न्यूज रिपोर्टर मनोज मूंधड़ा बीकानेर श्रीडूंगरगढ़
पंडित नरेश सारस्वत रिड़ी📱+918055566975
पंचांग का अति प्राचीन काल से ही बहुत महत्त्व माना गया है ज्योतिष शास्त्रों में भी पंचांग को बहुत महत्त्व दिया गया है और पंचाग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना गया है!
🙏जय श्री कृष्णा🙏
चोघडिया, दिन
काल 05:42 – 07:25 अशुभ
शुभ 07:25 – 09:08 शुभ
रोग 09:08 – 10:52 अशुभ
उद्वेग 10:52 – 12:35 अशुभ
चर 12:35 – 14:18 शुभ
लाभ 14:18 – 16:01 शुभ
अमृत 16:01 – 17:44 शुभ
काल 17:44 – 19:28 अशुभ
चोघडिया, रात
लाभ 19:28 – 20:44 शुभ
उद्वेग 20:44 – 22:01 अशुभ
शुभ 22:01 – 23:18 शुभ
अमृत 23:18 – 24:35* शुभ
चर 24:35* – 25:52* शुभ
रोग 25:52* – 27:08* अशुभ
काल 27:08* – 28:25* अशुभ
लाभ 28:25* – 29:42* शुभ
(*) समय आधी रात के बाद, लेकिन अगले दिन के सूर्योदय से पहले.
दैनिक राशिफल
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत।।
🐏मेष👉सुख के साधन जुटेंगे। कानूनी बाधा दूर होगी। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। लाभ में वृद्धि होगी। कुसंगति से बचें। परिवार में मांगलिक कार्यक्रमों की चर्चा संभव है। संतान की रोजी-रोटी की चिंता समाप्त होने के योग हैं। व्यापार अच्छा चलेगा।
🐂वृष👉शत्रु सक्रिय रहेंगे। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। क्रोध पर नियंत्रण रखें। विवाद न करें। उतावली में कोई काम न करें। पुरानी संपत्ति के रख-रखाव पर धन खर्च हो सकता है। सामाजिक, धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। विद्यार्थियों को पढ़ाई की चिंता रहेगी।
👫मिथुन👉विवाद से क्लेश होगा। कानूनी अड़चन दूर होगी। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। व्यवसाय ठीक करेगा। व्यापार में नए प्रस्ताव लाभकारी रहेंगे। सही समय पर लिए गए फैसले लाभ दिला सकते हैं। आवास संबंधी समस्या हल होने के योग हैं।
🦀कर्क👉शत्रु सक्रिय रहेंगे। घर-बाहर तनाव रहेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। संपत्ति के कार्य लाभप्रद रहेंगे। भावनात्मक संबंधों में जल्दबाजी में निर्णय न लें। अधिकारी आपकी कार्यशैली से नाराज हो सकते हैं। परिश्रम के अनुरूप सफलता नहीं मिलेगी। संतान की इच्छा पूरी होगी।
🐅सिंह👉यात्रा मनोरंजक रहेगी। स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी सफल रहेंगे। धनार्जन होगा। पूँजी निवेश संबंधी कार्यों में सावधानी रखें। आत्मविश्वास बना रहेगा। कारोबार में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। पारिवारिक समस्याओं को प्राथमिकता से हल करें।
🙍♀️कन्या👉दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। भागदौड़ रहेगी। दु:खद समाचार मिल सकता है। धैर्य रखें। काम का बोझ कम करने के लिए जिम्मेदारियों को बाँटना आवश्यक है। आर्थिक कामों में परेशानी आने की संभावना है। दूसरों के काम में व्यर्थ मीन-मेख न निकालें।
⚖️तुला👉प्रयास सफल रहेंगे। कार्य की प्रशंसा होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। व्यस्तता रहेगी। प्रसन्नता बढ़ेगी। कारोबार में वांछित तेजी आने की संभावना रहेगी। विवेक से निर्णय करने पर लाभ एवं सफलता प्राप्त हो सकेगी। नए कार्य का आरंभ लाभदायी रहेगा।
🦂वृश्चिक👉लेन-देन में सावधानी रखें। मेहमानों का आगमन होगा। शुभ समाचार मिलेंगे। मान बढ़ेगा। धनार्जन होगा। रोजगार के बेहतर अवसर मिलने से आय बढ़ेगी। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। प्रसन्नतावर्धक समाचार मिलेंगे। व्यापार में इच्छित लाभ होगा।
🏹धनु👉कोई बड़ा कार्य होने से प्रसन्नता रहेगी। रोजगार में वृद्धि होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। मेहनत व लगन से कार्यक्षेत्र में बेहतर सफलता हासिल कर सकेंगे। अपने व्यसनों पर काबू रखना चाहिए। विवाह संबंधी प्रस्ताव आएँगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
