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श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन सती प्रसंग का हुआ वर्णन

ग्राम जौहरपुर में हो रहा आयोजन

बांदा।जौहरपुर के मजरा चंदौखी में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन कथा व्यास ने ध्रुव चरित्र,सती प्रसंग,राजा परीक्षित और कलियुग का प्रसंग,भीष्म पितामह की कथा,शुक जी की कथा,पांडवों के वंशावली का वर्णन,युधिष्ठिर द्वारा प्रश्न प्रसंग का वर्णन सुनाकर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।कथा वाचक आचार्य गोपाल मिश्र जी महाराज ने कथा के दूसरे दिन बुधवार को शुकदेव जन्म, परीक्षित श्राप और अमर कथा का वर्णन करते हुए बताया कि “नारद जी के कहने पर पार्वती जी ने भगवान शिव से पूछा कि उनके गले में जो मुंड माला है वह किसकी है तो भोलेनाथ ने बताया वह मुंड किसी और के नहीं बल्कि स्वयं पार्वती जी के हैं। हर जन्म में पार्वती जी विभिन्ना रूपों में शिव की पत्नी के रूप में जब भी देह त्याग करती शंकर जी उनके मुंड को अपने गले में धारण कर लेते पार्वती ने हंसते हुए कहा हर जन्म में क्या मैं ही मरती रही,आप क्यों नहीं।शंकर जी ने कहा हमने अमर कथा सुन रखी है पार्वती जी ने कहा मुझे भी वह अमर कथा सुनाइए शंकर जी पार्वती जी को अमर कथा सुनाने लगे। शिव-पार्वती के अलावा सिर्फ एक तोते का अंडा था जो कथा के प्रभाव से फूट गया उसमें से श्री सुखदेव जी का प्राकट्य हुआ कथा सुनते सुनते पार्वती जी सो गई वह पूरी कथा श्री सुखदेव जी ने सुनी और अमर हो गए शंकर जी सुखदेव जी के पीछे उन्हें मृत्युदंड देने के लिए दौड़े। सुखदेव जी भागते भागते व्यास जी के आश्रम में पहुंचे और उनकी पत्नी के मुंह से गर्भ में प्रविष्ट हो गए। 12 वर्ष बाद श्री सुखदेव जी गर्व से बाहर आए इस तरह श्री सुखदेव जी का जन्म हुआ। उन्होंने कहा कि मनुष्य जीवन विषय वस्तु को भोगने के लिए नहीं मिला है, लेकिन आज का मानव भगवान की भक्ति को छोड़ विषय वस्तु को भोगने में लगा हुआ है। उसका सारा ध्यान संसारिक विषयों को भोगने में ही लगा हुआ है। मानव जीवन का उद्देश्य कृष्ण प्राप्ति शाश्वत है। उन्होंने कहा कि हमारे जीवन का उद्देश्य कृष्ण को पाकर ही जीवन छोड़ना है और अगर हम ये दृढ़ निश्चय कर लेंगे कि हमें जीवन में कृष्ण को पाना ही है तो हमारे लिए इससे बढ़कर कोई और सुख, संपत्ति या सम्पदा नहीं है।भगवत कथा के समय स्वयं श्रीकृष्ण आपसे मिलने आए हैं। जो भी इस भागवत के तट पर आकर विराजमान हो जाता है, भागवत उसका सदैव कल्याण करती है। उन्होंने कहा कि बिना जाति और बिना मजहब देखे इनसे आप जो मांगे ये आपको वो मनवांछित फल देती है और अगर कोई कुछ न मांगे तो उसे मोक्ष पर्यन्त तक की यात्रा कराती है। इस अवसर पर कथा परीक्षित लाखन सिंह तथा केशर सिंह के अलावा जिला पंचायत सदस्य बलवान सिंह,भाजपा नेता आनंद स्वरूप द्विवेदी,सभासद दीपू सोनी,निरंजन सिंह परमार,सुरेश सिंह,जोधा सिंह,भइयादीन सिंह,गोविंद सिंह,रामआसरे सिंह,राजीव सिंह,राहुल सिंह,रामसनेही चौहान आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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