सूचना एवं लोक संपर्क विभाग, पंजाब
पंजाब पुलिस ने अमृतसर में एक और अंतर-सीमा नारकोटिक नेटवर्क का पर्दाफाश किया; जेल वार्डन समेत तीन नशा तस्कर 4.5 किलो हेरोइन और 4.32 लाख रुपये की ड्रग के साथ गिरफ्तार
Sunil kumar-Chief bureo Amritsar punjab
पंजाब पुलिस पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध
गिरफ्तार किए गए दो भाइयों से हेरोइन खरीदकर जेल के अंदर सप्लाई करता था जेल वार्डन: डीजीपी गौरव यादव
जेल में हेरोइन प्राप्त करने वाले नशा तस्करों की पहचान की जा रही है: सी.पी. अमृतसर गुरप्रीत भुल्लर
चंडीगढ़/अमृतसर, 10 अक्टूबर:
नशों के खिलाफ चल रही जंग के दौरान, सीमा पार से मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले नेटवर्क के खिलाफ एक और बड़ी सफलता दर्ज करते हुए अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने दो भाइयों को 4.5 किलो हेरोइन और 4.32 लाख रुपये ड्रग मनी के साथ गिरफ्तार किया। इसके अलावा, उक्त तस्करों से हेरोइन प्राप्त कर केंद्रीय जेल अमृतसर में सप्लाई करने वाले जेल वार्डन को भी गिरफ्तार किया गया है।
इसकी जानकारी देते हुए पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने गुरुवार को बताया कि गिरफ्तार नशा तस्करों की पहचान आकाशदीप सिंह उर्फ आकाश और सतविंदरपाल सिंह उर्फ सत्ती, दोनों निवासी गुरु हरगोबिंदपुरा, छेहरटा, अमृतसर के रूप में हुई है। जबकि जेल वार्डन की पहचान गुरमेज सिंह निवासी कोट सदर खां, मोगा के रूप में की गई है। उक्त जेल वार्डन केंद्रीय जेल अमृतसर में बंद कैदियों को हेरोइन सप्लाई करता था।
यह कार्रवाई अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस द्वारा तीन नशा तस्करों को 5 किलो हेरोइन और 3.95 लाख रुपये की ड्रग मनी के साथ गिरफ्तार करने के एक दिन बाद अमल में आई है ।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी आकाशदीप सिंह और सतविंदरपाल सिंह पाकिस्तान स्थित नशा तस्करों, जो ड्रोन के जरिए सीमा पार से नशे की सप्लाई करते थे, के सीधे संपर्क में थे।
उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपियों ने खुलासा किया है कि वे जेल वार्डन गुरमेज सिंह को हेरोइन सप्लाई करते थे, जो आगे जेल में बैठे नशा तस्करों तक नशे की सप्लाई पहुंचाता था। उन्होंने बताया कि एक पेशेवर और तकनीकी जांच के बाद एनडीपीएस एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि इस मामले में आगे पीछे सबंध स्थापित करने के लिए जांच जारी है।
ऑपरेशन का विवरण साझा करते हुए पुलिस कमिश्नर (सीपी) अमृतसर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि सीआईए स्टाफ-2 की टीमों को विश्वसनीय सूत्रों से सूचना मिली थी कि दो भाइयों ने सीमा पार से ड्रोन के जरिए फेंके गए नशीले पदार्थों की एक बड़ी खेप प्राप्त की है और इस खेप को अपनी रिहायश गुरु हरगोबिंदपुरा, छेहरटा में छुपाया हुआ है।
सूचना पर तेजी से कार्रवाई करते हुए डीसीपी सिटी अमृतसर अभिमन्यु राणा आईपीएस, डीसीपी इन्वेस्टिगेशन हरप्रीत मंडेर और एसीपी वेस्ट शिवदर्शन सिंह की अगुवाई में थाना छेहरटा अमृतसर की पुलिस टीमों ने गुरु हरगोबिंदपुरा, छेहरटा अमृतसर में स्थित डेरा राधा स्वामी के पास एक घर से दोनों नशा तस्करों को गिरफ्तार कर लिया।
उन्होंने बताया कि जेल वार्डन की मिलीभगत का खुलासा होने के बाद पुलिस टीमों ने अमृतसर के फतेहपुर इलाके से गुरमेज सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि जेल वार्डन जेल के अंदर बैठे नशा तस्करों के बीच बिचौलिए का काम कर रहा था। उन्होंने कहा कि जेल में जिन नशा तस्करों को हेरोइन सप्लाई की जा रही थी, उनकी पहचान के लिए और पूछताछ की जा रही है।
इस संबंध में थाना छेहरटा, अमृतसर में एनडीपीएस एक्ट की धारा 21-सी और 29 के तहत एफआईआर नंबर 184, दिनांक 09/10/2024 को मामला दर्ज किया गया है।