🐊मकर👉कोई मुसीबत आ सकती है। लेन-देन में सावधानी रखें। फालतू खर्च होगा। जोखिम न उठाएं। व्यावसायिक योजना के विस्तार में मित्रों से मदद मिलेगी। पुरानी झंझटों से राहत रह पाएगी। क्रोध एवं उत्तेजना पर संयम रखना होगा। व्यस्तता रहेगी।
🍯कुंभ👉बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। धनार्जन होगा। घर की चिंता रहेगी। विरोधी भी आपसे प्रभावित होंगे। कला के क्षेत्र में इच्छित सफलता मिलने के योग हैं। सरकारी राज्यपक्ष के कामों में पर्याप्त सावधानी रखें। मित्रों से मदद मिलेगी।
🐟मीन👉शत्रु परास्त होंगे। क्रोध पर नियंत्रण रखें। नए अनुबंध हो सकते हैं। प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। साझेदारी में शुरू किया गया कार्य लाभ के अवसरों को बढ़ा सकता है। स्थायी संपत्ति खरीदने का मन बनेगा। दांपत्य जीवन में विश्वास बढ़ेगा। कामकाज की गति बनी रहेगी।
आपका दिन मंगलमय हो
शनिवार के दिन शनिदेव को क्यों चढ़ाया जाता है तेल…?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनिदेव को कर्मफल दाता कहा जाता है। शनिदेव, व्यक्ति के कर्मों के हिसाब से उसे फल देते हैं। शनिवार को शनिदेव पर तेल चढ़ाया जाता है। आइए, आज हम आपको बताते हैं शनिदेव और तेल का क्या संबंध है:
शनिदेव को तेल चढ़ाने के पीछे 2 पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं।
पहली कथा- इस कथा का संबंध है रावण से
धार्मिक कथाओं के अनुसार कहा जाता है कि रावण ने अपने बल से सभी ग्रहों को बंदी बना रखा था। शनिदेव को रावण ने अपने अहंकार में चूर होकर बंदीग्रह में उलटा लटका दिया था। उसी समय हनुमान जी, माता सीता की खोज में प्रभु श्रीराम के दूत बनकर लंका गए हुए थे। रावण ने जब हनुमा जी की पूंछ में आग लगाई थी, तब हनुमान जी ने पूरी लंका जला दी थी। संपूर्ण लंका के जलने से सारे ग्रह आजाद हो गए परंतु शनिदेव उलटे लटके हुए थे, जिस कारण शनि देव आजाद नहीं हो पाए और उल्टे लटके होने के कारण उनके शरीर में बहुत पीड़ा हो रही थी, जिस वजह से वे दर्द से परेशान हो रहे थे। शनिदेव की इस पीड़ा को शांत करने के लिए हुनमान जी ने उनके शरीर पर तेल से मालिश की और उन्हें दर्द से मुक्त किया था। तब शनिदेव ने कहा था कि, “जो भी व्यक्ति श्रद्धा भक्ति से मुझ पर तेल चढ़ाएगा, उसे सारी समस्याओं से मुक्ति मिल जाएगी।” तभी से शनिदेव पर तेल चढ़ाने की परंपरा प्रारंभ हुई।
दूसरी कथा:
शनिदेव और हनुमान जी में हुआ था युद्ध
धार्मिक कथाओं के अनुसार एक बार शनिदेव को अपने बल और पराक्रम पर घमंड होने लगा था और वे खुद को सबसे अधिक शक्तिशाली समझने लगे थे। इसी अहंकार और घमंड में शनिदेव, हनुमान जी से युद्ध करने चले गए। शनिदेव, हनुमान जी को हराकर यह साबित करना चाहते थे कि उनसे अधिक शक्तिशाली इस दुनिया में कोई नहीं है।
शनिदेव, हनुमान जी के पास पहुंचे, लेकिन उस समय हनुमान जी अपने स्वामी श्रीराम की भक्ति में लीन थे। शनिदेव, हनुमान जी से मिलते ही उनसे युद्ध करने के लिए तैयार हो गए। हनुमान जी ने शनिदेव को बहुत समझाया और वे युद्ध के लिए तैयार नहीं हुए। लेकिन शनिदेव तो अहंकार में चूर थे। उन्होंने हनुमान जी की एक न सुनी और युद्ध के लिए अड़े रहे।जब बहुत बार मना करने पर भी शनिदेव नहीं माने, तो हनुमान जी और शनिदेव के बीच युद्ध शुरू हुआ। युद्ध में शनिदेव बुरी तरह हारकर घायल हो गए और उनके शरीर में भयंकर पीड़ा होने लगी। तब हनुमान जी ने उनकी पीड़ा को तेल लगाकर कम किया। इसी कारण शनिदेव पर तेल चढ़ाया जाता है। शनिदेव ने कहा कि, “जो भी मनुष्य मुझे सच्चे मन से तेल चढ़ाएगा, मैं उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी करूंगा।