकिंग करवा रखी है, जो मुहूर्त के हिसाब से ही सामान घर लेकर जाएंगे। दुकानदारों के अनुसार इस दिन ज्वेलरी मोटरसाइकिल कार,घर,प्लॉट,इलेक्ट्रॉनिक,बर्तन की खरीदारी होगी। गुरु पुष्य नक्षत्र को देखते हुए ज्वेलरी और ऑटोमोबाइल शोरूम में विशेष व्यवस्था की गई है। मुहूर्त के हिसाब से ग्राहकों को डिलीवरी देने की भी व्यवस्था है। समय पर डिलीवरी देने के लिए शोरूम में भी देर रात तक काम चलता रहा।
खरीदारी शुभ मुहूर्त -इस बार दीपावली से पहले 24 अक्टूबर को गुरु पुष्य अमृत योग बन है। इस दिन सर्वाथ सिद्धि योग एवं अमृत सिद्धि योग भी है। इस कारण स्वर्ण निर्मित आभूषण,चांदी,वाहन इलेक्ट्रोनिक सामान खरीदना श्रेष्ठ रहेगा। अगले दिन 25 अक्टूबर को सुबह 7.40 बजे तक यह मुहूर्त रहेगा। गुरु पुष्य अमृत योग के साथ कई और श्रेष्ठ मुहूर्त भी दीपावली से पहले बन रहे हैं, जो खरीदारी के लिए श्रेष्ठ है। इनमें 29 अक्टूबर को पूरा दिन खरीदारी के लिए श्रेष्ठ है। 30 अक्टूबर को सूर्योदय पहर 1.15 बजे तक खरीदारी के लिए श्रेष्ठ है।