गंगेश कुमार पाण्डेय
30 /1/ 2025
(ब्यूरोचीफ) सत्यार्थ न्यूज़ सुलतानपुर, उत्तर प्रदेश
माघ गुप्त नवरात्रि आज से जाने घट स्थापना मुहूर्त
सत्यार्थ न्यूज़ सुलतानपुर:
माघ गुप्त नवरात्र की शुरुआत आज से, पंचांग से जानें घटस्थापना मुहूर्त
गुप्त नवरात्र नवरात्र मुख्य रूप से तंत्र-मंत्र की साधना करने वाले लोगों के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं। पंचांग के अनुसार माघ गुप्त नवरात्र के दिन कई शुभ योग भी बन रहे हैं जिनमें दुर्गा जी की आराधना करने से साधक को अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। ऐसे में चलिए पंचांग से जानते हैं आज बन रहे शुभ-अशुभ योग के बारे में
पंचांग के अनुसार, आज यानी गुरुवार, 30 जनवरी 2025 से माघ माह के शुक्ल पक्ष की शुरुआत हो रही है। इस तिथि से माघ माह की गुप्त नवरात्र भी शुरू हो चुके हैं, जिसमें दस महाविद्याओं की आराधना की जाती है। ऐसे में चलिए पढ़ते हैं आज का पंचांग और जानते हैं घट स्थापना का मुहूर्त।
आज का पंचांग
माघ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि समाप्त – दोपहर 04 बजकर 16 मिनट पर
नक्षत्र – श्रवण
वार – गुरुवार
घटस्थापना मुहूर्त – सुबह 09 बजकर 25 मिनट से सुबह 10 बजकर 46 मिनट तक
घटस्थापना अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12 बजकर 13 मिनट से दोपहर 12 बजकर 56 मिनट तक
ऋतु – शिशिर
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय – सुबह 07 बजकर 07 मिनट पर
सूर्यास्त – शाम 05 बजकर 56 मिनट पर
चंद्रोदय – सुबह 07 बजकर 07 मिनट से
चन्द्रास्त – सुबह 06 बजकर 52 मिनट पर
चन्द्र राशि – मकर
शुभ समय
ब्रह्म मुहूर्त – प्रातः 05 बजकर 25 मिनट से 06 बजकर 17 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त – शाम 05 बजकर 56 मिनट से शाम 06 बजकर 23 मिनट तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12 बजकर 08 मिनट से 32 जनवरी देर रात 01 बजकर 01 मिनट तक
अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12 बजकर 14 मिनट से दोपहर 12 बजकर 59 मिनट तक
अमृत काल – रात 08 बजकर 03 मिनट से रात 09 बजकर 33 मिनट तक
अशुभ समय
राहुकाल – दोपहर 02 बजकर 01 मिनट से दोपहर 03 बजकर 22 मिनट तक
अडाल योग – सुबह 07 बजकर 15 मिनट से 31 जनवरी प्रातः 05 बजकर 50 मिनट तक
विडाल योग – सुबह 05 बजकर 50 मिनट से 31 जनवरी सुबह 07 बजकर 1से0 मिनट तक
पंचक – शाम 06 बजकर 35 मिनट से 31 जनवरी सुबह 07 बजकर 10 मिनट तक
दिशा शूल – दक्षिण
“नक्षत्र के लिए उत्तम तारा बल”
अश्विनी, कृतिका, रोहिणी, मृगशिरा, आद्रा,पुष्य, मघा उत्तरा, फाल्गुनी, हस्त, चित्रा , स्वाति, अनुराधा, मूल, उत्तराषाढा, श्रवण, घनिष्ठा, शतभिखा, उत्तरा भाद्रपद,
“राशि के लिए उत्तम चंद्रबलम”
मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक, मकर, मीन।