विश्व ध्यान दिवस”पर ध्यान सत्र आयोजित
विद्यार्थियों में तनावपूर्ण परिस्थितियों, नकरात्मक तत्वों से जूझने की चुनौती,
आक्रामक व्यवहार, क्रोध, चिडचिडापन, अनिद्रा, रोग, तनाव, अवसाद, प्रेरणा में कमी, दुर्व्यवहार, परिवार तथा समाज में सामंजस्य न बिठा पाना जैसी समस्याओं के कारण मानसिक स्वास्थ्य हेतु ठोस कदम उठाने की आवश्यकता निरंतर महसूस की जा रही है। उपर्युक्त परिस्थितियों में योग एवं ध्यान का नियनित अभ्यास संपूर्ण स्वास्थ्य, बेहतर व्यवहार तथा प्रेरणा को बढावा देता है। ध्यान शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक एवं आध्यात्मिक स्वास्थ्य की बेहतरी करते हुए व्यक्तिगत कौशल का उन्नयन एवं सर्वश्रेष्ठ योगदान देने हेतु प्रेरित करता है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा ध्यान और इसके लाभों के बारे में जागरुकता बढाने के लिए 21 दिसंबर को “विश्य ध्यान दिवस घोषित किया है। विद्यार्थियों में ध्यान के प्रति जागरुकता बढ़ाने हेतु “विश्व ध्यान दिवस” 21 दिसम्बर 2024 को ध्यान सत्रों का आयोजन सुनिश्चित किया गया जिसके प्रतिपालन में शासकीय एकीकृत माध्यमिक विद्यालय खेरिया में नवाचारी शिक्षक भेरूलाल ओसारा के मार्गदर्शन में ध्यान सत्र ओर ध्यान के लाभों पर प्रकाश डाला जाये। ध्यान से पूर्व ध्यान के प्रमुख आसन यथा-सुखासन, वजासन, सिद्धासन अथवा पद्यासन में • विद्यार्थियों को बताया गया तत्पश्चात् 10 मिनट ध्यान करवाकर अंत में शिक्षक भूपेंद्र सिंह झाला द्वारा सामूहिक शांति पाठादि आयोजित किया गया इस अवसर पर संस्था परिवार से शिक्षक कैलाशचंद्र दांगी, तिलोकचंद्र पाटीदार, श्रीमती रेखा दांगी,रमेश चंद्र दांगी के साथ बच्चो ने उत्साह पूर्वक भाग लिया