सवांददाता मीडिया प्रभारी मनोज मूंधड़ा बीकानेर श्रीडूंगरगढ
आज हम अधिकांश अनाज को परिष्कृत,संसाधित या मीठा मुलायम और लंबे समय तक टिकने वाला बनाने के लिए एडिटिव्स के साथ मिलाकर खाते हैं। यही कारण है कि हम सभी प्राकृतिक खाने के बारे में सोचते हैं। साबुत अनाज ओट्स (oats) की असली खूबसूरती यह है कि वे जैसे हैं वैसे ही स्वादिष्ट लगते हैं— फल या शहद की एक बूंद डालने से कोई नहीं रोक सकता। तुम पर निर्भर है।ओट्स (oats) का उपयोग अकसर लोग सुबह नाश्तें के रूप में करते हैं और ज्यादातर तो इसका सेवन जिम जाने वाले लोग करते हैं,लेकिन क्या आपको पता है इसके फायदे के साथ नुकसान भी देखने को मिलते हैं। हर किसी को ओट्स फायदा नहीं पहंचाता है इसके नुकसान भी देखने को मिलते हैे।
ओट्स खाने के नुकसान
डाइजेशन की समस्या
ओट्स (oats) ग्लूटन फ्री होने के बाद भी अपच की समस्या पैदा कर देते हैं। ओट्स कई अनाज से मिलकर बना होता है और कई अनाज से मिलकर बने होने के कारण ओट्स अपच की समस्या पैदा कर देता है। ओट्स में फाइबर की समस्या ज्यादा होने के कारण भी पाचन में दिक्कत आने लगती है जिसकी वजह से ब्लॉटिंग और गैस होने की समस्या होने लगती है।
ब्लड शुगर बढ़ने का डर
ओट्स में कॉम्प्लैक्स कार्ब्स होने के कारण ब्लड शुगर का अचानक बढ़ने का डर रहता है। जिस किसी को डायबिटीज और प्री डायबिटीज की समस्या हो उन्हें इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
किडनी की समस्या
ओट्स में फास्फोरस की मात्रा ज्यादा होती है और हम इसका ज्यादा मात्रा में सेवन करते हैं तो शरीर में फास्फोरस की मात्रा ज्यादा हो जाएगी जिससे जिन लोगों को किडनी संबंधी समस्या है उनके शरीर में फास्फोरस की समस्या ज्यादा होने के कारण किडनी की समस्या हो जाती है।क्योंकि ज्यादा फास्फोरस की वजह से मिनरल्स के फंक्शन बिगड़ जाते है और यह समस्या हो जाती है।
एलर्जी का डर
ओट्स के खाने से शरीर में एलर्जी की समस्या हो सकती है जिसमें स्किन इरिटेशन, जलन आदि समस्या होने लगती है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा,उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले।