छत्तीसगढ़ में त्यौहारों से पहले खाद्य एवं औषधि विभाग की छापामार कार्रवाई: मिलावटखोरों के खिलाफ सख्ती
बलरामपुर रामानुजगंज: मो कौशल
छत्तीसगढ़ के त्यौहारों के मौसम में मिलावटखोरों पर शिकंजा कसने के लिए खाद्य एवं औषधि विभाग ने छापामार अभियान चलाया है। रामानुजगंज के होटलों में टीम ने छापा मारकर खोवा, मावा, दूध, पनीर और तेल के सैंपल लिए हैं।
टीम ने क्या-क्या जांचा?
खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता: खोवा, मावा, दूध, पनीर और तेल में मिलावट की जांच की गई।
साफ-सफाई: होटलों में साफ-सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया गया।
पीने का पानी: ग्राहकों को दिए जाने वाले पीने के पानी की जांच की गई।
कार्रवाई क्यों?
त्यौहारों के दौरान मिलावटखोरी बढ़ने की आशंका रहती है।
विभाग को नकली खोवा, मावा और पनीर बिकने की शिकायतें मिल रही थीं।
राज्य सरकार और कलेक्टर के निर्देश पर कार्रवाई की गई।
क्या होगा आगे?
सैंपलों की जांच के बाद मिलावटखोरों पर कार्रवाई की जाएगी।
गंदे पानी या खराब खाद्य पदार्थ परोसने वाले होटलों पर जुर्माना लगाया जाएगा।
यह कार्रवाई लोगों के लिए राहत की बात है। त्यौहारों के मौसम में शुद्ध और स्वच्छ भोजन मिलने की उम्मीद बढ़ गई है।
यहां कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं:
यह खबर उन लोगों के लिए जरूरी है जो रामानुजगंज में रहते हैं या त्यौहारों के दौरान वहां जाने की योजना बना रहे हैं।
यह खबर खाद्य सुरक्षा और मिलावटखोरी के खिलाफ लड़ाई में जागरूकता फैलाने में मदद करती है।
यह खबर सरकार द्वारा खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रयासों को दर्शाती है।
अगर आपके पास कोई सवाल है या आप मिलावट की शिकायत करना चाहते हैं, तो आप खाद्य एवं औषधि विभाग से संपर्क कर सकते हैं।