न्यूज रिपोर्टर मनोज मूंधड़ा बीकानेर श्रीडूंगरगढ़
मस्तिष्क को करें तनावमुक्त भ्रामरी प्राणायाम से जानिए
योग प्रशिक्षक ओम प्रकाश कालवा के साथ।
श्रीडूंगरगढ़। कब की ओम योग सेवा संस्था के निदेशक योग प्रशिक्षक ओम प्रकाश कालवा ने भ्रामरी प्राणायाम के बारे में जानकारी देते हुए बताया।
विधि
सबसे पहले किसी शांत और अच्छी हवादार जगह पर बैठें और अपनी आँखें बंद कर लें।अपनी दोनों हाथ की तर्जनी उँगलियों को माथे के ऊपर रखे शेष तीनअंगुलियों को आंखो पर हल्के से रखते हुए दोनों अंगूठे से कानों को बंद करें। अपना मुंह बंद रखते हुए नाक से ही सांस लें और छोड़ें। सांस छोड़ने के दौरान ऊँ का उच्चारण करें।
इस प्रकिया को 5 से 7 बार दोहराएं।
लाभ
चिंता और तनाव के लिए भ्रामरी प्राणायाम के लाभ यह तनाव को दूर करने और शरीर की उपचार क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, यह मन को शांत कर सकता है और खुशी और शांति देकर मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ा सकता है। इसके अलावा, यह आत्म-सम्मान विकसित करने और मन और शरीर के बीच समन्वय को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
नोट
सभी प्रणायामों का अभ्यास अनुभवी योग प्रशिक्षक की देखरेख में ही करना चाहिए।
निवेदन
ओम योग सेवा संस्था श्री डूंगरगढ़ द्वारा जनहित में जारी।






















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